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MMS SCANDAL: Big news...! Insulting tweet against CM...BJP leader arrested
Politics

MMS SCANDAL : बड़ी खबर…! CM के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट…BJP नेत्री को किया अरेस्ट

नई दिल्ली, 28 जुलाई। MMS SCANDAL : उडुपी कॉलेज में कथित एमएमएस कांड को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं। शुक्रवार को बीजेपी नेत्री शकुंतला को कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु में गिरफ्तार कर लिया। शकुंतला पर कथित तौर पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट करने का आरोप है। दरअसल, कांग्रेस के एक नेता ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी उडुपी मामले को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए शकुंतला ने लिखा कि अगर सिद्धारमैया की बहू या उनकी पत्नी के साथ भी ऐसा होता तो भी क्या वे भी यही कहतीं? मुख्यमंत्री के खिलाफ कथित अपमानजनक पोस्ट ट्विटर और फेसबुक पर साझा किए गए थे। इसके बाद बेंगलुरु के हाई ग्राउंड्स पुलिस स्टेशन में शकुंतला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी छात्राओं को किया निलंबित कर्नाटक के उडुपी में एक कॉलेज की तीन छात्राओं पर महिला शौचालय में चोरी-छिपे वीडियो रिकॉर्ड करने का आरोप लगा है। यह घटना पिछले हफ्ते तब सामने आई जब एक छात्रा को शौचालय में एक मोबाइल फोन मिला। उसने कॉलेज प्रशासन को इसकी जानकारी दी। हालांकि, डिवाइस की जांच में कोई आपत्तिजनक सामग्री सामने नहीं आई और छात्र ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने से इनकार कर दिया, हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने घटना की सूचना पुलिस को दी और रविवार को तीनों को निलंबित कर दिया। बीजेपी राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भाजपा राज्य सरकार की कथित निष्क्रियता के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। दावा कर रही है कि वह मामले को हल्के में ले रही है। उस पर लीपापोती का आरोप लगा रही है। हालांकि, कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर (MMS SCANDAL) ने इसे छोटी घटना बताया। उन्होंने कहा कि यह एक छोटी सी घटना है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह दोस्तों के बीच हुआ। क्या इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और राजनीतिक रंग दिया जाना चाहिए?

Twitter Bar : 12 communities included in the ST list…The race to take credit…See who told Arun Saw to Raman Singh's OSD
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Twitter Bar : 12 समुदायों को ST सूची में शामिल…श्रेय लेने की होड़…देखें किसने कहा अरुण साव को रमन सिंह का OSD

रायपुर, 28 जुलाई। Twitter Bar : छग के 12 जातियों को एसटी में शामिल करने का मामले पर वार पलटवार शुरू हो गया।भाजपा और कांग्रेस के बीच श्रेय लेने की जंग ट्विटर पर देखी जा जारी रही। ट्विटर पर भाजपा और कांग्रेस दोनों का वार-पलटवार जारी है। अरुण साव के ट्वीट पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया। साव को कांग्रेस ने रमन सिंह का ओएसडी कहते हुए तंज कसा। साथ ही कांग्रेस ने साव से सवाल किया। उन्होंने कहा कि, 2014 से 18 के बीच भाजपा सरकार को क्यों नहीं आई आदिवासियों की याद। गौरतलब है कि अरुण साव ने मनमोहन सरकार के कार्यकाल की कांग्रेस को याद दिलाई थी, जिसके पलटवार कांग्रेस ने इस तरह किया।

CG VIDHAN SABHA: Battle for 60 seats...! Will the address of these 15 MLAs be cleared...? This reason given in the viral list
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BJP BIG BREAKING : बड़ी खबर…! भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष को मिली जान से मारने की धमकी

कोटद्वार, 27 जुलाई। BJP BIG BREAKING : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट को मोबाइल फोन पर गाली गलौज और जान से मारने की धमकी मिलने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाल मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि जौनपुर सुखरो निवासी सुरेश शर्मा पुत्र हरीश चंद्र शर्मा ने कोतवाली में तहरीर दी है। जिसमें उन्होंने एक मोबाइल नंबर देकर बताया कि उक्त नंबर से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट को किसी अनजान व्यक्ति ने फोन किया। एक समुदाय विशेष को उत्तराखंड में बसाने का आरोप उस व्यक्ति ने एक समुदाय विशेष को उत्तराखंड में बसाने का आरोप लगाते हुए पहले भाजपा को गाली दी। उसका विरोध करने पर उसने गालीगलौज और उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। उन्होंने पुलिस से उक्त व्यक्ति को तलाश कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। कोतवाल ने बताया कि उक्त मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ गाली गलौज और जान से मारने की धमकी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच उपनिरीक्षक मेहराजुद्दीन (BJP BIG BREAKING) को सौंपी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Decision Breaking: Be ready…! Contract workers will get great news…Big statement of Minister Choubey…Listen to VIDEO
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Decision Breaking : तैयार रहे…! संविदाकर्मियों को मिलेगी बड़ी खुशखबरी…मंत्री चौबे का बड़ा बयान…सुने VIDEO

रायपुर, 27 जुलाई। Decision Breaking : छत्तीसगढ़ में नियमतिकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे संविदाकर्मियों के मुद्दे पर मंत्री रविन्द्र चौबे ने बड़ा बयान दिया है। मंत्री रविन्द्र चौबे ने इस मुद्दे पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नियमतिकरण को लेकर मंत्रिमंडल में चर्चा हो गई है। विभागवार जानकारी मंगवाई गई है। जल्द ही सरकार इस पर निर्णय भी लेने वाली है। इस लिंक में देखें मंत्री रविन्द्र चौबे ने और क्या कुछ कहा… ज्ञात हो कि प्रदेश के 1 लाख संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर नवा रायपुर में 23 दिनों से आंदोलन कर रहे है। उनकी हड़ताल की वजह से आम लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने संविदा कर्मचारियों की हड़ताल पर एस्मा भी लगा दिया है, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए है।

Deputy CM: The pair of Kaka and Baba will be liked by the public and will be a hit too... Listen to the Deputy CM's VIDEO
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Deputy CM : कका और बबा की जोड़ी को जनता पसंद भी करेगी और हिट भी होगी…सुने डिप्टी सीएम को VIDEO

कवर्धा, 26 जुलाई। Deputy CM : जिले के रणवीरपुर में भरोसे का किसान सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने किसानों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपनी और सीएम भूपेश बघेल की जय और वीरू की जोड़ी को नया नाम देते हुए कका और बबा की जोड़ी बताया। जिसका वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा, अब जय-वीरू की जो हमारी जोड़ी थी वो सोले पिक्चर की पुरानी वाली हिट जोड़ी थी। अब हम लोग नई पिक्चर बना रहे हैं। इस साल के चुनाव की नई पिक्चर बनेगी और कका-बबा की जोड़ी। ये जोड़ी हिट होगी। आने वाली फिल्म को छत्तीसगढ़ की जनता पसंद भी करेगी और हिट भी होगी। आगे उन्होंने कहा कि, अभी कई तरह की चर्चा चली, पार्टी छोड़ देंगे कहीं और जाएंगे। इन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए सिंहदेव ने बताया कि, 1952 से उनके परिवार कांग्रेसी रहे हैं और किसी न किसी को हमेशा विधायक या सांसद बनने का मौका मिला है। मेरे परिवार के खून में कांग्रेस है। इस जीवन (Deputy CM) में तो क्या अगले जीवन मे भी कांग्रेसी ही रहूंगा। देखें वीडियो-

CM ki Meeting: 7-hour marathon meeting in CM House ends...hear what was said on the Corporation Board and the Commission
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CM ki Meeting : CM हाउस में 7 घंटे की मैराथन बैठक खत्म…निगम-मंडल और आयोग पर क्या बोले सुने

रायपुर, 25 जुलाई। CM ki Meeting : मुख्यमंत्री आवास में मंगलवार को नेता-मंत्रियों की हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें चुनावी रणनीति और निगम मंडलों में नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई। इसे लेकर CM भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सहित बाकी नेता मौजूद बैठक में मौजूद थे। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर डिटेल चर्चा हुई। वहीं सीएम बघेल ने निगम-मंडल और आयोग में पदाधिकारियों को रिपीट करने या नये को मौका के सवाल पर सीएम ने कहा कि समय आने पर पार्टी इसे लेकर निर्णय लेगी। बता दें कि मुख्यमंत्री निवास में हाई लेवल मीटिंग करीब 7 घंटे चली। इसमें विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन हुई। निगम-मंडल-आयोग के पदाधिकारियों के कार्यकाल पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री निवास में कई निगम मंडल आयोग के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और सदस्य पहुंचे थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री रविंद्र चौबे, ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर मौजूद हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज (CM ki Meeting) भी शामिल हुए।

Membership: Party change continues...12 district members join Congress
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Membership : दल बदल जारी…12 जनपद सदस्यों ने ग्रहण की कांग्रेस की सदस्यता

भोपाल, 25 जुलाई। Membership : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी अपने आप को मजबूत करने में जुट गई है। ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस को एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। शिवपुरी जिले के जनपद सदस्य कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। दरअसल शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा के 12 जनपद सदस्यों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। सभी आज भोपाल पहुंचे, पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। ऐसे में सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस उनकी कमी नहीं खलने देना चाहती है। बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल का खेल लगातार जारी है। कभी कांग्रेस नेता बीजेपी में, तो कभी बीजेपी नेता कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं। चुनाव के मद्देनजर पाला बदलना (Membership) काफी अहम माना जा रहा है। ऐसे में किसी को फायदा औऱ किसी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

Red Diary: The MLA who was once a favorite of the government was dragged out of the House...VIDEO
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Red Diary : कभी सत्ता के चहेते रहे विधायक को सदन से घसीटकर बाहर फेंका…VIDEO

राजस्थान, 25 जुलाई। Red Diary : राजस्थान के कांग्रेस विधायक राजेंद्र गुढ़ा को मार्शल के ज़रिए घसीटकर सदन से बाहर फेंक दिया गया। इसका कारण वह लाल डायरी है जिसके बारे में कहा जाता है कि उसमें कई कांग्रेस नेताओं के राज छिपे हुए हैं। गुढ़ा का दावा है कि इस डायरी में करोड़ों रुपयों के लेन-देन का ज़िक्र है। कांग्रेस नेता के घर से उठाई गई लाल डायरी गुढ़ा का दावा है कि यह डायरी उन्होंने मुख्यमंत्री के विश्वस्त माने जाने वाले एक कांग्रेस नेता के घर से तब उठा ली थी जब उस नेता के घर ईडी का छापा पड़ा था। गुढ़ा ने यह दावा भी किया है कि उनसे बार-बार यह पूछा जाता रहा कि उस डायरी को जलाया या नहीं? अगर इस डायरी में कुछ ख़ास नहीं होता तो जलाने की बात क्यों की जाती? दरअसल गुढ़ा पहले बसपा में थे। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को जब विधायकों का संख्याबल बढ़ाना था, तब गुढ़ा के नेतृत्व में ही छह बसपा विधायकों ने सरकार का साथ दिया था और बाद में ये सब के सब कांग्रेसी भी हो गए थे। इनका मलाल यह है कि सरकार को बचाने का इन्हें उचित इनाम नहीं मिल पाया। गुढ़ा भी राज्यमंत्री के ओहदे तक ही सीमित रहे, जबकि उनकी मंशा कैबिनेट मिनिस्टर बनने की थी। गुढ़ा राजनीति के बड़े चतुर खिलाड़ी हैं, लेकिन इस बार उनके हाथ में कुछ नहीं है। पूर्व में भी अपनी ही सरकार पर बरसे पिछले दिनों राज्यमंत्री रहते हुए विधानसभा सत्र के दौरान वे अपनी ही सरकार पर बुरी तरह बरस पड़े थे। हो सकता है इसके बाद उन्हें समझाया गया हो, लेकिन वे नहीं माने। सरकार का विरोध करते रहे। आख़िरकार मंत्री पद से बर्खास्त कर दिए गए। बर्ख़ास्तगी से सरकार को कोई परेशानी नहीं हुई क्योंकि गुढ़ा अब बाक़ायदा कांग्रेस के विधायक हैं, बसपा के नहीं। ऐसे में वे कांग्रेस छोड़ते भी हैं तो उनकी सदस्यता (Red Diary) चली जाएगी। पाँच साथियों के साथ पार्टी छोड़ेंगे तब भी सदस्यता बचना मुश्किल है।

Expelled Breaking: Big news...! Senior Congress leader expelled for 6 years... this big reason came to the fore
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Expelled Breaking : बड़ी खबर…! कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 6 साल के लिए निष्कासित…सामने आई ये बड़ी वजह

खंडवा, 24 जुलाई। Expelled Breaking : मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है, और इस बीच खंडवा के पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष मोहन ढाकसे को पार्टी ने 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया। ढाकसे ने पिछले दिनों खंडवा में मीटिंग के दौरान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव संजय दत्त के सामने ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट बेचने के आरोप लगाए थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें शो कॉज नोटिस दिया था। कांग्रेस कमेटी उनके उत्तर से संतुष्ट नहीं हुई और मोहन ढाकसे को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनके इस कृत्य को अनुशासनहीनता माना है। पद हटने से नाराज थे ढाकसे मोहन ढाकसे 2013 में खंडवा विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में खड़े हुए थे और हारे गए थे। 3 महीने पहले उन्हें खंडवा शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया था, लेकिन विरोध के चलते पहले होल्ड पर रखा फिर हटा दिया गया था। इसी बात को लेकर उन्होंने पार्टी के प्रभारियों और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अनर्गल बयान बाजी और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट बेचने के आरोप लगाए थे। ढाकसे अरुण यादव के करीबी माने जाते है। जमकर चले थे लात घूंसे बता दें कि 18 जून को मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी संजय दत्त संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं से बंद कमरे में वन-टू-वन चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर मुन्नू बाबाजी और पंधाना के शैलेश राठौर के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों ने एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंक मारी, इस बीच दोनों नेताओं (Expelled Breaking) के बीच लात घूंसे भी चले थे।

MyMandi: Father Jyotiraditya Scindia and son do business related to fruits and vegetables...? learn
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MyMandi : पिता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया और बेटा करता हैं फल-सब्जियों से जुड़ा कारोबार​…? जानें

नई दिल्ली, 24 जुलाई। MyMandi : जिसके पास करोड़ों-अरबों की दौलत हो, 400 कमरे वाला घर हो, उसे काम करने की क्या जरुरत हैं? अधिकतर लोग यही सोचते हैं लेकिन ग्वालियर राजघराने में जन्म लेने के बावजूद महाआर्यमन सिंधिया ने अपने दम पर अपनी अलग पहचान बनाई है। राजघराने की परंपराओं से अलग हटकर उन्होंने कारोबार जगत में कदम रखा है। पिता राजनीति के बड़े खिलाड़ी हैं, केंद्र सरकार में मंत्री हैं। विरासत में राजनीति तो मिली ही है, लेकिन इससे थोड़ा हटकर उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी कंपनी शुरू की। राजनीति में पिता की मदद करने के साथ-साथ वो बिजनेस जगत में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं। बीते साल उन्होंने अपना नया स्टार्टअप शुरू किया है। ग्वालियर राजघराने के वारिस, केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया ने साल 2022 में MYमंडी (MyMandi) नाम से नया स्टार्टअप शुरू किया। महाआर्यमन MYमंडी के को-फाउंडर हैं। अरबों की दौलत के बावजूद अपने दम पर अपनी पहचान बनाने के लिए उन्होंने अपने दोस्त सूर्यांश राणा के साथ मिलकर कृषि स्टार्टअप कंपनी MYमंडी की शुरुआत की। हाल ही में उनके स्टार्टअप ने 1 करोड़ का रेवेन्‍यू हासिल किया है। फल-सब्जियों से जुड़ा कारोबार​ महाआर्यमन सिंधिया की कंपनी MYमंडी ताजे फल और सब्जियों से जुड़ा स्टार्टअप चलाती है। उनकी कंपनी एक ऑनलाइन एग्रीगेटर के तौर पर फल और सब्जियां सप्‍लाई करने का काम करती है। माईमंडी एक साथ बल्क फल- सब्जियां खरीदती हैं और फिर उसे सब्‍जी विक्रेताओं को भेजती है। माईमंडी ताज़ी सब्ज़ियां और फल पुश-कार्टर कम्युनिटी को उपलब्ध करवाते हुए किसानों और लोगों को जोड़ने का काम करती है।​ फिलहाल यह कंपनी 4 शहरों जयपुर, ग्वालियर, नागपुर और आगरा में कारोबार कर रही है। धीरे-धीरे इसका विस्तार देश के दूसरे शहरों में करने का प्लान है। एक साल से भी कम वक्त में उनकी कंपनी का रेवेन्यू 1 करोड़ रुपये प्रति माह पर पहुंच गया है। ​बिजनेस में कुछ बड़ा करने की कोशिश​ आर्यमन ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें अपने इस बिजनेस से इतना प्यार है कि वो खुद सामान खरीदने मंडी पहुंच जाते हैं। पहचान छिपाने के लिए चेहरा कवर कर लेते हैं। उनका मकसद अपने स्टार्टअप के जरिए किसानों की मदद करना है। ताकि उन्हें उनकी फसलों की सही कीमत मिल सके। उन्हें उम्मीद है कि इस साल के अंत कर 4.5-5 करोड़ का मंथली रेवेन्यू हासिल कर लेगें। पीटीआई के साथ इंटरव्यू के दौरान महाआर्यमन सिंधिया ने कहा कि वो कारोबार को बड़ा बनाने की कोशिश में जुटे हैं। इस बिजनेस के पीछे कृषि उपज के अवशिष्ट और लॉजिस्टिक लागत में कटौती करना है। उन्होंने कहा कि हम निवेशकों से आठ करोड़ रुपये निवेश जुटाने की योजना पर काम कर रहे हैं, इसके लिए कंपनी का वैल्यूएशन करीब 150 करोड़ रुपये आंका गया है। निवेशकों से मिलने वाली पूंजी का इस्तेमाल बेहतर डेटा जुटाने, टेक्नोलॉजी को बढ़ाकर कारोबार के विस्तार में किया जाएगा। 400 कमरे का घर महाआर्यमन सिंधिया राजघराने से ताल्लुक रखते हैं। 27 साल के आर्यमन ग्वालियर स्थित जयविलास महल में रहते हैं। इस महल में 400 से अधिक कमरे हैं। महाआर्यमन सिंधिया की शुरुआती पढ़ाई पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह दून स्कूल से हुई है। उसके बाद उन्होंने गेल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। उनके पास बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और सॉफ्टबैंक जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ काम करने का भी अनुभव है।​ जय विलास पैलेस को साल 1874 में बनाया गया था। उस वक्त इस महल को बनाने में 1.1 करोड़ रुपये का खर्च आया था। फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक आज के समय में इस महल की कीमत करीब 4,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह महल 1,24,771 वर्गफीट में फैला हुआ है। महल के एक हिस्से को अब म्यूजियम के तौर पर डेवलप किया गया है। महाआर्यमन की संपत्ति के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनकी कुल संपत्ति 379 करोड़ रुपये है। आर्यमन सिंघिया के एकलौते बेटे हैं। उनकी एक बेटी भी है। जिनका नाम अनन्या राजे सिंधिया है। राजनीति तो विरासत में मिली उन्हें म्यूजिक और क्रिकेट का बड़ा शौक है। साल 2022 में उन्हें ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्हें लोगों ने मिलना-जुलना पसंद है। राजनीति को उन्हें विरासत में मिली है। वो पिता के लिए पहले भी राजनीतिक रैलियां, रोड शो करते रहे हैं। लोगों से मिलते रहे हैं। लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। माना जा रहा है कि महाआर्यमन सिंधिया जल्द राजनीतिक पारी की शुरुआत भी कर सकते हैं। ​13 साल की उम्र से कर रहे प्रचार​ महाआर्यमन सिंधिया अपने पिता के लिए 13 साल की उम्र से ही चुनाव प्रचार और जनसभाओं में हिस्सा लेते रहे हैं। बचपन से ही वो पिता के साथ लोगों से जनसंपर्क करते थे। उनकी भाषण देने की शैली काफी कुछ पिता से मिलती है। मध्य प्रदेश में लोग उन्हें युवराज कहकर बुलाते हैं। सोशल मीडिया पर लोकप्रिय महाआर्यमन सिंधिया सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय है। वो अपनी तस्वीरें और वीडियो अक्सर अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। उनकी तस्वीरें लोगों को पसंद आती है। कभी कभी उनकी तस्वीरें वायरल भी होती हैं। महाआर्यमन सिंधिया काफी हैंडसम (MyMandi) है। उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ लगी रहती है। महाआर्यमन का देसी अंदाज लोगों को खूब पसंद है। लोगों के बीच वो उनके अंदाज में ही पहुंचते हैं। शादी परिवार से हैं, लेकिन फस-सब्जी का बिजनेस करने से उन्हें कोई परहेज नहीं। कई बार तो सामान लेने वो खुद मंडी पहुंच जाते हैं।