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Z Category Security: Continuous killing of BJP leaders...! Forced to change places of residence... sought protection from Home Minister... see what was written in the letter
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Lok Sabha Election : कांग्रेस को झटका…! सीनियर नेताओं को मिला IT का नोटिस…पिछले 7 सालों का मांगा ब्यौरा

भोपाल, 11 फरवरी। Lok Sabha Election : मध्यप्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। लोकसभा चुनाव से पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस नेताओं को समन जारी किया है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के करीब 50 नेताओं को इनकम टैक्स की ओर से समन जारी किया गया है। सभी कांग्रेस नेताओं को 13 फरवरी की शाम 5 बजे दिल्ली इनकम टैक्स ऑफिस में बुलाया गया है। वहीं कुछ नेताओं को पेश होने के लिए अलग-अलग तारीख दी गई है।  युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को भी समन जारी किया गया है। साथ ही 2019 मे भिंड लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे देवाशीष झारिया को भी नोटिस आया है।  लोकसभा चुनाव लड़ने वाले नेताओं को मिला नोटिस सभी नेताओं को अलग-अलग तारीख पर बुलाया गया है। देवाशीष झारिया को 13 फरवरी और विक्रांत भूरिया को 21 फरवरी के दिन बुलाया गया है। ज्यादातर नोटिस पिछला लोकसभा चुनाव लड़ चुके नेताओं को जारी किया गया है। कांग्रेस के सीनियर नेताओं को भी इनकम टैक्स ने नोटिस दिया है। समन में कहा गया है कि जब तक पूछताछ चलेगी तब तक इन नेताओं को इनकम टैक्स दफ्तर में ही रहना होगा। बिना अधिकारी के परिमशन लिए उन्हें दफ्तर से वापस जाने की इजाजत नहीं है। सभी नेताओं को पिछले 7 साल में लेनदेन का हिसाब-किताब लेकर आने के निर्देश दिए गए हैं। 2014 से 2021 पिछले 7 साल की वित्तीय लेनदेन के सभी कागजात लेकर बुलाया गया है।  केंद्र सरकार पर परेशान करने का आरोप इनकम टैक्स का नोटिस मिलने पर देवाशीष झारिया (Lok Sabha Election) ने केंद्र सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार  विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। उन्हें ED और आईटी का डर दिखाया जा रहा है। हम इस समन से डरने वाले नहीं हैं। IT के अधिकारियों के खिलाफ अनुसूचित जाति के तहत केस दर्ज करवाऊंगा। 

Suspended: Teacher who gave statement 'Savitri Bai Phule is the goddess of education, not Maa Saraswati' suspended
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Candidates Announced : इस पार्टी ने राज्यसभा के लिए किए घोषित किए उम्मीदवार…! इन 4 को मौका…देखें पूरी लिस्ट

कोलकाता, 11 फरवरी। Candidates Announced : तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए अपने 4 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। ममता बनर्जी की पार्टी एक बार फिर से सुष्मिता देव को राज्यसभा भेज रही है। इसके अलावा पत्रकार सागरिका घोष, ममता बाला ठाकुर और नामिदुल हक का नाम पेश किया गया है। TMC ने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर रविवार को एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया, ‘हम इन लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। आशा है कि वे प्रत्येक भारतीय के अधिकारों के लिए अदम्य भावना और वकालत की तृणमूल की स्थायी विरासत को बनाए रखेंगे।’ इसका कार्यकाल होगा समाप्त राज्यसभा में 15 राज्यों की 56 सीट के लिए द्विवार्षिक चुनाव 27 फरवरी को होगा। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित 56 निवर्तमान सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में समाप्त हो रहा है। जिन केंद्रीय मंत्रियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनमें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया शामिल हैं। पूर्व प्रधानमंत्री सिंह राजस्थान से जबकि भाजपा प्रमुख नड्डा अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से निर्वाचित होकर उच्च सदन के सदस्य बने थे। आयोग ने कहा कि 50 सदस्य 2 अप्रैल को सेवानिवृत्त (Candidates Announced) होंगे जबकि 6 सदस्य 3 अप्रैल को सेवानिवृत्त होंगे। सबसे अधिक 10 सीट उत्तर प्रदेश से खाली हो रही है। इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार से (6-6), मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से (5-5), कर्नाटक और गुजरात से (4-4), ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से तीन, राजस्थान से 2 और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और छत्तीसगढ़ से (1-1) सीट खाली होंगे। 15 फरवरी नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख अधिसूचना जारी होने के बाद 8 फरवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। 15 फरवरी नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख होगी, जबकि 20 फरवरी उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख है। स्थापित परंपरा के अनुसार, जहां मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा, वहीं मतगणना उसी दिन शाम 5 बजे से होगी।

Baba Siddiqui: 48 year old relationship with Congress ends...! Ex MLA wrote on 'X'...joined this party...see here
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Baba Siddiqui : कांग्रेस से 48 साल पुराना रिश्ता खत्म…! Ex MLA ने ‘X’ पर लिखी…थामा इस पार्टी का दामन…देखें यहां

मुंबई, 11 फरवरी। Baba Siddiqui : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और बॉलीवुड सर्किल में मशहूर बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद शनिवार को अजीत पवार की एनसीपी ज्वॉइन कर ली। इससे पहले 8 फरवरी को बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से अपने 48 साल पुराने संबंध खत्म कर लिए थे। यह कोई छुपी हुई बात नहीं थी कि बाबा सिद्दीकी एनसीपी के अजीत पवार गुट से जुड़ने वाले हैं, लेकिन शनिवार को आधिकारिक ज्वॉइनिंग से पहले इस बारे में कोई ऐलान नहीं किया गया था। बाबा सिद्दीकी का अजीत पवार से जुड़ने का आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को फायदा मिलेगा। बता दें कि चुनाव आयोग ने अजीत पवार गुट को असली एनसीपी माना है। अजीत पवार ने पिछले साल शरद पवार की एनसीपी को छोड़कर शिंदे गुट की शिवसेना और भाजपा गठबंधन की सरकार में शामिल हो गए थे। सोशल मीडिया पर लिखी यह बात एनसीपी ज्वॉइन करने को लेकर बाबा सिद्दीकी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा कि मैंने कांग्रेस पार्टी को एक युवा किशोर के रूप में ज्वॉइन किया था। यह 48 साल की शानदार यात्रा रही। आज मैंने तत्काल प्रभाव से कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आगे लिखा कि बहुत कुछ है कि जो मैं कहना चाहता हूं, लेकिन बहुत सी बातें अनकही ही सही रहती हैं। इस यात्रा के दौरान जो लोग भी साथी रहे, उन सभी को शुक्रिया। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बाबा सिद्दीकी का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए दोहरा झटका है। कुछ दिनों पहले ही पूर्व मंत्री मिलिंद देवड़ा ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी। देवड़ा ने उद्धव सेना और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर बात बिगड़ने के बाद शिंदे गुट को ज्वॉइन कर लिया था।  रह चुके हैं पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक (Baba Siddiqui) रहे और उन्होंने खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री (2004-08) के रूप में भी कार्य किया था। इससे पहले लगातार दो कार्यकालों (1992-1997) के लिए नगरपालिका पार्षद के रूप में भी कार्य किया था। उन्होंने मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है।

Acharya Pramod Krishnam: Big breaking...! Congress showed Acharya Pramod Krishnam the way out...this is why he was expelled...see VIDEO
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Acharya Pramod Krishnam : बिग ब्रेकिंग…! कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को दिखाया बाहर का रास्ता…इस कारण हुआ निष्काषित…देखें VIDEO

नई दिल्ली, 11 फरवरी। Acharya Pramod Krishnam : कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अनुशासनहीनता को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने हाल ही में पीएम मोदी से मुलाकात की थी और उनकी जमकर तारीफ की थी। साथ ही अन्य कैबिनेट मंत्रियों से भी मुलाकात की थी।कांग्रेस ने कहा कि अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाज़ी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम लंबे समय से कांग्रेस पर ही हमलावर थे। वह अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर ले रहे थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में कुछ बड़े नेता ऐसे हैं, जिन्हें हिंदू शब्द से ही नफरत है। कुछ कांग्रेसी ऐसे नेता हैं, जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं, बल्कि भगवान राम से भी नफरत है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि कोई भी मंदिर जाकर हिंदू नहीं बनता और ना ही मस्जिद जाकर कोई मुसलमान बन जाता है। जिसे जीसस में यकीन ना हो वह इसाई नहीं हो सकता और पैगंबर को ना मानने वाला मुसलमान नहीं हो सकता है, इसी तरीके से जो भगवान राम से नफरत करता हो वह हिंदू नहीं हो सकता। उन्होंने कहा था कि सारी दुनिया जानती है कि राम मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए हुए प्रयास हुए, जिससे सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हाल ही में मल्लिकार्जुन खड़गे पर तंज कसा था, उन्होंने कहा था कि बड़े नेता को अपनी मर्यादा और भाषा का ध्यान रखना चाहिए। कार्यकर्ताओं से पार्टी बनती है. कार्यकर्ता कर्मठ और कर्मवीर होता है। इनके प्रति जो भाषा का प्रयोग किया गया, उससे न सिर्फ मेरा मन, बल्कि तमाम कार्यकर्ताओं का मन को ठेस पहुंची है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हाल ही में पीएम मोदी से मुलाकात (Acharya Pramod Krishnam) की थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि वह राहुल गांधी से मिलने के लिए 1 साल से समय मांग रहे हैं, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई है। जबकि पीएमओ में फोन करने के 4 दिन बाद ही पीएम मोदी ने मिलने का समय दे दिया।

Property worth crores found from Ex Minister Amarjeet Bhagat...! CBDT issued press release
Raipur

Ex Minister अमरजीत भगत के यहां से मिली करोड़ों की संपत्ति…! CBDT ने जारी की प्रेस रिलीज

रायपुर, 10 जनवरी। Ex Minister : छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और करीबियों के ठिकानों पर आईटी की जांच में करोड़ों रुपए की अघोषित संपत्ति मिली है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) नई दिल्ली की प्रिंसिपल कमिश्नर और प्रवक्ता सुरभि अहुलवालिया ने प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी है। 25 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी के दौरान ढाई करोड़ कैश और जेवर समेत अघोषित संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए हैं। अहुलवालिया ने बताया है कि आयकर विभाग ने 31 जनवरी 2024 को राजनीति से जुड़े व्यकि्त (अमरजीत भगत) उसके करीबी सहयोगियों और कुछ सरकारी अधिकारियों के ठिकानों पर जांच अभियान शुरू की। अमरजीत भगत के करीबी सहयोगियों में से एक रियल एस्टेट के कारोबार में लगा हुआ है। आयकर विभाग द्वारा बताया गया है कि जब्त साक्ष्य इन व्यक्तियों द्वारा भ्रष्टाचार और अन्य संदिग्ध प्रथाओं के तौर-तरीकों को उजागर करते हैं। प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि इन व्यक्तियों ने सरकार से संबंधित कार्यों में विभिन्न व्यक्तियों को अनुचित लाभ देने के बदले में अवैध धन प्राप्त किया है। तलाशी के दौरान बरामद किए गए आपत्तिजनक दस्तावेजों में कथित पीईपी (अमरजीत भगत) द्वारा अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से नकद में प्राप्त लगभग 13 करोड़ रुपए की अवैध कमाई का विवरण शामिल है। इसके अलावा, जब्त किए गए सबूतों से पता चलता है कि गलत तरीके से कमाया गया यह पैसा पीईपी के सहयोगियों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश किया गया है। अमरजीत भगत की बढ़ने वाली है मुश्किलें पूर्व मंत्री अमरजीत भगत की मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ने वाली है। खबर है कि अमरजीत भगत और उनके 13 करीबियों के बारे में आईटी की टीम और भी जानकारी जुटा रही है। किसी भी वक्त दोबारा से इनकम टैक्स विभाग की टीम पूर्व मंत्री के घर पर दबिश दे सकती है। जानकारी के मुताबिक आईटी ने सरगुजा कलेक्टर भोस्कर विलास संदीपान (Ex Minister) को पत्र लिखकर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबियों के 5 साल के संपत्ति के संबंध में मांगी महत्वपूर्ण जानकारी मांगी है। आईटी ने सरगुजा कलेक्टर को पत्र लिखकर 13 लोगों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। ताकि पिछले पांच साल में जमीन की खरीदी और बिक्री की जानकारी आईटी को मिल सकें।

Electoral Bond: Audit report of electoral bonds came out...BJP is rich, Congress is poor...! see here
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Electoral Bond : चुनावी बॉन्ड की ऑडिट रिपोर्ट आई सामने…भाजपा मालामाल-कांग्रेस कंगाल…! यहां देखें

नई दिल्ली, 10 जनवरी। Electoral Bond : चुनाव की बात आते ही चुनावी बॉन्ड की चर्चा शुरू हो जाती है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर से चुनावी बॉन्ड की ऑडिट रिपोर्ट सामने आ गई है। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा किया है कि पिछले वित्त वर्ष में चुनावी बॉन्ड से उसे 1294.14 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। कांग्रेस को मिले चंदे से 7 गुना ज्यादा यह चुनावी बॉन्ड से मिला अब तक का सबसे ज्यादा भुगतान है। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को मिले चंदे से सात गुना अधिक है। चुनाव आयोग को सौंपी गई ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा की कुल आय 1917.12 करोड़ रुपए रही वहीं कांग्रेेस की आय सिर्फ 452.37 करोड़ रुपए रही। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के मुताबिक मार्च 2018 से जुलाई 2023 के बीच चुनावी बॉन्ड से 13,000 करोड़ रुपए का दान राजनीतिक पार्टियों को मिला। एसबीआई ने 9,208 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड बेचे। इनकी 58 प्रतिशत राशि भाजपा को मिली। 18 से 22 के बीच पार्टियों को बॉन्ड से मिलने वाले चंदे में 743 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। केंद्र सरकार ने 2017 के बजट में चुनावी बॉन्ड की घोषणा की और 2018 में इसे लागू किया गया। हर तिमाही एसबीआई 10 दिन के लिए चुनावी बॉन्ड जारी करता है। ऐसा बताया जाता है बॉन्ड खरीदने वाले की पहचान गुप्त रहती है। इसके माध्यम से अपनी पसंदीदा पार्टी को चंदा दिया जा सकता है। क्या है चुनावी बॉन्ड? चुनावी बॉन्ड की घोषणा 2017 के केंद्रीय बजट में की गई थी और इन्हें लागू 2018 में किया गया था। यह मूल रूप से भारत में राजनीतिक दलों को चंदा देने की एक योजना है। यह एक किस्म का वित्तीय इंस्ट्रूमेंट है जिसके जरिये कोई भी राजनीतिक दलों को गुमनाम रूप से चंदा दे सकता है। इन पर कोई ब्याज भी नहीं लगता।यह 1,000, 10,000, एक लाख, दस लाख और एक करोड़ रुपयों के मूल्य में उपलब्ध हैं। इन्हें सिर्फ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से खरीदा जा सकता है। चंदा देने वाले को बांड के मूल्य के बराबर की धनराशि एसबीआई की अधिकृत शाखा में जमा करवानी होती है। यह भुगतान सिर्फ चेक या डिजिटल प्रक्रिया के जरिए ही किया जा सकता है। बॉन्ड कोई भी व्यक्ति और कोई भी कंपनी खरीद सकती है। कोई कितनी बार बॉन्ड खरीद सकता है, इसकी कोई सीमा नहीं है। जिस पार्टी के नाम से बांड लिए गया है उसे 15 दिनों में इसे भुना लेना होता है। 15 दिनों के बाद एसबीआई बांड की धनराशि को प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करा देती है।

PM MODI: PM Modi's call to 8 MPs...! Everyone has relations with different parties...know here why?
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PM MODI : 8 सांसदों को पीएम मोदी का बुलावा…! सभी अलग दलों से रखते है संबंध…यहां जानें क्यों?

नई दिल्ली, 9 फरवरी। PM MODI : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद की कैंटीन में विभिन्न दलों से संबंध रखने वाले सांसदों के साथ लंच किया। न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इन सांसदों की संख्या आठ थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद ही इन सांसदों को लंच पर इनवाइट किया था। जिन सांसदों ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ लंच किया उनमें बीजेपी की हीना गावित, एस.फांगनोन कोन्याक, जामयांग त्सेरिंग नामग्याल, एल मुरुगन, TDP के सांसद राममोहन नायडू, BSP के सांसद रितेश पांडे और BJD सांसद सस्मित पात्रा शामिल हैं। पीएम मोदी के इस लंच कार्यक्रम को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सांसदों को दोपहर में करीब ढाई बजे लंच की अनौपचारिक जानकारी दी गई। इससे पहले उन्हें कॉल आई थी। सूत्रों के अनुसार, सांसदों से मिलने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “चलिए आपको एक पनिशमेंट देनी है।” प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी और सांसदों ने कैंटिन में लंच के दौरान शाकाहारी खाना और रागी के लड्डू खाए। इन 8 सांसदों के साथ किया लंच  पीएम मोदी के साथ संसद भवन की कैंटीन में लंच करने वाले 8 सांसदों में एल मुरूगन (BJP), रितेश पांडे (BSP), हिना गावित (BJP), कोन्याक (BJP), एन प्रेमचंद्रन (रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी ) , सस्मित पात्रा (BJD), राम मोहन नायडू (TDP) और लद्दाख के सांसद जमयांग सेरिंग नामग्याल शामिल थे। मोदी ने सांसदों से जानिए क्या कहा PM MODI ने सांसदों को अलग अंदाज में कैंटीन चलने के लिए बुलाया था। रिपोर्ट के मुताबिक PMO से इन सांसदों को कॉल आई थी। किसी को कोई जानकारी नहीं थी कि क्यों PM ने क्यों बुलाया गया है? जब सभी सांसदों PM के पास गए, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ”चलिए आज मैं आपको एक सजा सुनाता हूं।” फिर प्रधानमंत्री सभी को अपने साथ संसद की कैंटीन लेकर गए और लंच किया। यहां देखें तस्वीरें

Vyapam Scams: The much talked about Vyapam scam...! The decision came after 10 years...7 culprits were sentenced to 7 years in jail...Know the matter
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BJP से लोकसभा की 4 सीटों का ऑफर…यहां पर 12 की तैयारी…! किसने खोले पत्ते देखें

नई दिल्ली, 8 फरवरी। BJP : राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) नेता जयंत चौधरी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ जाने की अटकलों के बीच रालोद की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। पार्टी प्रवक्ता पवन आगरी ने भी बीजेपी के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जो भी दल किसानों के हित में बात करेगा हम उसके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमने 12 सीटों पर की तैयारी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन आगरी ने कहा, ‘यह चुनावी साल है, कई पार्टियां हमारे साथ गठबंधन के लिए पेशकश कर रही हैं। हमारा राष्ट्रीय वजूद है और 9 विधायक हैं। निश्चित तौर पर कई दल हमसे गठबंधन के लिए आतुर हैं औऱ बातचीत चल रही है। बीजेपी ने पिछली बार भी गठबंधन की पेशकश की थी, इस बार भी पेशकश की जा रही है। वे 4 सीटों की बात कर रहे हैं लेकिन हमने 12 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर ली है। यह हम तय करेंगे कि किसके साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेंगे। पवन आगरी ने आगे कहा, ‘जो पार्टी जनता और किसानों के हित में होगी और हमारी मांगों पर सहमत होगी हम उनके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे।’ हमारी तो यही है कि जो हमारा वजूद है और जिनके लिए हमने संघर्ष किया है चाहे वो कामगार हैं, हमारे युवा लोग हैं या बेरोजगार लोग हैं। ऐसे बहुत सारे मुद्दे हैं जिन्हें लेकर हमने अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था और जो भी उन मांगों पर सहमत होगा, हम उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। रालोद के हैं 9 विधायक ऐसी अटकलें हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में सपा के साथ सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बनने पर रालोद भाजपा की अगुवाई वाले राजग में शामिल हो सकता है। हालांकि रालोद नेता जयंत चौधरी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा है। जाट मतदाता परम्परागत रूप से रालोद का मुख्य वोट बैंक रहे हैं। जाट बहुल लोकसभा क्षेत्रों में मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर, मथुरा, बागपत, अमरोहा और मेरठ शामिल हैं, जिन पर रालोद के चुनाव लड़ने की संभावना है। दोनों दलों ने वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव भी साथ मिलकर लड़ा था तब सपा ने 111 सीटें जीती थीं, जबकि रालोद को 9 सीटें मिली थीं।

Another big blow to INDIA alliance...! Congress lacks support base in the state...! What did the President say...? Now involved in alliance with BJP
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INDIA गठबंधन को एक और बड़ा झटका…! राज्य में कांग्रेस के पास जनाधार की कमी…! अध्यक्ष ये क्या बोले…? अब BJP के साथ गठबंधन में शामिल

नई दिल्ली, 6 फरवरी। INDIA : लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हैट्रिक रोकने की तैयारी में जुटे INDIA गठबंधन को एक और बड़ा झटका लग सकता है। कारण, जयंत चौधरी बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने यूपी में आरएलडी को 4 लोकसभा सीटों का ऑफर दिया है। इसके बाद चर्चाएं तेज हैं कि आरएलडी और समाजवादी पार्टी का गठबंधन टूट सकता है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने जो 4 सीटें आरएलडी को ऑफर की हैं, उनमें कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा शामिल हैं। वहीं समाजवादी पार्टी चाहती थी कि उसके उम्मीदवार मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर लोकसभा सीटों पर आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ें। इसके चलते आरएलडी और सपा गठबंधन में टूट के कारण बनते दिख रहे हैं। क्‍यों नाखुश हैं जयंत चौधरी  19 जनवरी को एसपी और आरएलडी ने सीटों के बंटवारे पर समझौता किया, जिसमें जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली पार्टी को सात सीटें मिलीं। कई विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि जयंत हो सकता है कि चुनावों से पहले बीजेपी से हाथ मिला लें। अगर ऐसा होता है तो फिर यह पश्चिम उत्‍तर प्रदेश में इंडिया ब्‍लॉक के लिए बड़ा झटका साबित होगा। हालांकि आरएलडी ने सीट-बंटवारे पर टिप्पणी करने से परहेज किया है। पार्टी नेताओं की मानें तो अगर कांग्रेस और अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी के बीच बातचीत असफल रहती है तो वह एसपी का पक्ष लेगी। पार्टी के नेताओं की मानें तो कांग्रेस और एसपी के बीच जो कुछ भी होता है, उसके बावजूद हम एसपी के साथ अपना गठबंधन (INDIA) जारी रखेंगे। उनकी मानें तो कांग्रेस के साथ जाना पार्टी के लिए नुकसान का सौदा साबित होगा। उनका कहना है कि कांग्रेस के पास राज्य में मतदाता आधार की कमी है। रालोद के नेताओं की मानें तो रालोद को कौन सी सीटें मिलेंगी, इस पर अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। इस वजह से उन नेताओं में कुछ चिंता पैदा हो गई है जो रालोद के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

BJP Attack: Now politics over biscuits...Gandhi family wanted to feed me too...I refused to eat and resigned from Congress...! listen video
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BJP Attack : अब बिस्किट को लेकर सियासत…गांधी परिवार मुझे भी खिलाना चाहता था…मैंने खाने से इनकार किया और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया…! सुने कौन बोला…? VIDEO

रांची, 6 फरवरी। BJP Attack : कांग्रेस पार्टी के नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी अभी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। इसी कड़ी में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे एक कुत्ते को बिस्किट खिला रहे हैं। इसके कुछ देर बाद वह उसी पैकेट में से एक बिस्किट समर्थक को दे देते हैं। इसको लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया है। हिमंत बिस्वा सरमा बोले- गांधी परिवार मुझे बिस्किट नहीं खिला सका। यह वीडियो पल्लवी नाम की एक महिला ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने इसे असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा को टैग भी किया। इसमें गांधी को रोड शो के दौरान अपने बगल में बैठे एक कुत्ते को दुलारते हुए दिखाया गया है। वही कुत्ता उस कांग्रेस समर्थक का है जिससे वह बात कर रहा था। कांग्रेस नेता ने एक बिस्किट लिया और कुत्ते को खिलाने की कोशिश की। लेकिन कुत्ते ने वह बिस्किट नहीं खाया और इसके बाद फिर उन्होंने इसे एक समर्थक को दे दिया। बीजेपी ने खड़गे और राहुल पर कसा तंज बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही खड़गे ने पार्टी के बूथ एजेंटों की तुलना कुत्तों से की थी और अब राहुल गांधी अपने दौरे के दौरान एक कुत्ते को बिस्किट खिला रहे हैं और जब कुत्ते ने नहीं खाया तो उन्होंने वही बिस्किट अपने कार्यकर्ता को दे दिया। उन्होंने आगे कहा कि जिस पार्टी के अध्यक्ष और राहुल गांधी अपने कार्यकर्ताओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर सकते तो ऐसी पार्टी का समाप्त हो जाना ही सही है।राहुल गांधी ने क्या कहा भारत जोड़ो न्याय यात्रा दौरान कुत्ते के बिस्किट (BJP Attack) वाले वायरल वीडियो पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने कुत्ते और मालिक को बुलाया। कुत्ता घबराया हुआ था, कांप रहा था और जब मैंने उसे खिलाने की कोशिश की, कुत्ता डर गया। इसलिए मैंने कुत्ते के मालिक को बिस्कुट दिए और कुत्ते ने उसके हाथ से बिस्कुट खा लिया। मुझे समझ नहीं आ रहा कि इसमें क्या समस्या हो गई है। जब उनसे बीजेपी के आरोप पर सवाल किया गया तो कहा कि वह आदमी कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं था। साथ ही, कहा कि मैं कुत्तों के प्रति बीजेपी के जुनून को समझ नहीं पा रहा हूं।