Accident in Govt School

Accident in Govt School: Very sad news…! 6 children died tragically due to collapse of school roof… watch VIDEO here
Accident, BREAKING NEWS

Accident in Govt School : बड़ी दुखद खबर…! स्कूल की छत गिरने से 6 बच्चों की दर्दनाक मौत…यहां देखें VIDEO

जयपुर, 25 जुलाई। Accident in Govt School : राजस्थान के झालावाड़ जिले, मनोहर थाना क्षेत्र, पिपलोदी गांव में स्थित एक राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत सुबह की प्रार्थना सभा के दौरान अचानक गिर गई। उस समय लगभग 60 विद्यार्थी क्लास में उपस्थित थे। घटना में अब तक 4‑6 बच्चों की मौत हुई है, आंकड़ें रिपोर्ट के अनुसार भिन्न हैं, कुछ रिपोर्टों में 4 बच्चों की मौत, 17 घायल, जबकि 25 बच्चे मलबे में दबे होने की आशंका बताई गई है। वहीं अन्य स्त्रोतों में 5 बच्चों की मौत हुई, और करीब 30 घायल, जिनमें से लगभग 11 की हालत गंभीर बताई गई है। एक समाचार में 6 बच्चों की मौत, और 29 घायल होने की जानकारी प्रकाशित हुई है। मृतकों और घायलों की संख्या पर विभिन्न रिपोर्टों में अंतर संकेत करता है कि अभी रेस्क्यू और प्राथमिक आंकलन चल रहा है। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों, शिक्षकों, पुलिस, और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर बचाव कार्य में भाग लिया। मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का प्रयोग किया गया। घायलों को मनोहर सीएचसी, और ज़रूरत पड़ने पर झालावाड़ जिला अस्पताल भेजा गया। राजकीय प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर दुख व्यक्त किया और निर्देश दिए कि घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्थिति नियंत्रित करने के लिए चेताया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उच्च‑स्तरीय जांच शुरू करने की घोषणा की और कहा कि इस तरह की “लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने घटना स्थल पर पहुंचने की बात कही। विपक्षी और स्थानीय नेताओं (Accident in Govt School) ने इस घटना को प्रशासन की अनदेखी एवं जर्जर इमारत की चेतावनी न सुनने से जुड़ी लापरवाही वाला मामला बताया।

CG Assembly Election 2023: Counting of votes begins...! Interesting contest on these seats...see
Raipur

Promotion-Posting Breaking : इस विभाग में बड़े पैमाने पर अधिकारियों का प्रमोशन और पोस्टिंग…देखें आदेश

रायपुर, 7 अक्टूबर। Promotion-Posting Breaking : राज्य सरकार ने जल संसाधन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला किया है। कई जिलों के एई, ईई एवं सब इंजीनियरों को इधर से उधर किया गया है।