Action by MP Govt : सुप्रीम कोर्ट सख्त…! अब ये 3 IPS अफसर करेंगे विजय शाह के बयान की जांच…HC के निर्देश पर बनी SIT…देखें Video
भोपाल, 20 मई। Action by MP Govt : मध्य प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य के वन मंत्री विजय शाह के विवादित बयान की जांच के लिए सोमवार देर रात तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। यह कदम उस बयान को लेकर उठाया गया है, जिसने हाल के दिनों में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीव्र विवाद पैदा कर दिया है। एसआईटी में शामिल अधिकारी गठित एसआईटी में तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है: इन अधिकारियों को जल्द से जल्द मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्देश में कहा था कि मामले की पारदर्शी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए। राजनीतिक हलचल तेज मंत्री विजय शाह ने हाल ही में एक सार्वजनिक मंच से ऐसा बयान दिया था जिसे संविधान, कानून व्यवस्था और सामाजिक सद्भाव के विरुद्ध माना जा रहा है। उनके इस बयान को लेकर कई सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा कर दिया है। बयान के बाद कांग्रेस ने विजय शाह से तुरंत इस्तीफे की मांग की, वहीं बीजेपी ने स्थिति को संभालने के लिए माफी और संवाद का रास्ता अपनाया। विवाद बढ़ता देख विजय शाह ने सार्वजनिक रूप से अपने बयान पर खेद जताया और माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हालांकि, विवाद थमता नजर नहीं आया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज कर दी गईं। विपक्ष सरकार (Action by MP Govt) पर मंत्री को बचाने का आरोप लगा रहा है, वहीं सरकार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी गंभीरता से पालन किया जाएगा। बहरहाल, अब सबकी निगाहें एसआईटी की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि मंत्री विजय शाह पर आगे क्या कार्रवाई होगी। सदस्य का संक्षिप्त परिचय वाहिनी सिंह2014 बैच की आईपीएस अधिकारी, वर्तमान में डिंडौरी की एसपी। चाइल्ड व ड्रग ट्रैफिकिंग पर प्रभावी काम किया है। डिजिटल साक्ष्यों की समझ और कोर्ट में उन्हें साबित करने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं। एसआईटी की एकमात्र महिला सदस्य हैं। प्रमोद वर्मा (एसआईटी प्रभारी)2001 बैच के आईपीएस अधिकारी, वर्तमान में सागर रेंज के आईजी। नक्सल ऑपरेशन और साइबर क्राइम जांच में विशेषज्ञ। अनुशासनप्रिय और सख्त छवि वाले अधिकारी, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय से उत्कृष्ट सेवा पदक मिल चुका है। इन्हें एसआईटी का नेतृत्व सौंपा गया है। कल्याण चक्रवर्ती2010 बैच के आईपीएस, भोपाल मुख्यालय में SAF के डीआईजी के रूप में तैनात। जी-20 जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की सुरक्षा में अनुभव। कानून-व्यवस्था की मजबूत समझ के लिए जाने जाते हैं।