Air India Tragedy : 270 में DNA जांच से अब तक महज 19 मृतकों की पहचान…24 घंटों में शरीर के कुछ और अंगों के साथ शव बरामद…वीभत्स मंजर का VIDEO
अहमदाबाद, 15 जून। Air India Tragedy : 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान AI-171 की दुर्घटना ने 270 लोगों की जान ले ली, जिसमें 241 विमान में सवार यात्री और 29 अन्य लोग शामिल हैं। यह हादसा अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघानी नगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में हुआ। विमान के क्रैश होने के बाद उसमें आग लग गई, जिससे अधिकांश शव जलकर पहचानने योग्य नहीं रहे। दुर्घटना का विवरण विमान ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी, लेकिन एक मिनट के भीतर ही पायलट ने “मेडे” कॉल किया। विमान ने 650 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए छात्रावास की इमारत से टकराया। इस हादसे में मेडिकल कॉलेज के कई छात्र, स्थानीय श्रमिक, और एक गर्भवती महिला भी मारे गए। विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक यात्री, विशाल कुमार रमेश, बचने में सफल रहे। वह गंभीर रूप से घायल हैं लेकिन उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। शिनाख्त और डीएनए जांच अब तक 19 शवों की डीएनए जांच से पहचान हो चुकी है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल के अनुसार, डीएनए जांच एक धीमी प्रक्रिया है, लेकिन इसे सावधानीपूर्वक किया जा रहा है। मृतकों के परिजनों को मानसिक आघात से निपटने के लिए काउंसलिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। मुआवजा और सहायता एयर इंडिया ने मृतकों के परिजनों और घायलों को एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अलावा 25 लाख रुपये का अंतरिम भुगतान किया है। टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने भी शोक व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अतिरिक्त, बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास के निर्माण में सहायता प्रदान करने का भी आश्वासन दिया गया है। जांच और सुरक्षा उपाय भारत सरकार ने इस हादसे के बाद सभी बोइंग 787 विमानों की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। इसमें इंजन की कार्यप्रणाली और टेकऑफ़ पैरामीटर की जांच शामिल है। विमान में लगे GEnx इंजन और लैंडिंग गियर से संबंधित संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। इस दुर्घटना के बाद बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के संचालन पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यह विमान के इतिहास में पहली बार हुआ है कि इस मॉडल में कोई घातक दुर्घटना हुई है। यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास का सबसे भीषण दुर्घटना (Air India Tragedy) है, जिसमें 270 से अधिक लोगों की जान गई है। सरकार और संबंधित एजेंसियां इस त्रासदी की जांच में जुटी हुई हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।