Assistant Professors Promoted

Chhattisgarh

Chhattisgarh Higher Education News : छत्तीसगढ़ के 259 सहायक प्राध्यापक बने प्रोफेसर…जानिए कौन-कहां से पहुंचा ऊंचाई पर…

30 मई, रायपुर। Chhattisgarh Higher Education News : छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा जगत में एक बड़ा और बहुप्रतीक्षित फैसला सामने आया है। प्रदेश के 259 सहायक प्राध्यापकों को प्रोफेसर पद पर पदोन्नति दे दी गई है। यह प्रमोशन न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि प्रदेश की उच्च शिक्षा व्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा आयोजित विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की प्रक्रिया के बाद यह आदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया (Chhattisgarh Higher Education News)गया। इसमें कला, वाणिज्य, विज्ञान, शिक्षा, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास, गणित, रसायन, अंग्रेज़ी आदि संकायों के प्राध्यापक शामिल हैं।

BIG Fraud Breaking: I am Amit Shah speaking...! Fraud by former BJP MLA...! See the unique case of fraud here
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BIG Fraud Breaking : मैं अमित शाह बोल रहा हूं…! पूर्व BJP MLA से धोखाधड़ी…! ठगी का यूनिक मामला देखें यहां

बरेली, 16 फरवरी। BIG Fraud Breaking : यूपी के बरेली में बीजेपी के पूर्व विधायक के साथ ठगी की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोप है कि फोन करने वाले ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बताया और उसे चुनाव में टिकट देने के नाम पर पैसे ऐंठने का प्रयास किया। शक होने पर पुलिस से शिकायत की गई। जिसके बाद पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने आरोपी रवींद्र मौर्य को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके साथी शाहिद की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण क्षेत्र) मुकेश मिश्रा ने बताया कि शाहिद और रवींद्र मौर्य पर डकैती, धोखाधड़ी और छद्म पहचान बनाने के आरोप के साथ-साथ आईटी अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। चुनावी टिकट दिलाने के नाम पर मांगे पैसे एसपी ग्रामीण मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि जिस फोन नंबर से कॉल आया था, उसकी गलत पहचान विकसित की गई। ट्रूकॉलर ऐप पर देखा तो देवनागरी में लिखा था- ‘गृह मंत्रालय दिल्ली, केंद्र सरकार’ (अंकित)। यह कारनामा शाहिद और रवींद्र मौर्य ने किया था। घटना के बाद शाहिद फरार है, जबकि रवींद्र मौर्य को गिरफ्तार कर लिया है।  शाहिद पहले भी धोखाधड़ी के ऐसे ही कृत्यों में लिप्त रहा है। यह FIR नवाबगंज थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है। मिश्रा ने बताया कि ये शातिर गिरोह है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बनकर ज्यादातर राजनीतिक नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को टारगेट बनाता था। गिरोह के सदस्य पहले फोन करते थे और उन्हें चुनाव में टिकट दिलाने का वादा करते थे। उसके बाद पैसे ऐंठने की कोशिश करते थे। 16 दिन में 9 बार किया कॉल पुलिस के मुताबिक, रवींद्र मौर्य ने सबसे पहले 4 जनवरी को बीजेपी के पूर्व विधायक किशनलाल राजपूत को फोन किया। वो 4 जनवरी से 20 जनवरी तक कुल 9 बार राजपूत को फोन कर चुका था। किशनलाल राजपूत पीलीभीत जिले की बरखेरा विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली और बरेली के नवाबगंज पुलिस स्टेशन के अंतर्गत समुहा गांव के निवासी रवींद्र मौर्य की गतिविधि संदिग्ध पाई गई। उसे पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया। मिश्रा ने कहा, जब रवींद्र को पता चला कि वो पुलिस जांच के दायरे में आ गया है और फंस सकता है। ऐसे में उसने बचने के लिए सिम को तोड़ दिया। ऐसे पहुंची आरोपियों तक पुलिस का कहना था कि चूंकि जिस सिम से आरोपी (BIG Fraud Breaking) फोन कर रहे थे, वो उसी गांव के हरीश के नाम पर रजिस्टर्ड थी। पुलिस ने पहले हरीश को तलब किया और सिम के बारे में जानकारी ली तो उसने बताया कि ये सिम उसने पिछले साल 29 दिसंबर को खरीदी थी, लेकिन कुछ देर बाद गांव के ही रवींद्र मौर्य और शाहिद ने उसे धमकाया और उससे सिम छीन लिया था। यही लोग सिम को यूज कर रहे थे।

Wine Lovers: Road roller on liquor worth 13 crores...see VIDEO
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Wine Lovers : 13 करोड़ की शराब पर चला रोड रोलर…देखें VIDEO

गाजियाबाद, 8 जुलाई। Wine Lovers : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आबकारी विभाग ने बीते शुक्रवार को 13 करोड़ की एक्सपायर शराब की बोतलों को नष्ट कर दिया। इन सभी बोतलों पर प्रशासन ने रोड रोलर चलाकर नष्ट किया। प्रशासन की इस कार्रवाई का वीडियो भी सामने आया है।  जानकारी के लिए बता दें कि आबकारी आयुक्त के निर्देश पर आबकारी विभाग ने 13 करोड़ रुपये की कीमत की शराब को नष्ट कराया गया। जिलाधिकारी द्वारा गठित संयुक्त समिति और उप आबकारी आयुक्त, मेरठ प्रभार की देखरेख में पिछले वर्षों की मदिरा जिसकी वैधता समाप्त हो चुकी थी। उसको नष्ट कराया गया। आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इसमें लभगग 9500 पेटी शराब शामिल (Wine Lovers) थी।

Narcotics Raid Breaking: Big news...! Fake medicines worth Rs 5 crore seized... 4 arrested
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Narcotics Raid Breaking : बड़ी खबर…! 5 करोड़ की नकली दवाएं जब्त…4 गिरफ्तार

शाहजहांपुर, 8 जुलाई। Narcotics Raid Breaking : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) और पुलिस की टीम ने शनिवार को सिकंदरा और बिचपुरी में नकली दवाओं की दो फैक्टरी पकड़ी हैं। इनमें पैकिंग मशीन, रेपर, कच्चा माल समेत करीब पांच करोड़ रुपये की दवाएं जब्त की हैं। आगरा कैंट स्टेशन के पार्सल कक्ष से भी कफ सिरप जब्त किए हैं। सरगना की पत्नी समेत छह लोग हिरासत में लिए हैं। सरगना फरार है। 1.5 करोड़ कीमत के कफ सिरप जब्त सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि एएनटीएफ की टीम ने आगरा कैंट स्टेशन के पार्सल कक्ष में छापा मारकर करीब 1.5 करोड़ कीमत के कफ सिरप जब्त किए। यहां से पता मिलने पर सिकंदरा क्षेत्र के प्राची टावर चौकी के श्री राधाकृष्ण एजुकेशन इंस्टीट्यूट में बने गोदाम पर छापा मारा। यहां पैकिंग मशीन, नामी गिरामी कंपनी के रेपर, रसायन, कच्चा माल और पैक की गई दवाएं मिलीं। इनकी कीमत करीब ढाई करोड़ आंकी गई है। यहां एक कर्मचारी सनीराज मिला, पूछने पर उसने बताया कि इसके संचालक भोगीपुरा निवासी विजय गोयल हैं। बिना लाइसेंस के चल रही थी फैक्टरी मकान मालिक अजीत पाराशर भी आ गया। उसने बताया कि करीब चार महीने पहले 12 हजार रुपये पर किराये पर गोदाम उठाया है। उसने किरायानामा भी दिखाया। कर्मचारी से पूछताछ के बाद टीम ने बिचपुरी के मघटई स्थित फैक्टरी पर भी छापा मारा। यहां रोहित कुशवाह को पकड़ा। उसने खुद को विजय गोयल का गाड़ी चालक बताया। उसने बताया कि फैक्टरी विजय गोयल ने किराये पर ली है मगर इसका संचालन नरेंद्र शर्मा निवासी अलबतिया करता है। इस फैक्टरी से टीम ने करीब दो करोड़ की दवाएं जब्त की हैं। दोनों फैक्टरी से जब्त दवाओं की कीमत पांच करोड़ से अधिक बताई गई है। दोनों ही फैक्टरी बिना लाइसेंस के तीन महीने से चल रही थी। कच्चा माल के 28 नमूने लिए सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि एएनटीएफ के छापे में कफ सिरप, दर्द, नींद, जुकाम-खांसी, एंटीबायोटिक समेत कई तरह की दवाएं हैं। इनको 50-60 कट्टों में भरकर सील किया है। इनमें से सिरप, टैबलेट, रसायन और कच्चा माल के 28 नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे। दवा माफिया विजय गोयल फरार डीसीपी सूरज राय ने बताया कि नकली दवाओं की फैक्टरी (Narcotics Raid Breaking) चलाने वाले गिरोह का मुख्य सरगना भोगीपुरा निवासी विजय गोयल है। वह फरार हो गया है। दवा माफिया की परिजन रेखा गोयल, बोदला निवासी रोहित कुशवाहा, खेरागढ़ निवासी मुकेश कुमार, मघटई निवासी मकान मालिक अजीत पाराशर, जगदीशपुरा निवासी सनीराज को हिरासत में लिया है। पुलिस हिरासत में लिए लोगों से पूछताछ कर रही है। गिरोह में अन्य लोगों के जुड़े होने की बात सामने आ रही है। टीमें गिरोह के अन्य ठिकानों की तलाश भी कर रही हैं।