ATM Robbery

ATM Robbery: Robbing an ATM is not easy...! Every ATM is under 24x7 digital surveillance...surrounded by many layers of technology...see here
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ATM Robbery : ATM को लूटना आसान नहीं…! हर ATM पर होती है 24×7 डिजिटल निगरानी…टेक्नोलॉजी की कई परतों से घिरी…यहां देखें

डेस्क रिपोर्ट, 04 जुलाई। ATM Robbery : ATM सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि तकनीकी जाल है, और इसकी सुरक्षा छलावरण की दीवारों में छुपी हुई होती है। हालिया घटनाएँ बताते हैं कि चूंकि ये खुलेआम रखी जाती हैं, लेकिन इनके इर्द-गिर्द धड़ीदार तकनीकी सुरक्षा और परतें मौजूद हैं, फिर भी फ्रॉड्स और लूट की खुली गुंजाइश बनी रहती है। तकनीक की कई परतें 1. पावर कट + कैमरा ब्लॉक + गैस कटर नासिक के एम्बाड ATM से ₹18.8 लाख गायब हो गए जब चोरों ने रात को पावर कट का फायदा उठाया, CCTV ब्लॉक किया, और गैस कटर से ATM का दरवाज़ा काटा। 2. लीबनानी लूप तामचीनी पट्टी से कार्ड स्लॉट को ब्लॉक करके चोर कार्ड फसा लेते हैं, फिर पीड़ित चले जाने पर उसका कार्ड निकालकर पैसे चुरा लेते हैं । 3. रिमोट-नियंत्रण चिप/किट गुरुग्राम में पकड़े गए गैंग ने पावर प्लग में चिप लगाकर ATM को दूर से नियंत्रण कर पैसा निकाला। ग्राहक को पता भी नहीं चला । 4. NFC-आधारित मोबाइल हैक्स अभी सालों पहले एक शोधकर्ता ने बताया कि सिर्फ फोन के NFC संकेत से ATM की फर्मवेयर में बग यूज़ कर उसे क्रैश या कैश आउट किया जा सकता है। 5. बूट-मोड और ATM मालवेयर कुछ ATM के भीतर खामियाँ होती हैं, जैसे Windows XP रिमोट बूट मोड, जिसमें परिवर्तन कर मैलवेयर इंस्टॉल किया जा सकता है, जो कार्ड डेटा चुराता है और सिस्टम को क्रैश कर कैश स्पंज पास कर सकता है । 6. जैकपॉटिंग वे दुखद घटनाएं जहाँ रास्पबेरी पाई जैसे ब्लैक बॉक्स इस्तेमाल करके टेक्नीशियन दिखाकर ATM को ‘मेनटेनेंस’ मोड में डालकर बड़ी राशि निकाली जाती है। भारत और विश्वभर में कई ऐसे मामले दर्ज हुए हैं । तकनीकी सुरक्षा के कितने लेयर? परत विवरण भौतिक सुरक्षा CCTV कैमरा, अलार्म, स्टील बॉक्स, लॉक नेटवर्क सुरक्षा एनक्रिप्टेड कनेक्शन, SWIFT/चिप इंटिग्रिटी फर्मवेयर/OS सुरक्षा रूटकिट डिटेक्शन, बूट लॉक, USB/COM बंद एंटी-मैलवेयर ATMOS, Skimer, Ripper जैसे मालवेयर डिटेक्शन निगरानी रियल टाइम मॉनिटरिंग, लॉग्स, अनूठे पासवर्ड क्लाउड/रिमोट सिक्योरिटी OTA अपडेट, AI-निगरानी, सिक्योर फर्मवेयर फिर भी कैसे टूट जाता सुरक्षा कवच? लूट नहीं फैशन ATM को बदमाश ‘टारगेट’ बनाने के पीछे बड़ी वजह है भौतिक और डिजिटल सुरक्षा के बीच का तालमेल न होना।ATM मशीनें मानव उपयोग के लिए बनी हैं, खुलकर और सुविधाजनक लेकिन सुरक्षा की कई परतें तब भी होती हैं।चिंताएं तब बढ़ जाती हैं, जब ये परतें मुरझा जाती हैं, और चोर किसी एक परत को तोड़कर (ATM Robbery) केस खोलकर बाहर निकल जाते हैं। क्या करें?

RML Hospital: 9 people including 2 doctors of the famous hospital arrested... Know which racket was busted here...?
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Jharkhand CM : बिग ब्रेकिंग…! ED टीम के साथ दिल्ली पुलिस भी पहुंची…गिरफ्तार हो सकते हैं CM

नई दिल्ली, 29 जनवरी। Jharkhand CM : जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम राजधानी दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंची है। हेमंत सोरेन के दक्षिणी दिल्ली के पॉश इलाके शांति निकेतन आवास पर पहुंची ईडी उनसे जमीन घोटाले में पूछताछ करना चाहती हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। उनके आवास के बाहर और अंदर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कुछ दिन पहले ही नया समन जारी कर उन्हें 29 या 31 जनवरी को पेश होने को कहा था। ये भी कहा था अगर वह पेश नहीं होंगे तो खुद ईडी की टीम उनसे पूछताछ (Jharkhand CM) के लिए पहुंचेगी।

Political News: New NDA government...! Amidst the news of Ex CM's dissatisfaction...resignation suddenly...?
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Money Laundering Case : बड़ी खबर…! ED के समन के खिलाफ CM को नहीं मिली राहत…हाईकोर्ट जाने की दी सलाह

झारखंड, 19 सितम्बर। Money Laundering Case : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका सुनने से सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (18 सिंतबर) को मना कर दिया। हेमंत मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED के समन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट ने उनसे पहले झारखंड हाई कोर्ट जाने को कहा। हेमंत सोरेन को ED ने ज़मीन घोटाले में पूछताछ के लिए अपने रांची दफ्तर में बुलाया था, लेकिन वह अभी तक वहां नहीं गए हैं। सोरेन की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने शीर्ष अदालत में दावा किया कि यह पूरी तरह से पीछे पड़ जाने का मामला है। इस पर जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने कहा, ‘‘रोहतगी जी, आप हाई कोर्ट क्यों नहीं जाते? नहीं नहीं, आप हाई कोर्ट जाइए। हम आपको याचिका वापस लेने की अनुमति देंगे।’’ याचिका को वापस लिया मानकर खारिज कर दिया गया। ईडी ने क्या कहा? ईडी की तरफ से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने दलील दी कि यह मामला बड़ी संख्या में दिए गए निर्णयों के अंतर्गत आता है। सोरेन ने 14 अगस्त को रांची में संघीय एजेंसी के कार्यालय में पेश होने और धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए भेजे गए समन को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया है। इससे पहले, सोरेन ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए कथित रक्षा भूमि घोटाला मामले में ईडी के समन पर तामील नहीं की थी। ईडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता सोरेन (48) से राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में पिछले साल 17 नवंबर को नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। क्या है मामला? केंद्रीय एजेंसी एक दर्जन से अधिक भूमि सौदों की जांच कर रही है, जिसमें रक्षा भूमि से संबंधित एक सौदा भी शामिल है, जिसमें माफिया, बिचौलियों और नौकरशाहों के एक समूह ने 1932 की तिथि तक के फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए कथित तौर पर मिलीभगत की थी। ईडी ने झारखंड में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा भी शामिल हैं। सोरेन को ईडी ने शुरुआत में तीन नवंबर 2022 को तलब किया था, लेकिन वह सरकारी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए उसके सामने पेश नहीं हुए थे। झामुमो नेता ने केंद्रीय जांच एजेंसी (Money Laundering Case) को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी थी और समन को तीन हफ्ते के लिए टालने का अनुरोध किया था।