Bageshwar Dham : बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा से लौटे एक परिवार के 7 लोगों ने की आत्महत्या…कार में मिला सभी की Body
बालोद, 27 मई। Bageshwar Dham :हरियाणा के पंचकूला में सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस जांच में पता चला है कि ये सभी सोमवार को पंचकूला के सेक्टर-28 में हो रही बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में शामिल होने आए थे। बागेश्वर धाम के बाबा की कथा से लौटते समय सेक्टर-27 में खड़ी कार में एक परिवार के सात सदस्यों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को रात करीब 11 बजे सूचना मिली कि एक कार में कई लोग बेहोश पड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि एक की हालत गंभीर थी और जिसकी बाद में मौत हो गई। कार में बैठे माता-पिता और बच्चों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सात शव बरामद किए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सभी सातों शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। कार में ही खाया जहर वहीं पंचकुला की एसीपी हिमाद्री कौशिक के अनुसार, “हमें सूचना मिली थी कि ओजस अस्पताल में छह लोगों को लाया गया है। जब हम यहां पहुंचे तो पाया कि सभी की मौत हो चुकी है। एक अन्य व्यक्ति को सेक्टर 6 सिविल अस्पताल लाया गया। उसे भी मृत घोषित कर दिया गया। प्रथम दृष्टया यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। घटना के सामने आने के बाद से ही सभी जांच अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य हैं।” गाड़ी में से मिला सुसाइड नोट बताया जा रहा है कि प्रवीण मित्तल के साथ पिता देशराज मित्तल माता, उनकी पत्नी तीन बच्चे शामिल थे। बताया जा रहा है कि जब यह सेक्टर 27 के पास होटल ढूंढने के लिए पहुंचे तो उसे वक्त परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने अपने पूरे परिवार के साथ जहर खा लिया। हालांकि, अब तक यह भी पता नहीं चला है कि जहर किसी खाने की चीज में मिलाया गया था या कैसे इसे बच्चों को दिया गया। गाड़ी में से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसकी जांच पुलिस जांच कर रही है। कर्ज से परेशान था परिवार पंचकूला पुलिस के अनुसार सभी सातों शवों को पंचकूला के निजी अस्पतालों की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच के लिए मौके से नमूने लिए हैं। पुलिस ने बताया कि प्रवीण ने हाल ही में देहरादून में (Bageshwar Dham) टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया था। कारोबार में प्रवीण ने काफी पैसा लगाया, लेकिन सफल नहीं हुआ। इस तरह घाटे के कारण प्रवीण का परिवार कर्ज में डूब गया। परिवार का गुजारा करना बहुत मुश्किल हो गया था।