Bangladesh Womens In Sex Racket

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Bangladesh Womens In Sex Racket : बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़…बांग्लादेशी महिलाओं से करवाया जा रहा था देह व्यापार…पुलिस ने 14 को किया रेस्क्यू…

मुंबई, 23 जून। Bangladesh Womens In Sex Racket : मुंबई की मालवणी पुलिस ने हाल ही में एक सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था और मौके से तीन बांग्लादेशी महिला नागरिक को रेस्क्यू किया था। अब जांच में सामने आया है कि मेडिकल सेक्टर में नौकरी का लालच देकर उन्हें बांग्लादेश से मुंबई लाया गया और फिर जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कैसे हुआ रैकेट का खुलासा? दरअसल, मालवणी पुलिस ने कुछ दिनों पहले एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था, जहां से तीन बांग्लादेशी महिलाओं को बचाया गया था। इन महिलाओं से पूछताछ में पता चला कि उन्हें मेडिकल सेक्टर में नौकरी का लालच देकर देह व्यापार में धकेला गया (Bangladesh Womens In Sex Racket)है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक बड़ी जांच शुरू की, जिससे एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश हुआ। नौकरी का झांसा, अवैध घुसपैठ पुलिस के अनुसार, बचाई गई महिलाएं बांग्लादेश के गरीब परिवारों से ताल्लुक रखती हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए काम की तलाश में थीं। आरोपियों ने इसी मजबूरी का फायदा उठाया और उन्हें मुंबई के अस्पतालों में नौकरी दिलाने का झूठा वादा (Bangladesh Womens In Sex Racket)किया। पिछले महीने इन महिलाओं को अवैध तरीके से भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराकर मुंबई लाया गया था। फर्जी आधार कार्ड और गिरफ्तारी मुंबई पहुंचने के बाद इन महिलाओं को अपनी बांग्लादेशी पहचान छिपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड उपलब्ध कराए गए और फिर उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। मालवणी पुलिस ने विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए विभिन्न स्थानों पर छापे (Bangladesh Womens In Sex Racket)मारे और कुल 14 बांग्लादेशी महिलाओं का रेस्क्यू किया। इस रैकेट में शामिल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन पर तस्करी, शोषण और फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराने का आरोप है।

CBI Special Court: Big news...! Bank officer sentenced to 16 years...here's the reason
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CBI Special Court : बड़ी खबर…! बैंक अधिकारी को 16 साल की सजा…ये रही वजह

जबलपुर, 03 सितंबर। CBI Special Court : मध्य प्रदेश के जबलपुर में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने धोखाधड़ी के एक मामले में स्टेट बैंक आफ इंडिया के प्रोबेशनरी ऑफिसर को 16 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कुल 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अफसर ने लोगों को लोन दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया था। दरअसल, रीवा जिले के त्यौंथर ब्लॉक में चाकघाट स्थित एसबीआई बैंक की शाखा में तैनात प्रोविजनल ऑफिसर कुनाल बिसेन ने साल 2019 में कई लोगों को पर्सनल लोन दिलाने के नाम पर पहले तो उनसे 10% का कमीशन मांगा और सिक्योरिटी के नाम से हितग्राहियों के चेक भी जमा कराए। जब हितग्राहियों ने बैंक में चेक जमा किया तो आरोपी प्रोविजनल ऑफिसर ने उन्हीं के चेक से उन्हीं के खाते से रकम निकाल ली। आरोपी ऑफिसर ने किसी के खाते से 25 हजार तो किसी की खाते से 20 हजार तो किसी के खाते से 15000 इस तरह करते हुए 80 हजार से ज्यादा की रकम गोल कर दी थी। पीड़ितों की शिकायत पर सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की। जांच के बाद आज शनिवार को आरोपी को जबलपुर सीबीआई के विशेष कोर्ट में पेश किया। विशेष न्यायाधीश ने आरोपी को अलग-अलग 4 केस में चार-चार साल की सजा सुनाते हुए पांच पांच हजार का जुर्माना लगाया। इस तरह से आरोपी को कुल 16 साल की सजा और 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं सजा सुनाने के बाद आरोपी को सीधे सीबीआई कोर्ट से जबलपुर सेंट्रल जेल (CBI Special Court) भेज दिया गया।