Unsafe Delivery : फर्श पर प्रसव…! अंबिकापुर जिले से शॉकिंग खबर…हाईकोर्ट ने लिया स्वत संज्ञान…नोटिस जारी कर जिम्मेदारों से क्या कहा…?

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बिलासपुर, 11 जून। Unsafe Delivery : अंबिकापुर जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र नवानगर में फर्श पर असुरक्षित प्रसव कराए जाने के मामले को हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान में लेते हुए चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने चीफ सेक्रेटरी, स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग संचालक, कलेक्टर सरगुजा के साथ सीएमओ अंबिकापुर, सिविल सर्जन अंबिकापुर और मेडिकल ऑफिसर नवानगर को नोटिस जारी किया है।

अंबिकापुर जिले के नवानगर उप स्वास्थ्य केंद्र में फर्श पर असुरक्षित प्रसव मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ को मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के संचालक, सरगुजा कलेक्टर के साथ अंबिकापुर सीएमओ, सिविल सर्जन सहित नवानगर मेडिकल ऑफिसर को नोटिस जारी किया।

हाईकोर्ट ने कहा है, कि जब राज्य सरकार राज्य के दूरदराज के इलाकों में रहने वाली जनता को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए भारी मात्रा में धन खर्च कर रही है तो ऐसी स्थिति क्यों बन रही है।

बताते चले कि अंबिकापुर जिले के उप स्वास्थ्य केंद्र नवानगर में गर्भवती की डिलीवरी फर्श पर कराई गई। अस्पताल में डॉक्टर-नर्स नहीं होने के चलते मितानिन ने जमीन पर लिटाकर प्रसव कराया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक दरिमा के नवानगर ग्राम पंचायत की गर्भवती को जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो मितानिन उसे शनिवार सुबह 9 बजे नवानगर उपस्वास्थ्य केंद्र ले गई। उस समय अस्पताल में न तो कोई डॉक्टर थे और न नर्स। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर मितानिन ने प्रसूता को जमीन पर लिटा दिया और वहीं डिलवरी करवाय।

सीएमएचओ की जांच के बाद एक्शन

असुरक्षित तरीके से फर्श पर प्रसव कराए जाने के मामले में अस्पताल के एएनएम को हटा दिया गया है। वहीं स्टाफ नर्स को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ के दल ने मामले की जांच की। जांच में चिकित्सक सहित एएनएम, नर्स की लापरवाही मिली है। बीएमओ और प्रभारी चिकित्सक पर कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए प्रतिवेदन स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है।

बगैर संसाधन जमीन में कराया प्रसव

मितानिन ने नर्स और डॉक्टर को फोन लगाया, लेकिन कोई अस्पताल नहीं पहुंचा। जिस कारण जमीन पर ही असुरक्षित तरीके से प्रसव कराया गया। उसके बाद परिजनों ने गांव से दाई को बुलाकर साफ- सफाई कराया। इस दौरान अस्पताल में सिर्फ एक चतुर्थ वर्ग की कर्मचारी मौजूद थी।

ग्रामीणों के मुताबिक यह कोई पहली घटना नहीं है। आए दिन स्वास्थ्य कर्मचारियों के गायब रहने से मरीजों को परेशान होना पड़ता है। मौसमी बीमारी, सर्दी, बुखार के इलाज के लिए भी ग्रामीणों को अंबिकापुर जाना पड़ता है।

लापरवाही हुई, जांच होगी- प्रभारी CMHO

इस मामले में प्रभारी सीएमएचओ डॉ. जेके रेलवानी ने कहा कि, मामले में लापरवाही हुई है। सुबह जिस नर्स की ड्यूटी थी, अस्पताल आने के दौरान वो हादसे का शिकार हो गई। इस कारण वो सवा घंटे विलंब से अस्पताल पहुंची थी। ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि, वे मौके पर उपस्थित थे, लेकिन इसकी जांच की जाएगी।उन्होंने कहा कि, प्रसव के लिए निश्चित प्रोटोकाॅल का पालन करना होता है। इसका पालन नहीं हुआ। हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों के स्वस्थ होने की जानकारी मिली है। यह लापरवाही क्यों हुई ? इसकी जांच की जाएगी। संबंधितों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।

Video बनाने को लेकर अधिकारी गंभीर

नवानगर अस्पताल की अव्यवस्था उजागर करने के लिए अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो बनाया और इसे वायरल कर दिया। लेकिन इस दौरान उसने प्रसूता की निजता का हनन करते हुए वीडियो वायरल कर दिया। प्रभारी सीएमएचओ डॉ. रेलवानी ने कहा कि, इस पर भी संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों की सलाह लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।