5 September 2024

Death of Children: Parents walk 15km carrying the bodies of two children...! This video may disturb you
Uncategorised

Death of Children : दो बच्चों के शव लेकर 15KM पैदल चले मां-बाप…! ये VIDEO विचलित कर सकती है

गढ़चिरौली, 05 सितंबर। Death of Children : गढ़चिरौली में सही समय पर इलाज नहीं हो पाने के कारण दो बच्चों की मौत हो गई। बच्चों के माता-पिता 15 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचे थे। इतनी देर में बच्चों की मौत हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद फिर माता-पिता दोनों बच्चों के शवों को अपने-अपने कंधे पर रखकर कीचड़ भरे सड़क पर पैदल चलकर घर पहुंचे। बुखार के इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय पुजारी के पास लेकर गए दो नन्हे भाइयों की कुछ ही घंटों में संदिग्ध परिस्थितियों मौत हो जाने से गढ़चिरौली में हड़कंप मच गया है। पुजारी के पास से निकलकर बच्चों को लेकर माता-पिता अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके बाद कोई एंबुलेंस नहीं मिलने पर माता-पिता शवों को कंधे पर रखकर भारी कदमों से 15 किलोमीटर पैदल चलकर घर पहुंचे। 15 किलोमीटर पैदल चलने का वीडियो आया है सामने  4 सितंबर को अहेरी तालुका के पत्तीगांव की इस घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोग आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। उन मृत नन्हे भाईयों के नाम बाजीराव रमेश वेलादी (6) और दिनेश रमेश वेलादी (साढ़े तीन वर्ष) हैं। दोनों पत्तीगांव के रहने वाले थे। 4 सितम्बर को बाजीराव को बुखार आया. बाद में दिनेश भी बीमार पड़ गया। पुजारी के पास ले गए थे इलाज के लिए उनके माता-पिता दोनों को इलाज के लिए पत्तीगांव इलाके में एक पुजारी के पास ले गए। वहां उन्हें जड़ी-बूटियां दी गईं। कुछ देर बाद दोनों की हालत और बिगड़ गई। पहले बाजीराव की मृत्यु हो गई, फिर दोपहर दिनेश ने दम तोड़ दिया। जिमलगट्टा स्वास्थ्य केंद्र से पत्तीगांव तक कोई पक्की सड़क नहीं है। कीचड़ भरे सड़कों पर शवों के लेकर चले माता-पिता सड़क नहीं होने की वजह से दोनों बच्चों को माता-पिता नाले के पानी और कीचड़ के बीच अपने कंधों पर लेकर जिमलगट्टा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। वहां चिकित्सा अधिकारियों ने जांच की और उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र में कोई एम्बुलेंस नहीं था। इसलिए देचलीपेठा से एम्बुलेंस बुलाने की तैयारी की गई, लेकिन दोनों बच्चों को खो चुके वेलादी दंपति ने मदद लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों शवों को अपने कंधों पर लादकर पत्तीगांव चल पड़े। नालियों और कीचड़ भरी सड़क के कारण यहां से वाहन नहीं निकल पाते थे, इसलिए उन्हें पैदल ही चलना पड़ा। गढ़चिरौली जिले में यह मामला नया नहीं है। इसके पहले भामरागड़, एटापल्ली और अहेरी तहसील के दूरदराज के गांव में ऐसे मामले सामने आये थे। ऐसे कई मामले आ चुके हैं सामने इन तहसील के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा नदारद हैं। कहीं एंबुलेंस, तो कहीं डॉक्टर नहीं हैं, तो कहीं ग्रामीण इलाकों में सड़क ही नहीं हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जिले के पालक मंत्री हैं। ऐसी कई मामले सामने आने पर भी उनकी और से किसी बड़े कदम उठाने का  बस इंतजार हो रहा है। राज्य के दबंग मंत्री धर्मरावबाबा आत्राम भी यहीं से विधायक हैं, लेकिन हालात जस के तस हैं।

Lover Committed Suicide : I am a boy, who will listen to me, that's why I am giving up my life...! The lover committed suicide by writing a 6-page suicide note
Uncategorised

Lover Committed Suicide : मैं लड़का हूं मेरी कौन सुनेगा इसलिए जान दे रहा हूं…! प्रेमी ने 6 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर की आत्महत्या

इंदौर, 05 सितंबर। Lover Committed Suicide : इंदौर के अन्नपूर्णा नगर में प्रेम संबंधों के कारण एक युवक ने ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मंगलवार शाम 6 से 7 बजे के बीच घटी। मृतक की पहचान 23 वर्षीय रितिक बछाने के रूप में हुई है, जो पेशे से एक निजी कंपनी में लोडिंग रिक्शा चलाता था। पुलिस को मौके से एक 6 पेज सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपनी प्रेमिका और उसके भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रेमिका और भाई पर आरोप रितिक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उसकी मौत के लिए उसकी प्रेमिका और उसके भाई शुभम बाथम राठौर जिम्मेदार हैं। उसने कहा कि वह निर्दोष है, लेकिन समाज में लड़कों की बात कोई नहीं सुनता, इसलिए वह यह कदम उठा रहा है। रितिक और उसकी प्रेमिका का रिश्ता पिछले एक साल से था, और प्रेमिका ने उसके साथ भागकर शादी करने की इच्छा भी जताई थी। लेकिन, वह बिना किसी दस्तावेज के आई थी। रितिक का दावा है कि उसने कभी भी अपनी प्रेमिका को नुकसान नहीं पहुंचाया, बल्कि उसका हर तरह से ख्याल रखा। ब्लैकमेल और भाई का अत्याचार सुसाइड नोट में रितिक ने आगे लिखा कि उसकी प्रेमिका ने उसे बार-बार ब्लैकमेल किया, जिसका उसके पास सबूत भी है। प्रेमिका का भाई शुभम 15-20 गुंडों के साथ उसके पास आया और उसका फोन छीन लिया, ताकि सभी सबूत नष्ट कर दिए जाएं और उसकी बहन की बदनामी न हो। रितिक ने बताया कि शुभम रोज रात को 10 बजे उसके घर आता था और उसके परिवार वालों को डराता था, लेकिन अपनी बहन को कभी कुछ नहीं कहता था। न्याय की गुहार रितिक ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस से निवेदन किया कि उसकी प्रेमिका और उसके भाइयों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उसने कहा कि वह लड़का है, इसलिए उसकी बातों को कोई महत्व नहीं देगा, और इसी कारण उसने आत्महत्या करने का निर्णय लिया। रितिक ने अपने परिवार को भी संदेश दिया कि वे उसके फैसले से परेशान न हों और न्याय की लड़ाई लड़ें। परिवार की स्थिति रितिक के भाई लोकेश ने बताया कि रितिक एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता था। उसकी एक बहन है जिसकी अभी शादी नहीं हुई है। रितिक अपने परिवार का समर्थन करने के लिए निजी कंपनी में लोडिंग रिक्शा चलाता था। परिवार ने उसकी मौत के बाद न्याय की गुहार लगाई है और पुलिस से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस दुखद घटना ने इंदौर के अन्नपूर्णा नगर (Lover Committed Suicide) में सनसनी फैला दी है और पुलिस अब मामले की जांच कर रही है। रितिक ने सुसाइड नोट में लिखा कि मां तुम टेंशन मत लो, मेरे पास इसके सिवा कोई रास्ता नहीं था। तुम अच्छी तरह से रहना। मेरी एक्टिवा ब्रिज के नीचे खड़ी है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतक के मोबाइल की भी जांच की जा रही है।

CG NEWS: On the initiative of Chief Minister Vishnu Dev Sai, development works are continuously getting approval for building strong infrastructure in the state
Uncategorised

CG NEWS : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर राज्य में मजबूत अधोसंरचना निर्माण हेतु विकास कार्यों की लगातार मिल रही स्वीकृति

रायपुर, 05 सितंबर। CG NEWS : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप राज्य में एक मजबूत अधोसंरचना निर्माण के लिए सड़कें, पुल-पुलिया के साथ ही स्कूल, छात्रावास सहित अन्य शासकीय भवनों के निर्माण आदि के लिए राज्य शासन द्वारा लगातार स्वीकृति दी जा रही है। किसी भी क्षेत्र में अगर एक बेहतर अधोसंरचना हैं। गांवों में अच्छी सड़क होने के साथ ही मुख्य मार्ग से जुड़ा हुआ हो तो वहां की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ती है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री साय की पहल पर ही जशपुर एवं पत्थलगांव क्षेत्र में सड़क निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जशपुर क्षेत्र में चांदीडांड हात्ता हल्काटोली पहुंच मार्ग निर्माण लंबाई 2.36 किलोमीटर के लिए 3 करोड़ 39 लाख 79 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी तरह पत्थलगांव क्षेत्र में बगिया-सूजीबहार मार्ग लंबाई 8.70 किमी में मजबूतीकरण निर्माण कार्य के लिए 7 करोड़ 98 लाख 86 हजार रूपए, बाबूसाजबहार से गोलीडीह नदी तक मार्ग निर्माण कार्य लंबाई 4 किमी तक के लिए 4 करोड़ 3 लाख 45 हजार रूपए और विकासखंड कांसाबेल के ग्राम करंजटोली रजौटी मार्ग लंबाई 1.20 किमी के लिए 3 करोड़ 36 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव की सरकार के बने अभी 9 महीने ही हुए हैं। इतने कम समय में ही जिले में राज्य सरकार ने विकास की एक रूपरेखा बना कर उस पर काम करना शुरू कर दिया है। स्कूल व छात्रावास भवनों के निर्माण, सिंचाई व्यवस्था के लिए एनीकट, व्यपवर्तन, जीर्णाेद्धार एवं लाईनिंग कार्य, जलाशय, सी.सी.लाईनिंग कार्य, मुख्य एवं शाखा नहर के मरम्मत, पुराने पक्के कार्याे का सुधार, तालाब निर्माण, सड़कों का निर्माण, अस्पतालों के निर्माण सहित डॉक्टरों एवं अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति आदि कार्य प्राथमिकता के साथ किए जा रहे हैं।

Teacher's Day: State level teacher felicitation ceremony concluded at Raj Bhavan, teachers play an important role in the development of talents
Uncategorised

Teacher’s Day : राजभवन में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह सम्पन्न, प्रतिभाओं के विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण

रायपुर, 05 सितंबर। Teacher’s Day : राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन गरिमामयी समारोह में वर्ष 2023-24 के उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया। राज्यपाल डेका ने कहा शिक्षक विद्यार्थियों को बड़ा सपना देखने प्रेरित और पूरा करने प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की भी शिक्षा देना सुनिश्चित करें। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-2024 के लिए सभी सम्मानित शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रदेश के तीन महान साहित्यकारों के नाम पर 03 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान स्मृति पुरस्कार तथा 52 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य शिक्षक सम्मान वर्ष 2024-25 के लिए चयनित 64 शिक्षकों के नामों की घोषणा की। राजभवन के दरबार हॉल में आज आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में तीन उत्कृष्ट शिक्षकों बिलासपुर जिले की डॉ. रश्मि सिंह धुर्वे को डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्मृति पुरस्कार, कबीरधाम जिले के राजर्षि पाण्डेय को डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार और दुर्ग जिले की डॉ. सरिता साहू को डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस तरह प्रधान पाठक, व्याख्याता, व्याख्याता एल.बी., शिक्षक एल.बी., सहायक शिक्षक, सहायक शिक्षक एल.बी वर्ग के 52 शिक्षकों को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया। इस गरिमामय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण प्रतिभाआंे के विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिक्षक समाज के प्रमुख नागरिक हैं। राज्यपाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद लार्ड मैकाले की शिक्षा पद्धति में बड़ा परिवर्तन हो रहा हैै, जिसका परिणाम भी अच्छा होगा। राज्यपाल डेका ने कहा कि आज हर क्षेत्र में क्रांति हो रही है और शिक्षा के क्षेत्र में भी क्रांति हो रही है। शिक्षक इस क्रांति का एक हिस्सा है। शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका बदल गया है, लेकिन इस बदलाव के साथ-साथ शिक्षा के गुणवत्ता पर भी ध्यान देना होगा। बच्चों में नैतिक मूल्यांे का विकास करने की जवाबदारी भी शिक्षकों की है। राज्यपाल डेका ने कहा कि माता-पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं जबकि शिक्षक उस बच्चे के व्यक्तित्व को गढ़ते हैं और उसे उज्ज्वल भविष्य प्रदान करते हैं। शिक्षा के अलावा, शिक्षक बेहतर इंसान बनने के लिए मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और प्रेरणा देने के लिए हर कदम पर हमारे साथ खड़े रहते हैं। शिक्षक ज्ञान और बुद्धि का स्रोत हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक देश उतना ही अच्छा होता है जितने उसके लोग, उसी प्रकार उसके नागरिक भी उतने ही अच्छे होते हैं जितने उसके शिक्षक। इसलिए बहुत कुछ शिक्षकों पर निर्भर करता है कि बच्चों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। मैं सभी शिक्षकों को उनके जुनून, समर्पण, प्रतिबद्धता और योगदान के लिए सलाम करता हूं। राज्यपाल डेका ने कहा कि शिक्षण सभी व्यवसायों की जननी है। शिक्षक दिवस हमें भविष्य की पीढ़ियों को और भी अधिक चुनौतियों का सामना करने और हमारे देश को मानव कल्याण के प्रति उच्च संवेदनशीलता के साथ एक उन्नत और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए जिम्मेदारियों और प्रतिबद्धताओं की याद दिलाता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि भारत में शिक्षक दिवस का जितना उत्साह और महत्व है वैसा शायद ही कहीं और देखने को नहीं मिलता। भूतपूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की जयंती को हम सब शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भारत देश उत्तम शिक्षा के मामले में हमेशा से समृद्ध रहा है। गणित के क्षेत्र में शून्य भारत ने ही विश्व को दिया, आर्यभट्ट जैसे वैज्ञानिक और भाष्कराचार्य जैसे गणितज्ञ भारत में ही पैदा हुए। नागार्जुन जैसे रसायनज्ञ यहाँ हुए। शिक्षकों ने देश को हमेशा नई दिशा दिखाई है। भले ही आज इंटरनेट की दुनिया में ज्ञान एक क्लिक पर उपलब्ध है लेकिन अनुभव भरा ज्ञान, संस्कारपूर्ण शिक्षा, जीवन जीने की कला, कौशल, उत्तम शैली की सीख केवल विद्यालयों में शिक्षकों के जरिए ही संभव है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी जरूरत को समझा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लेकर आए। इस नीति के माध्यम से हमारी शिक्षा में आमूलचूल बदलाव की संभावना तैयार हुई है, जिसमें लोकल से वोकल तक के ज्ञान, सीख व समझ का समावेश किया गया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हमने प्रदेश में भी लागू कर दिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हमने प्रदेश में 9438 बालवाड़ियाँ आरंभ की हैं। हमने 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई की शुरुआत की है। इसके लिए किताबें बनाई हैं और शिक्षक इसे पढ़ा रहे हैं। यह बच्चों की नींव तैयार करने में काफी महत्वपूर्ण है। शिक्षा से नक्सलवाद का अँधियारा छँटने से बस्तर में अब शिक्षा की रोशनी भी तेजी से फैल रही है। बस्तर में वर्षों से बंद 29 स्कूलों को पुनः शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आधुनिक समय एआई तथा रोबोटिक्स का है। हमारे बच्चे भी इसमें पीछे नहीं रहेंगे। हमने आदिवासी क्षेत्र के बच्चों के लिए भी स्कूलों में रोबोटिक्स तथा एआई की शिक्षा आरंभ कर दी है। नक्सल प्रभावित जिलों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए हम बिना ब्याज के शिक्षा ऋण दे रहे हैं। हमारा सबसे ज्यादा ध्यान कौशल विकास पर है। छोटे-छोटे ट्रेड में बच्चों को थोड़ा भी प्रशिक्षित कर दें, तो उनके लिए बेहतर भविष्य की राह खुल जाती है। हम हाइटेक स्कूल तैयार कर रहे हैं। प्रदेश में पीएम श्री योजना के अंतर्गत 211 स्कूलों का शुभारंभ किया गया है। इसके अलावा 52 स्कूलों की और स्वीकृति मिल गई है। यहाँ गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही है। हमारी सरकार ने 13 नगरीय निकायों में नालंदा की तरह हाइटेक लाइब्रेरी की स्थापना का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूलों में न्योता भोज की भी पहल की है, इससे सामुदायिक सहयोग से स्कूलों में बच्चों को रूचिकर पोषण आहार मिल रहा। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने स्वागत उद्बोधन के साथ प्रतिवेदन का वाचन किया। आभार प्रदर्शन संचालक लोक शिक्षण दिव्या उमेश मिश्रा ने किया। स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने राज्यपाल डेका और मुख्यमंत्री साय को स्मृति चिन्ह स्वरूप पुस्तक भेंट की। कार्यक्रम में

Horror Killing: Sister kept pleading in front of brother- please don't kill me brother, there is a baby in the womb...? The heart did not melt and shot her with a 312 bore in the womb
Uncategorised

Horror Killing : भाई के आगे गिड़गिड़ाती रही बहन- प्लीज मुझे मत मारो भैया पेट में बेबी…? नहीं पसीजा दिल और ‘गर्भ’ में 312 बोर टिकाकर मार दी गोली

उत्तराखंड, 05 सितंबर। Horror Killing : उत्तराखंड में हॉरर किलिंग का मामला सामने आया है। ये सनसनीखेज हत्याकांड यूएस नगर जिले के बाजपुर के दूरस्थ गांव महुआडाली में हुआ है। पुलिस के मुताबिक, जगतपुरा गांव की राज कॉलोनी निवासी 21 वर्षीय सोनम ने करीब एक साल पहले महुआडाली गांव के निवासी पवन पुत्र भीमसेन के साथ प्रेम विवाह किया था। प्रेम विवाह से सोनम का भाई राजीव बेहद खफा था। परिजनों के मुताबिक सोनम सात माह की गर्भवती थी। मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे सोनम 18 वर्षीय पड़ोसी युवती के साथ घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक नाले के पास शौच को गई थी। इसी दौरान खौफनाक मंजूबों के साथ राजीव तमंचा लेकर मौके पर पहुंच गया। उसने तमंचे से फायर कर सोनम को मौत के घाट उतार दिया। बहन के प्रेम प्रसंग और उसके बाद मंदिर में शादी से भाई खुश नही था। वह काफी समय से बहन और बहनोई की हत्या के फिराक में था और तमंचा लेकर घूम रहा था। मंगलवार दोपहर चरई के खेत में घात लगाकर बैठे भाई ने बहन पर तमंचा तान दिया। बहन ने कहा कि भैया मुझे मत मारो मैं गर्भवती हूं, लेकिन भाई का दिल नहीं पसीजा और पेट पर 312 बोर के तमंचे से गोली मारकर बहन की हत्या कर दी। साथ ही ननद की बेटी निशा को भी शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी। साथ गई ननद की लड़की ने बताया कि सोनम ने भाई को गर्भवती होने की बात कहकर नहीं मारने की बात कही, पर वह नहीं माना और तमंचे से गोली मार दी। बहनोई पर भी किए फायर बाहर शोर-शराबा (Horror Killing) और धमाके की आवाज सुन सोनम का पति पवन भी मौके पर पहुंच गया था। राजीव ने पवन पर भी फायर झोंके, लेकिन वह बच गया। पवन जान बचाकर अपने घर भाग गया था। राजीव ने घर तक भी पवन का पीछा किया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। एएसपी काशीपुर अभय सिंह ने बताया कि पवन की तहरीर पर हत्यारोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

Teacher Commits Suicide: Sad news from Balod on Teacher's Day...! 'Headmaster' hanged himself in his house...mentioned this in the suicide note
Uncategorised

Teacher Commits Suicide : शिक्षक दिवस के दिन बालोद से दर्दनाक खबर…! अपने घर में फंदे पर झूले ‘हेडमास्टर’…सुसाइड नोट में इसका जिक्र

डौंडी/बालोद, 05 सितंबर। Teacher Commits Suicide : शिक्षक दिवस के दिन ब्लॉक के ग्राम ओडगांव से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां के प्राथमिक शाला के हेडमास्टर देवेंद्र कुमार ठाकुर (57) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना उस वक्‍त की है, जब घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। देवेंद्र ठाकुर की पत्नी भी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं, और घटना के समय वो भी स्कूल में थीं। घटना का पता तब चला जब देवेंद्र के बच्चे स्कूल से घर लौटे और अपने पिता को फांसी पर लटका हुआ देखा। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फांसी के फंदे से उतारा और जांच शुरू की। सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें देवेंद्र ठाकुर ने अपनी मौत के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में नौकरी के नाम पर ठगी गई राशि का भी उल्लेख किया गया है। इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच की गई, तो यह आत्महत्या का पर्दाफाश हो सकता है, जिसमें कई सफेदपोश राजनेता भी शामिल हो सकते हैं। डौंडी थाना प्रभारी मुकेश सिंह ने कहा, मृतक देवेंद्र ठाकुर के शव के साथ एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखी बातों का खुलासा पूरी जांच के बाद ही किया जाएगा। सुसाइड नोट इन चार लोगों के नाम का उल्‍लेख एडिशनल एसपी अशोक जोशी ने मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में मौत के लिए जिम्मेदार चार लोगों के नाम को सार्वजनिक कर दिया। उन्‍होंने बताया कि घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट में हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर, मदार खान और मोहम्मद अकबर के नाम का उल्‍लेख है। नोट में मृतक ने बताया है कि नौकरी (Teacher Commits Suicide) के नाम पर पैसा लेने के बाद वापस नहीं किए जाने को लेकर ये कदम उठाया गया है। हालांकि अभी सुसाइड नोट मृतक देवेंद्र ठाकुर द्वारा ही लिखा गया है या नहीं जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा। प्रकरण में जांच जारी है, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

Uncategorised

CG-Telangana Border : बिग ब्रेकिंग…! छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर ग्रे हाउंड्स सैनिकों और माओवादियों के बीच मुठभेड़…6 नक्सली ढेर यहां देखिए

सुकमा, 05 सितंबर। CG-Telangana Border : छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर सुरक्षा बल के जवानों के साथ नक्सलियों की जबरदस्त मुठभेड़ हुई है। दमारतोगू-करकागुडेम के जंगल में ग्रे हाउंड्स के जवान और नक्सलियों के बीच फायरिंग हुई। मुठभेड़ में जवानों ने 6 नक्सलियों को मार गिराया है। गोलीबारी के दौरान ग्रे हाउंड्स के 1 कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल भी हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मुनुगुरु इलाके में लछन्ना दलम सक्रिय था। छत्तीसगढ़ से पलायन कर आया नक्सलियों का दल इस एरिया में एक्टिव था। सर्चिंग में नक्सलियों की बॉडी बरामद तेलंगाना के मुलुगु जिले के करका गुडेम पोलिस थाना के सीमावर्ती इलाके में जवानों का सामना नक्सलियों से हुआ। फिलहाल इलाके की सर्चिंग के बाद जवानों ने नक्सलियों की बॉडी बरामद कर ली है। इसके साथ भी भारी मात्रा में हथियार भी मिले हैं। दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर हुई थी मुठभेड़ बीते दिनों दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमावर्ती इलाके में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में 9 नक्सली मारे गए थे। जवानों को मौके से एसएलआर, 303 राइफल, 315 बोर बंदूक समेत भारी मात्रा में विस्फोटक भी मिला। बताया जाता है कि एनकाउंटर उस वक्त हुआ, जब 3 सिंतबर को सुरक्षाबल के जवान इलाके में सर्चिंग पर निकले थे। उनके पास जानकारी थी कि इलाके में पश्चिम बस्तर डिवीजन के 30 से 35 माओवादी मौजूद (CG-Telangana Border) हैं।

Uncategorised

Got his Wife Raped : 10 साल तक 51 लोगों से कराया पत्नी का रेप…! इतना नशा दिया की पता ही नहीं चला…अब महिला ने की केस के प्रचार की मांग

एविग्नन, 05 अगस्त। Got his Wife Raped : यह खबर पति-पत्नी के रिश्ते की गरिमा और विश्वास को खत्म कर देती है। एक व्यक्ति 10 साल तक अपनी पत्नी को नशीला पदार्थ देकर उसका अब तक 51 लोगों से बलात्कार करवाया है। उसके लिए पति अपने घर पर अजनबियों को बुलाता रहा। निःसंदेह इस मामले ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है। दरअसल, ये मामला फ्रांस के दक्षिणी शहर एविग्नन का है। बलात्कार करवाने के लिए करता था ऑनलाइन भर्ती जिन लोगों से उसने बलात्कार करवाया, उनकी भर्ती उसने ऑनलाइन की थी। आरोपी पति के साथ उन पचास लोगों पर भी मुकदमा चल रहा है, जिन्होंने महिला का बलात्कार किया। मुख्य संदिग्ध फ्रांस की सरकारी बिजली उपयोगिता कंपनी EDF का 71 वर्षीय पूर्व कर्मचारी है। 72 लोगों ने 92 बार किया बलात्कार पुलिस ने बताया कि 72 लोगों ने कुल 92 बार महिला से बलात्कार किया था। इन आरोपियों में से 51 की पहचान हो चुकी है। 26 से 74 वर्ष की आयु के इन पुरुषों पर 72 वर्षीय महिला का बलात्कार करने का आरोप है। महिला के वकीलों का कहना है कि महिला को इतना अधिक नशीला पदार्थ दिया गया था कि उसे इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उसके साथ एक दशक तक दुष्कर्म होता रहा। महिला ने की केस के प्रचार की मांग केस की सुनवाई करते हुए पीठासीन न्यायाधीश रोजर अराता ने घोषणा की कि सभी सुनवाई सार्वजनिक होंगी, जिससे महिला की इच्छा पूरी हो जाएगी कि वह अदालती मामले की कार्यवाही का प्रचार हो। दरअसल, महिला अपने साथ हुई घटना के बारे में जागरूकता फैलाना चाहती है, ताकि ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों। कंप्यूटर पर पत्नी की सैकड़ों तस्वीरें मिली पुलिस ने कहा कि उन्हें आरोपी पति के कंप्यूटर पर उसकी पत्नी की सैकड़ों तस्वीरें और वीडियो मिले, जो स्पष्ट रूप से बेहोशी की स्थिति में थीं। यह दुर्व्यवहार 2011 में शुरू हुआ था, जब यह जोड़ा पेरिस के पास रह रहा था और दो साल बाद माजान में चले जाने के बाद भी जारी रहा। आरोपी बलात्कारियों में एक फोर्कलिफ्ट ड्राइवर, एक फायर ब्रिगेड अधिकारी, एक कंपनी का बॉस और एक पत्रकार शामिल हैं।

CG Police Transfer: Large scale transfer in police department...see the jumbo list here
Uncategorised

Haryana Election 2024 : बिग ब्रेकिंग…! भाजपा में बगावत सुर…26 पदाधिकारियों ने दिए इस्तीफे…पूर्व मंत्री कविता जैन का भी टिकट कटा

सोनीपत, 05 अगस्त। Haryana Election 2024 : भाजपा में लिस्ट जारी होते ही बगावत के सुर नजर आने लगे है। पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन का टिकट कटने से नाराज पदाधिकारियों ने इस्तीफे देने शुरू कर दिए। रात साढ़े 10 बजे तक पार्षद इंदु वलेचा समेत 26 से अधिक पदाधिकारी अपने पदों से इस्तीफे दे चुके थे। सभी पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए पद छोड़ने की घोषणा कर दी। गुरुवार सुबह नौ बजे कार्यकर्ताओं से अपील की गई कि पुरखास रोड स्थित राजीव जैन के ऑफिस पर अधिक से अधिक संख्या में एकत्रित होकर प्रदर्शन में शामिल हों।