14 May 2025

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Return of Soldier : पाकिस्तान ने BSF जवान को सुरक्षित लौटाया…परिवार ने ली राहत…20 दिनों तक हिरासत में रहा

अमृतसर/नई दिल्ली, 14 मई। Return of Soldier : पाकिस्तान ने भारत के बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवान पूर्णम कुमार शॉ को रविवार सुबह भारत को सौंप दिया। उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए वापस भेजा गया। जवान पिछले करीब 20 दिनों से पाकिस्तान की हिरासत में थे। बीएसएफ कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार सुबह 10:30 बजे वतन वापस लौटे, जहां सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें तुरंत अपनी हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ शुरू की। उनकी वापसी के बाद मेडिकल जांच और डिटेल इनक्वायरी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, जवान किसी कारणवश नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया था। इस घटना के बाद भारत की ओर से लगातार राजनयिक स्तर पर कोशिशें की जा रही थीं। बीएसएफ और गृह मंत्रालय इस मामले की जांच कर रहे हैं कि जवान पाकिस्तान की सीमा में कैसे पहुंचे और वहां उनके साथ क्या व्यवहार किया गया। पूर्णम कुमार की सुरक्षित वापसी पर उनके परिवार और बल के साथियों में खुशी की लहर है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगी।

CG Cabinet End: Say Cabinet took a big decision...! People will elect Mayor and Chairman in the urban body elections
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CG Cabinet Meeting : कुछ ही देर में होगी साय कैबिनेट की अहम बैठक…! बर्खास्त शिक्षकों की बहाली के बाद अब STF पर चर्चा…इन बड़े फैसलों की उम्मीद

रायपुर, 14 मई। CG Cabinet Meeting : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 14 मई बुधवार को कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित होगी। यह बैठक राजधानी अटल नगर स्थित मंत्रालय महानदी भवन में दोपहर साढ़े 11 बजे से शुरू होगी, जिसमें राज्य की नीतियों और सुरक्षा से जुड़े कई बड़े फैसलों पर चर्चा की जाएगी। सभी मंत्रियों को तय समय पर मंत्रालय पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं। विदेशी नागरिकों पर सख्ती की तैयारी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सरकार द्वारा बांग्लादेश से अवैध रूप से आए विदेशी नागरिकों को चिन्हित कर उन्हें बाहर निकालने की रणनीति पर चर्चा होगी। इसके लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) गठित की जाएगी। बैठक में इस टास्क फोर्स की कार्ययोजना, जिम्मेदारियां और अधिकार क्षेत्र पर निर्णय लिया जा सकता है। यह मुद्दा राज्य की आंतरिक सुरक्षा और सामाजिक संतुलन से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे लेकर सख्त नीति अपनाई जा सकती है। पिछली बैठक में लिए गए थे ये फैसले पिछली कैबिनेट बैठक में सरकार ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र से जुड़ा बड़ा निर्णय लेते हुए 2621 बर्खास्त बीएड शिक्षकों को फिर से नियुक्त करने का ऐलान किया था। इन शिक्षकों को सहायक शिक्षक (विज्ञान प्रयोगशाला) के पद पर समायोजित किया जाएगा, जिससे राज्य की स्कूल शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा राज्य के ग्रामीण इलाकों में परिवहन सुविधा बेहतर बनाने के लिए ग्रामीण बस सेवा योजना शुरू करने का निर्णय भी लिया गया था। इस योजना के तहत दूर-दराज़ के गांवों को जिला मुख्यालयों और कस्बों से जोड़ा जाएगा, जिससे आम लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। अन्य संभावित चर्चाएं इस कैबिनेट बैठक में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण से जुड़ी कुछ नई योजनाओं पर भी चर्चा होने की संभावना है। साथ ही, आगामी मानसून सत्र और राज्य में संभावित प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर भी प्रस्ताव रखे जा सकते हैं। नजरें बैठक पर टिकीं प्रदेश की जनता और सरकारी अमले की नजरें इस कैबिनेट बैठक (CG Cabinet Meeting) पर टिकी हुई हैं, क्योंकि इसमें लिए जाने वाले फैसलों का असर सीधे आम जनता की ज़िंदगी और राज्य की प्रशासनिक दिशा पर पड़ेगा।

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Minister Vijay Shah : कर्नल सोफिया पर टिप्पणी…! मंत्री विजय शाह की माफी से भी नहीं थमा बवाल…BJP को करना पड़ा डैमेज कंट्रोल…यहां सुनिए वो विवादित बयान

भोपाल, 14 मई। Minister Vijay Shah : मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की पूर्व अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक हलकों में तूफान खड़ा कर दिया है। बयान के बाद कांग्रेस ने विजय शाह से तुरंत इस्तीफे की मांग की, वहीं बीजेपी ने स्थिति को संभालने के लिए माफी और संवाद का रास्ता अपनाया। विवाद बढ़ता देख विजय शाह ने सार्वजनिक रूप से अपने बयान पर खेद जताया और माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। हालांकि, विवाद थमता नजर नहीं आया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से डैमेज कंट्रोल की कोशिशें तेज कर दी गईं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का संदेश लेकर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता कर्नल सोफिया कुरैशी के घर पहुंचे। नेताओं ने कर्नल सोफिया से मुलाकात की और पार्टी की ओर से खेद जताया। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व इस पूरे प्रकरण को बेहद गंभीरता से ले रहा है और पार्टी की छवि को नुकसान से बचाने की हर संभव कोशिश कर रहा है। विपक्ष को बैठे बिठाए मिला मुद्दा कांग्रेस ने इस घटनाक्रम को लेकर बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है। पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि एक महिला सैन्य अधिकारी के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी निंदनीय है और सिर्फ माफी से बात नहीं बनेगी। कांग्रेस ने विजय शाह को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है। कर्नल सोफिया कुरैशी, जो भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय सैन्य दल का नेतृत्व किया था, देश में महिला सशक्तिकरण और सेना में लैंगिक समानता की प्रतीक मानी जाती हैं। उनके खिलाफ कोई भी आपत्तिजनक टिप्पणी ना केवल असंवेदनशील है, बल्कि देश के उन मूल्यों के खिलाफ है जिनके लिए वे खड़ी रही हैं। इस पूरे घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। देखना यह होगा कि बीजेपी इस विवाद को पूरी तरह से शांत कर पाती है या विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बना लेता है।

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Death in Heart Attack : दर्दनाक मंजर…! चलती बाइक पर युवक को आया हार्ट अटैक…कुछ देर तड़पने के बाद हुई मौत…CCTV कैद हुई घटना यहां देखें

मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश, 14 मई। Death in Heart Attack : शहर के कोतवाली कटघर थाना क्षेत्र के पचपेड़ा इलाके में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। सोमवार दोपहर को 20 वर्षीय युवक हंजला की बाइक चलते समय अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवक को हार्ट अटैक आया, जिससे वह सड़क पर ही गिर पड़ा और कुछ देर तक तड़पता रहा। हंजला बुलेट बाइक से घर से निकला था और कारीगरों से तकादा करने जा रहा था। जैसे ही वह चाकू वाली मस्जिद के पास पहुंचा, उसकी बाइक डगमगाने लगी और अनियंत्रित होकर एक खंभे के पास खड़ी बाइक से टकरा गई। टक्कर के बाद वह सड़क पर गिर गया और वहीं छटपटाने लगा। राहगीरों ने की थी भरपूर मदद पीछे से आ रहे राहगीरों ने जब यह मंजर देखा तो तुरंत मदद के लिए दौड़े। स्थानीय लोगों ने हंजला को पानी के छींटे मारे और CPR देने की कोशिश की, लेकिन युवक की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। उसे तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार के मुताबिक, हंजला को किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। वह मुरादाबाद के मकबरा सेकंड भेंडा वाली गली में रहता था और अपने पिता गुलजार के साथ पीतल के व्यापार में हाथ बंटाता था। हंजला अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी दो छोटी बहनें और एक छोटा भाई है। छोटी सी उम्र में आया अटैक डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है। युवक को दफन कर दिया गया है। यह घटना CCTV में कैद हुई, जो बुधवार को सामने आई। इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है और सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक (Death in Heart Attack) जैसी गंभीर समस्या कैसे हो सकती है।

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Pollachi Gang Rape : ये हैं 100 लड़कियों से गैंगरेप के 9 आरोपी…कोई गवाह नहीं डिगा…मरते दम तक जेल में रहेंगे…6 साल बाद मिला न्याय

कोयंबटूर, 14 मई। Pollachi Gang Rape : तमिलनाडु के बहुचर्चित पोल्लाची यौन उत्पीड़न मामले में कोयंबटूर की विशेष महिला अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 9 दोषियों को मरते दम तक उम्रकैद की सजा सुनाई है। छह साल लंबे मुकदमे के बाद न्यायाधीश आर. नंदिनी देवी ने यह सख्त फैसला सुनाया। अदालत ने साथ ही 8 पीड़ित महिलाओं को कुल 85 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी आदेश दिया है। दोषियों को मिली सजा सभी 9 दोषियों की उम्र 30 से 39 वर्ष के बीच है और उन्हें सलेम सेंट्रल जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने इन सभी को भारतीय दंड संहिता की धारा 376डी (गैंगरेप) और 376(2)(एन) (बार-बार बलात्कार) के तहत दोषी पाया। इनमें थिरुनावुक्कारासु को सबसे अधिक 5 उम्रकैद की सजा दी गई है। दोषियों को मिली सजा सभी दोषियों पर कुल 1.50 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। ऐसे हुआ खुलासा यह मामला फरवरी 2019 में सामने आया, जब 19 वर्षीय कॉलेज छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके परिचित युवक उसे घुमाने के बहाने कार में ले गए और गैंगरेप किया। आरोपियों ने इस कुकृत्य का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया। इस खुलासे के बाद पुलिस जांच में सामने आया कि यह एक सुनियोजित गैंग था जो सोशल मीडिया पर लड़कियों को फंसाकर उनका यौन शोषण करता था। 100 से अधिक लड़कियां बनीं शिकार जांच में सामने आया कि यह कोई एक मामला नहीं था। इस गैंग ने करीब 100 से ज्यादा लड़कियों को अपने जाल में फंसाया था। आरोपियों ने वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया और पैसे या बार-बार यौन शोषण करते रहे। पीड़ितों में अधिकतर स्कूल और कॉलेज की छात्राएं थीं, जो सामाजिक भय के कारण सामने नहीं आ पाईं। सीबीआई ने की जांच शुरुआत में जांच स्थानीय पुलिस और फिर सीआईडी को सौंपी गई। बाद में जनआक्रोश को देखते हुए राज्य सरकार ने मामला सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई ने गहन जांच के बाद 9 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। राजनीतिक प्रतिक्रियाएं मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि दोषियों को सजा मिलने से न्याय हुआ है। उन्होंने अन्नाद्रमुक पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। वहीं विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने भी फैसले का स्वागत किया और कहा कि तत्कालीन सरकार की तत्परता के कारण पीड़ितों को न्याय मिल सका। यह फैसला ना केवल पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि समाज के लिए एक सख्त संदेश भी है कि महिलाओं के साथ अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।