नई दिल्ली, 11 फरवरी। Acharya Pramod Krishnam : कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अनुशासनहीनता को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। पार्टी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। उन्होंने हाल ही में पीएम मोदी से मुलाकात की थी और उनकी जमकर तारीफ की थी। साथ ही अन्य कैबिनेट मंत्रियों से भी मुलाकात की थी।कांग्रेस ने कहा कि अनुशासनहीनता की शिकायतों और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयानबाज़ी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम लंबे समय से कांग्रेस पर ही हमलावर थे। वह अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर ले रहे थे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में कुछ बड़े नेता ऐसे हैं, जिन्हें हिंदू शब्द से ही नफरत है। कुछ कांग्रेसी ऐसे नेता हैं, जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं, बल्कि भगवान राम से भी नफरत है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि कोई भी मंदिर जाकर हिंदू नहीं बनता और ना ही मस्जिद जाकर कोई मुसलमान बन जाता है। जिसे जीसस में यकीन ना हो वह इसाई नहीं हो सकता और पैगंबर को ना मानने वाला मुसलमान नहीं हो सकता है, इसी तरीके से जो भगवान राम से नफरत करता हो वह हिंदू नहीं हो सकता। उन्होंने कहा था कि सारी दुनिया जानती है कि राम मंदिर के निर्माण को रोकने के लिए हुए प्रयास हुए, जिससे सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हाल ही में मल्लिकार्जुन खड़गे पर तंज कसा था, उन्होंने कहा था कि बड़े नेता को अपनी मर्यादा और भाषा का ध्यान रखना चाहिए। कार्यकर्ताओं से पार्टी बनती है. कार्यकर्ता कर्मठ और कर्मवीर होता है। इनके प्रति जो भाषा का प्रयोग किया गया, उससे न सिर्फ मेरा मन, बल्कि तमाम कार्यकर्ताओं का मन को ठेस पहुंची है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हाल ही में पीएम मोदी से मुलाकात (Acharya Pramod Krishnam) की थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि वह राहुल गांधी से मिलने के लिए 1 साल से समय मांग रहे हैं, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई है। जबकि पीएमओ में फोन करने के 4 दिन बाद ही पीएम मोदी ने मिलने का समय दे दिया।