नई दिल्ली। भारत घुमने आई एक अमेरिकी लड़की ने अपने किडनैप होने की खबर से हर किसी को सख्ते में डाल दिया। साथ ही अमेरिका से लेकर भारत तक इस बात से हड़कंप मच गया। लेकिन बात अमेरिका से आई लड़की कि किडनैपिंग था। जिसके बाद भारत के ऑफिसर्स पर उसे ढूंढने का दबाब बढ़ने लगा। लेकिन जब दिल्ली पुलिस द्वारा इंवेस्टिगेशन किया गया तो माजरा कुछ और ही निकला।
9 जुलाई को कोले रेनी ने अमेरिकी नागरिक सेवा (अमेरिकन सिटिजन सर्विस) को ईमेल किया। इसमें कोले ने बताया कि भारत में उसका शारीरिक एवं भावनात्मक तौर पर उत्पीड़न किया जा रहा है। हालांकि उसने इस मेल में इससे अधिक जानकारी साझा नहीं की और न ही जगह के बारे में बताया।
इसके बाद युवती ने 10 जुलाई को अमेरिका में रहने वाले अपने माता-पिता से व्हाट्सएप कॉल पर सम्पर्क किया। उसने मां को व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल में शरीर पर चोट के निशान दिखाए। अमेरिकी युवती ने अपनी मां को बताया कि कुछ लोग उसकी पिटाई भी करते हैं।
हालांकि उसने ये नहीं बताया कि उसे कहां रखा गया है? कॉल पर युवती की बात हो ही रही होती है कि कमरे में कुछ लोग आ जाने से उसने फ़ोन काट दिया। फिर परिवार से उसका कोई सम्पर्क नहीं हो सका। इसके बाद युवती की मां ने अमेरिकी सिटिजन सर्विस से सम्पर्क कर पूरी जानकारी दी।
फिर इसकी जानकारी नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास को दी गई। अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी युवती की गुमशुदगी की शिकायत चाणक्यपुरी थाने में दी। जिस पर अपहरण की धारा के तहत एफआईआर दर्ज उसकी तलाश शुरू की गई।
पुलिस के मुताबिक यह सब कोले रेनी ने यह सब सिर्फ इसलिए किया क्योंकि वह अपने नाइजीरियन मित्र के साथ हिंदुस्तान में रहना चाहती थी लेकिन उसका वीजा खत्म हो चुका था। अब पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि पूछताछ के दौरान कोले रेनी ने बताया कि उसने झूठी कहानी रचकर परिवार को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया था। कोले रेनी ने अमेरिकी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया हुआ है। उसके पिता पूर्व सेना अधिकारी हैं। उसे गाने का शौक है। नाइजीरियाई युवक रिची को भी गाने का शौक है। दोनों की दोस्ती फेसबुक से हुई थी। दोनों ने साथ मिलकर गाने का प्लान बनाया था।