Author name: Ek Janta Ki Awaaz

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Booth Chalo Abhiyan : CM भूपेश ने ली बूथ कमेटी प्रभारियों की क्लास…

बिलासपुर, 1 जुलाई। Booth Chalo Abhiyan : बिलासपुर में ‘बूथ चलो अभियान’ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बूथ कमेटी प्रभारियों की क्लास ली और उन्हें न सिर्फ वोटर लिस्ट पढ़ने के तरीके बताए। बल्कि, सरपंच और पार्षद चुनाव की तरह एक-एक मतदाताओं की जानकारी जुटाने को कहा। उन्होंने शहर के पांच जगहों पर बूथ कमेटी प्रभारियों की चुनावी क्लास ली। साथ ही वोटर लिस्ट पढ़ने का तरीका सिखाया। सभी अनुभाग के बूथ कमेटी में बुजुर्ग, महिला और युवाओं को रखने के निर्देश भी दिए। सीएम भूपेश के साथ AICC की राष्ट्रीय महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सेलजा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, राज्य सरकार के मंत्रियों समेत दिग्गज कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को बिलासपुर में बूथ चलो अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री चुनावी रंग में रंगे हुए नजर आए। कांग्रेस के पदाधिकारियों से लेकर बूथ कमेटी के पदाधिकारी और सदस्य उनसे बेबाकी से बात कर रहे थे। खुद भूपेश बघेल एक-एक पदाधिकारियों से बूथ की जानकारी लेकर उन्हें टिप्स भी देते नजर आए। वोटर लिस्ट नहीं पढ़ पाए कमेटी के पदाधिकारी मुख्यमंत्री ने बूथ चलो अभियान के दौरान राजेंद्र नगर के सिटी मेन टेलर हॉल में चुनावी क्लास लगाई। तब बूथ कमेटियों के प्रभारियों से वोटर लिस्ट पढ़ने को कहा, वे नहीं पढ़ पाए। इस पर उन्होंने खुद वोटर लिस्ट पढ़कर सुनाया। उन्हें लिस्ट पढ़ने का तरीका सिखाया। उन्होंने कहा कि हर एक नेता को वोटर लिस्ट पढ़ना आना चाहिए। जब सीएम ने पूछा कि वोटर लिस्ट में कब से नाम जुड़वा सकते हैं? तब अध्यक्ष सवाल का जवाब नहीं दे सके। तब मुख्यमंत्री ने कहा कि जब खुद नहीं मालूम है तो कैसे नाम जुड़वा सकोगे। अनुभाग पढ़ नहीं पाए पदाधिकारी उन्होंने बूथ कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद आसिफ अली उसके बूथ के अनुभाग की संख्या के बारे में पूछा तो वह नहीं बता सके। इस पर सीएम ने उन्हें अपने पास बुलाकर अनुभाग पढ़ने को कहा। तब भी वह नहीं पढ़ पाए। इस दौरान सीएम बघेल ने कहा कि जितने भी बूथ अध्यक्ष, प्रभारी, सेक्टर और जोन के अध्यक्ष हैं उनको वोटर लिस्ट पढ़ना आना चाहिए। सीएम ने वोटर लिस्ट पढ़कर सुनाया। बताया कि उसमें क्या-क्या लिखा है। फिर बताया कि उसके बूथ में 15 अनुभाग हैं। फिर पूरे अनुभाग का नाम पढ़कर सुनाया। कहा कि एक-एक अनुभाग में एक जवान, एक बुजुर्ग और एक महिला बताओ, जिसकी नियुक्ति की गई है। तुम्हारे साथ 45 लोगों को आना चाहिए था। यहां तो सब मिलाकर ही 45-50 नजर आ रहे हैं। सीएम ने कहा कि 23 नहीं इस बूथ कमेटी (Booth Chalo Abhiyan) में 45 लोग होने चाहिए।

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भाई ने पढ़ाई करने से किया मना तो बहन पहुंच गई पुलिस स्टेशन, जानें फिर क्या हुआ

Viral News: यूपी के हरदोई में शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक लड़की को उसके भाई ने पढ़ाई करने से मना कर दिया, जिससे नाराज लड़की पुलिस के पास पहुंची और पूरे मामले की शिकायत करते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की. पुलिस ने मामले को समझते हुए पूरे परिवार को बुलाकर समझाया, जिसके बाद परिजन किशोरी की पढ़ाई को तैयार हुए. किशोरी कक्षा 9 में पढ़ाई कर रही है और अगले साल बोर्ड की परीक्षा में बैठेगी. कक्षा 9 में पढ़ाई कर रही बहन को भाई ने पढ़ने से किया मनाहैरतअंगेज मामला शाहाबाद कोतवाली का है. यहां के प्रभारी निरीक्षक दिलेश सिंह के पास नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली किशोरी प्रीति पहुंची और एक शिकायत दर्ज कराई. वह थी उसके ही सगे भाई शेर सिंह के खिलाफ. उसने प्रभारी निरीक्षक को बताया कि उसके भाई ने यह कहकर उसको पढ़ाई बंद करने को कह दिया कि अब वह बड़ी हो गई है और वह अब शादी लायक हो गई है इसलिए अब पढ़ाई बंद कर दो. प्रीति ने प्रभारी निरीक्षक को बताया कि वह आगे की भी पढ़ाई करना चाह रही है लेकिन भाई नहीं मान रहा है. किशोरी की पढ़ाई में बाधा बने भाई को पुलिस ने समझायामामले की नजाकत को समझते हुए कोतवाल दिलेश कुमार सिंह ने किशोरी के भाई व परिजनों को बुलाकर समझाया तो बात बन गई. कोतवाल दिलेश ने किशोरी के परिवार से समझाया कि अगर बेटी पढ़ना चाहती है तो यह अच्छी बात है इसलिए उसे पढ़ाई के लिए ना रोका जाए. पुलिस के समझाने पर परिवार वाले भी समझे और बात मनाकर हंसी खुशी घर लौट गए. एसपी राजेश द्विवेदी का कहना है पुलिस की एक पहल से किशोरी अब बढ़ सकेगी और अगले वर्ष बोर्ड परीक्षा में बैठेगी.

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पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है कोकिला व्रत, जानिए इसकी तिथि और पूजन विधि

Kolkila Vrat 2023: हिंदू धर्म में आषाढ़ माह का बहुत महत्व है। यह महीना भगवान विष्णु, सूर्य देव और देवी दुर्गा को समर्पित होता है और इसे कामना पूर्ति का महीना कहा जाता है। इस माह में किए गए व्रत, साधना, तीर्थ, प्रार्थना, जप, तप आदि जल्द सिद्ध हो जाते हैं। आषाढ़ मास की अंतिम तिथि को कोकिला व्रत रखा जाएगा। इस बार यह उपवास 02 जुलाई को रखा जाएगा, जिसका शुभ मुहूर्त शाम 8:21 से शुरू होकर 3 जुलाई सुबह 5:08 तक है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन किया जानेवाला ये व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूरी श्रद्धा के साथ कोकिला व्रत करने से कुंवारी कन्याओं को योग्य और सर्वगुण संपन्न पति मिलता है। कोकिला व्रत की कथाशास्त्रों में बताया गया है कि कोकिला व्रत पहली बार माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को पति रूप में प्राप्त करने के लिए किया था। पति से हठ कर दक्ष के यज्ञ समारोह में जाने की वजह से भगवान शंकर, सती से नाराज हो गये और दस हजार सालों तक कोयल बनकर भटकने का श्राप दे दिया। इसी वजह से पार्वती रूप में जन्म लेने से पहले पार्वती, कोयल का जन्म लेकर पूरे दस हजार सालों तक नंदन वन में भटकती रही थीं। श्राप से मुक्ति पाने के बाद पार्वती ने कोयल की श्रद्धा पूर्वक पूजा की। इस पूजा के प्रताप से भगवान शिव प्रसन्न हुए और पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। कोकिला व्रत का महत्वकोकिला व्रत करने से विवाहित महिलाओं के पति को उन्नति और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। वहीं, अविवाहित लड़कियां अच्छे वर के लिए इस व्रत को करती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये व्रत करने से ना सिर्फ जल्दी शादी होती है, बल्कि सुयोग्य वर की प्राप्ति भी होती है। अगर अधिक मास में कोकिला व्रत किया जाए तो यह है और भी ज्यादा फलदायी होता है। इस व्रत को करने से घर में वैभव और सुख की भी वृद्धि होती है। कोकिला व्रत: पूजन विधिअगर कोकिला व्रत करना चाहती हैं, तो सुबह गंगाजल डालकर पानी से स्नान करें और सूर्य देवता को अर्घ्य दें। एक चौकी पर नया कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और पार्वती जी की प्रतिमा को स्थापित करें। फिर इनकी फल-फूल, मिष्टान्न आदि से इनकी विधिवत पूजा करें। दिनभर उपवास रखने के बाद शाम को आरती करके फलाहार करें। इस दिन स्नान करने के पश्चात सुगन्धित और खुशबूदार इत्र लगाना चाहिए। चांदी या लाख की बनी कोयल को पीपल के पेड़ में रखकर विधि-विधान से पूजा करें। बाद में ब्राह्मण या सास-ससुर को कोयल का दान करना चाहिए।

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सादगी से हुआ Ram Charan की बेटी का नामकरण, धोती कुर्ते में दिखे सुपरस्टार…तो पोती को निहारते रहे चिरंजीवी

साउथ के सुपरस्टार राम चरण और उनकी पत्नी उपसना कोनिडेला ने अपनी बेटी का नाम रिवील कर दिया है साथ की नामकरण सेरेमनी की फोटोज़ भी इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं. फोटो में आप देख सकते हैं कि सभी बिल्कुल सिंपल लुक में हैं.सभी ने व्हाइड और गोल्डन कलर के ट्रेडिशनल आउटफिट कैरी किए हैं. जहां राम चरण सफेद धोती कुर्ते पायजामे में दिखे तो वहीं उपासना ने भी गोल्ड बॉर्डर वाली सफेद साड़ी पहनी है फोटो में आप देख सकते हैं कि सभी बिल्कुल सिंपल लुक में हैं.सभी ने व्हाइड और गोल्डन कलर के ट्रेडिशनल आउटफिट कैरी किए हैं. जहां राम चरण सफेद धोती कुर्ते पायजामे में दिखे तो वहीं उपासना ने भी गोल्ड बॉर्डर वाली सफेद साड़ी पहनी है. राम चरण की पत्नी उपासना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर बेटी के नामकरण सेरेमनी की फोटोज़ और वीडियो शेयर की हैं. फोटोज़ में सिर्फ एक्टर और उनकी पत्नी की फैमिली नज़र आ रही है. .

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Ram Charan Daughter Name: प्यारी सी बेटी का रखा प्यारा सा नाम

Ram Charan Daughter Name: राम चरण और उपासना कामिनेनी ने लाडली का नाम रख दिया है. शुक्रवार को नामकरण संस्कार के बाद उन्होंने पोस्ट शेयर कर नाम का खुलासा भी कर दिया है. अब राम चरण अपनी नन्हीं परी को ‘क्लिन कारा कोनिडेला’ कहकर पुकारेंगे. एक पोस्ट शेयर कर उन्होंने बेटी का नाम और उसका मतलब रिवील किया है. नाम बेहद खूबसूरत है चलिए बताते हैं इस नाम का अर्थ. राम चरण के इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की गई है. जिसमे बताया है कि ये नाम ललिता सहस्त्रनाम से लिया गया है जिसका अर्थ है ऊर्जा से भरा हुआ यानि ऊर्जा का प्रतीक. जो आध्यात्म से जुड़ा है. वहीं जैसे ही नाम का खुलासा हुआ तो सुपस्टार कपल को बधाई देने का सिलसिला चल निकला. सभी ने जहां नाम की तारीफ की तो लोगों ने इस नए पैरेंट्स को शुभकामनाएं भी दी. वहीं नामकरण की तस्वीरों में पूरा परिवार साथ नजर आ रहा है. View this post on Instagram A post shared by Ram Charan (@alwaysramcharan) क्लिन को गिफ्ट मिला ‘सोने’ का पालनावहीं खबर है कि राम चरण की लाडली क्लिन को एक स्पेशल गिफ्ट मिला है और वो है सोने का पालना. इसे गिफ्ट करने वाले कोई और नहीं बल्कि दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक मुकेश अंबानी हैं. रिपोर्ट्स की माने तो अंबानी परिवार की तरफ से राम चरण की लाडली के लिए गोल्ड से बना पालना भेजा गया है जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ बताई जा रही है. हालांकि ये सच है कि झूठ है या सच ये फिलहाल जानकारी नहीं है क्योंकि किसी तरह का ऑफिशियल बयान जारी नहीं किया गया है. बेहद खास रहा है राम चरण के लिए बीता एक सालपिछला एक साल राम चरण के लिए सबसे खास रहा है. 2022 में उनकी आरआरआर रिलीज हुई है. जिसने उन्हें इंडिया में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में फेमस कर दिया और देखते ही देखते वो ग्लोबल स्टार बन गए. इसके बाद नाटू नाटू गाने को ऑस्कर मिलना अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि थी.

Crime, Raipur

ड्रीम इंडिया स्कूल बंद होने पर पालकों ने घेरा DEO कार्यालय

रायपुर. बगैर सूचना के अचानक ड्रीम इंडिया स्कूल को बंद करने से पालकों में आक्रोश है. शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत पढ़ने वाले 910 बच्चों का भविष्य अंधकार में हो गया है. स्कूल बंद होने पर पालक और बच्चों ने शिक्षा अधिकारी कार्यालय रायपुर का घेराव किया. आरटीई के तहत बच्चों के ट्रांसफर का प्रावधान नहीं है. शिक्षा सत्र प्रारंभ हो गया है. ऐसे में अब पालकों ने सवाल उठाया है कि उनके बच्चे अब कहां पढ़ाई करेंगे? आपको बता दें कि ड्रीम इंडिया स्कूल की बिल्डिंग में उसी व्यवस्था के साथ क्यूरो स्कूल संचालित हो रहा है. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी : DEOतीन अलग अलग ब्रांच को बंद किया गया है, जिससे 910 बच्चे शिक्षा से वंचित हुए हैं. इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, स्कूल बंद होने की कोई सूचना नहीं दी गई है. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बच्चों का साल खराब न हो, इसके लिए पहले ऑप्शन उनको नियमानुसार सरकारी स्कूल का दिया जाएगा.

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CEO ने पंचायत सचिव को किया निलंबित, दो अन्य सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी

धमतरी। धमतरी जिले में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में लापरवाही बरतने वाले एक पंचायत सचिव को जिला पंचायत सीईओ ने सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही दो सचिव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। इस कार्रवाई से पंचायत सचिवो में हडकंप मच गया है। दरअसल गोठानों में गोबर खरीदी कर अधिकाधिक वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन कर जैविक खेती को बढ़ावा देने एंव समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त करने का काम किया जा रहा है। गोबर खरीदी एवं कम कन्वर्जेंस वाले गोठानों के पैरामीटर में प्रगति लाने के निर्देश जिले के सभी पंचायत सचिवो को दिया गया है। इसके बाद भी गोबर खरीदी कार्य को कई पंचायत सचिव गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसके चलते मगरलोड ब्लाक के ग्राम पंचायत केकराखोली के पंचायत सचिव नोहर नेताम को सीईओ जिला पंचायत रोक्तिमा यादव ने सस्पेंड कर दिया है।

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हाथियों का तांडव

बालोद जिले में हाथियों का तांडव पिछले 3 वर्षों से लगातार जारी है अब ऐसा लगने लगा है कि हाथियों के लिए बालोद जिला पर्यटक स्थल है हर एक 2 महीने के अंदर हाथियों का दल बालोद के जंगलों में आने लगा है हाथियों की उपस्थिति को लेकर ग्रामीणों के बीच जबरदस्त भय का माहौल है लोग डरे हुए हैं घर से बाहर निकलना बंद कर दिए हैं वहीं वन विभाग ने भी हाथी प्रभावित क्षेत्र में ग्रामीणों को सुरक्षित रहने के लिए टिप्स दिए हैं और मुनादी करा रहे हैं

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MMC जोन में हुई नक्सलियों की एंट्री, इन दो जिलों को बना रहे अपना नया ठिकाना

कवर्धा। कभी बेहद शांत माने जाने वाले कबीरधाम जिला में साल 2015 से लगातार नक्सलियों की संख्या बढ़ी है। बस्तर में पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते नक्सली अब नया ठिकाने के तलाश में कबीरधाम जिला व मध्यप्रदेश के बालाघाट को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं और संगठन विस्तार के लिए जंगल मे भटकते रहे हैं, लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली। हाल ही में एक बार फिर बस्तर से 25 से अधिक नक्सली एमएमसी जोन एंट्री कर चुके हैं। ऐसे में पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होगी, हालांकि कवर्धा पुलिस के द्वारा दावा है की जिले में नक्सलियों की संख्या 30 से कम है, लेकिन 25 से अधिक नक्सलियों के पहुंचने की खबर से जिले के लिएचिंता का विषय है। आगामी समय में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में नक्सलियों का कोई बड़ा रणनीति हो सकता है। 2018 चुनाव से ठीक पहले जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच कई बार मुठभेड़ हुआ था। बरसात के दिनों में पुलिस की सक्रियता कम हो जाती है, जिसके चलते नक्सली भी इसका फायदा उठाते हैं। जिले में अब तक 5 एनकाउंटर हो चुके हैं, जिसमें 3 नक्सलियों की डेथ बाडी रिकवर हुई थी। हालंकि सरकार के पुनर्वास नीति के तहत 6 नक्सलियों ने सरेंडर भी किया। बोड़ला डिवीजन कमेटी के SZCM सुरेन्द्रर उर्फ कबीर व राकेश ओड़ी आज भी जिले काकमान संभाल रहे हैं और बस्तर से एक बार फिर 25 से अधिक नक्सली एमएमसी जोन पहुंचे हैं। हालांकि पुलिस ने बस्तर से नक्सलियों के आने की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र के रास्ते से लगभग 25 से अधिक नक्सली MMC जोन एंट्री कर चुके हैं। आने वाले समय में छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव है। ऐसे मे पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।

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शराब प्रेमियों के लिए अच्छी खबर, अब यहां भी ले जा सकेंगे शराब की बोतलें…

नई दिल्ली. शराब प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्री अब अपने साथ सामान के संग शराब की बोतलें भी ले जा सकेंगे. इसके लिए दिल्ली मेट्रो रेल प्रबंधन ने अपनी मंजूरी दे दी है. हालांकि, इसके लिए जो एक छोटी सी शर्त रखी गई है, वो यह कि बोतलों पर सील लगी होनी चाहिए. हालांकि, इस आदेश के बावजूद मेट्रो परिसर के अंदर शराब पीना अपराध की श्रेणी में ही आएगा. मेट्रो ने इस आदेश के बाद यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे यात्रा के दौरान उचित व्यवहार को बनाए रखे. अगर कोई शराब के नशे में पाया जाता है तो उस पर कानून के हिसाब के कार्रवाई की जाएगी. मेट्रो में अपने साथ शराब ले जाने की यह सुविधा इससे पहले सिर्फ दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर ही उपलब्ध थी, लेकिन दोबारा पाबंदियों वाली सूची की समीक्षा के बाद डीएमआरसी प्रबंधन ने अब इसे बाकी सभी लाइनों पर भी लागू करने की मंजूरी दे दी. पहले के आदेश के अनुसार, एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन को छोड़कर दिल्ली मेट्रो में शराब ले जाने पर प्रतिबंध था. हालांकि बाद में, सीआईएसएफ और डीएमआरसी के अधिकारियों की एक समिति द्वारा सूची की समीक्षा करने के बाद और संशोधित सूची के अनुसार, अब एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर लागू प्रावधानों के अनुरूप ही दिल्ली मेट्रो में भी अब यात्रियों को प्रति व्यक्ति शराब की दो सीलबंद बोतलें ले जाने की अनुमति दे दी गई है.