रायपुर। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की हड़ताल को लेकर अब सरकार सख्ती के मूड़ में आ गई है। हड़तालियों पर सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सौदेबाजी नहीं होगी। उनको हड़ताल करना है तो उनकी इच्छा फिर शासन अपना काम करेगा।
छत्तीसगढ़ के 4 लाख से ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी 12 फीसदी डीए की मांग को लेकर आज से हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से तहसील कार्यालय सहित सभी सरकारी दफ्तरों पर ताला लटका हुआ है। न्यायालयीन कर्मचारी भी समर्थन देते हुए हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल पर जाने से सभी सरकारी कामकाज ठप्प पड़ गए हैं।
आज से शुरु हुई अनिश्चतकालीन हड़ताल को लेकर सरकार पूरी तरह से सख्त नजर आ रही है। मुख्यमंत्री ने हड़ताल कर रहे कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के साफ संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री भोपाल में आयोजित एक बैठक में जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे।
सीएम ने कहा, “हम कर्मचारियों के हित में लगातार फैसला ले रहे हैं। उनसे बातचीत हुई थी। बातचीत कर 6 परशेंट बढ़ा दिए। उसके बाद फैसले का आधे संगठन ने स्वागत किया है। दूसरे संगठन के लोग मिलने आए थ उन्होंने कहा कि 6 परशेंट से 1 परशेंट भी ज्यादा बढ़ा दीजिए। सौदेबाजी थोड़े ही होगी।
अर्थव्यवस्था को देखकर हम ने 6 परशेंट बढ़ाया है। ओल्ड पेंशन स्कीम हमने लागू किया है। कर्मचारियों के हित में हम लगातार फैसले लेते जा रहे हैं। उन्हें आधी बिजली बिल का लाभ मिल रहा है। राशन दे रहे हैं उसका लाभ भी उन्हें मिल रहा है।
सभी योजनाओं का उन्हें लाभ मिल रहा है। हफ्ते में पांच दिन ही काम करना है। उसके बावजूद भी अगर उनको हड़ताल करना है तो उनकी इच्छा फिर शासन अपना काम करेगा।”