नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने जम्मू-कश्मीर में उप-निरीक्षकों (SI) की भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं को लेकर मंगलवार को जेकेएसएसबी के पूर्व अध्यक्ष खालिद जहांगीर के ठिकानों समेत 33 स्थानों पर छापेमारी की।
बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार के ठिकानों पर भी छापे मारे जा रहे हैं। छापेमारी जम्मू, श्रीनगर, हरियाणा के करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुजरात के गांधीनगर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और कर्नाटक के बेंगलुरु में की जा रही है।
अधिकारियों के मुताबिक उप-निरीक्षक (SI) भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में सीबीआई द्वारा दूसरे दौर की छापेमारी की जा रही है।
सीबीआई ने एक कोचिंग सेंटर के मालिक, बीएसएफ के तत्कालीन चिकित्सा अधिकारी और जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) के अधिकारियों समेत 33 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पिछले महीने जम्मू, श्रीनगर और बेंगलुरु सहित 30 ठिकानों पर तलाशी ली गई थी।
सीबीआई ने इस मामले को लेकर 5 अगस्त को मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर पुलिस में उप-निरीक्षकों के पदों के लिए 27 मार्च को हुई लिखित परीक्षा में अनियमितता के आरोपों पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अनुरोध पर 33 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस साल 4 जून को परीक्षा परिणाम घोषित किए गए थे, जिसके बाद परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप सामने आए थे। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था।
मामले के आरोपियों में पलौरा के BSF फ्रंटियर मुख्यालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ. करनैल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारी ASI अशोक कुमार, पूर्व CRPF अधिकारी अश्विनी कुमार भी शामिल हैं।
इनके अलावा, ‘एडुमैक्स क्लासेस अखनूर’ के मालिक अविनाश गुप्ता, कोचिंग के प्रबंधक अक्षय कुमार, टीचर रोशन ब्राल, जम्मू और कश्मीर प्रशासनिक सेवा के तत्कालीन सदस्य नारायण दत्त, जम्मू और कश्मीर सेवा चयन बोर्ड के तत्कालीन अवर सचिव बिशन दास, जेकेएसएसबी की तत्कालीन अनुभाग अधिकारी अंजू रैना, बेंगलुरु के मेरिटट्रैक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम आरोपियों में हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) ने 27 मार्च को सब इंस्पेक्टर के 1200 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की थी, जिसका परिणाम 4 जून को जारी किया गया है।
इस भर्ती के लिए 97 हजार युवाओं ने लिखित परीक्षा दी थी। जिसके बाद रिजल्ट के सोशल मीडिया में वायरल पोस्ट में कुछ अभ्यर्थियों को मिले अंक पर सवाल उठाए गए थे। वहीं पोस्ट वायरल होने के बाद भारी हंगामा हुआ और प्रदर्शन किए गए।