गोरखपुर, 16 सितंबर। CBI Action : सीबीआई ने रिमांड अवधि पूरी हो जाने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे के निलंबित प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी को शुक्रवार को जेल भेज दिया। सीबीआई ने तीन दिनों में जोशी के घर से बरामद नकदी, संपत्तियों के दस्तावेज तथा बैंक खातों से बरामद रुपये के बारे में लंबी पूछताछ की। जोशी के लॉकरों की जांच की कार्रवाई भी जल्द पूरी की जाएगी। उधर, केसी जोशी कस्टडी में 48 घंटे से अधिक रहने के चलते स्वत: सस्पेंड हो गए हैं।
वर्ष 1988 बैच के भारतीय रेलवे भंडार सेवा (आईआरएसएस) के अफसर केसी जोशी को सीबीआई ने मंगलवार को तीन लाख की घूसखोरी में गिरफ्तार किया था। बाद में गोरखपुर एवं नोएडा में उसके कार्यालय एवं आवासीय परिसरों की तलाशी के दौरान लगभग 2.61 करोड़ रुपये बरामद हुए थे।
रेल अफसर स्वत सस्पेंड
रिश्वतखोरी में गिरफ्तार पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक (पीसीएमएम) केसी जोशी सीबीआई की कस्टडी में 48 घंटे से अधिक रहने के साथ ही सेवा नियमावली के अनुसार स्वत: (डीम्ड) निलंबित हो गए हैं। फिलहाल उनका चार्ज किसी को नहीं मिला है। संभावना जताई जा रही है कि सोमवार को इसी विभाग के सबसे वरिष्ठ अफसर को चार्ज मिल सकता है। सीबीआई द्वारा चार्जशीट फाइल करने के बाद गिरफ्तार अफसर पर विभागीय कार्रवाई भी शुरू होगी।
3 लाख घूस लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक (पीसीएमएम) केसी जोशी को मंगलवार की शाम सीबीआई ने तीन लाख घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उनके गोरखपुर और नोएडा परिसरों से 2.61 करोड़ की नकदी बरामद की गई थी।
सीबीआई ने यह कार्रवाई रेलवे को सामग्री आपूर्ति करने वाली एक फर्म के संचालक की शिकायत पर की। रेलवे को सामग्री आपूर्ति करने वाली फर्म सूक्ति एसोसिएट के प्रोपराइटर अलहदादपुर, गोरखपुर के रहने वाले प्रणव त्रिपाठी ने घूस मांगे जाने की शिकायत सीबीआई के एंटी करप्शन ब्रांच, लखनऊ के एसपी से 9 सितंबर को की थी। बताया था कि सूक्ति एसोसिएट जेम पोर्टल पर पंजीकृत है और फर्म को एक ठेका मिला है जिसकी वैधता 15 जनवरी 2024 तक है। प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक ने उनकी फर्म का जेम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए लिख दिया है। उन्होंने धमकी दी है कि सात लाख रुपये रिश्वत नहीं दी तो जेम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के साथ चालू टेंडर भी रद्द करा देंगे।
कार्यालय में सन्नाटा
कार्रवाई के चौथे दिन शुक्रवार को भी प्रधान मुख्य सामग्री प्रबंधक कार्यालय में पीसीएमएम के केबिन में ताला बंद था। कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। हर कोई भी इस सम्बंध में कुछ भी कहने से बच रहा था।
सीबीआई द्वारा पीसीएमएम को लखनऊ ले जाने के बाद उनके सरकारी आवास पर भी सन्नाटा पसरा हुआ था। गेट में अंदर की तरफ ताला लगा हुआ था। 10 बजे के बाद यहां किसी का आना-जाना नहीं हुआ।
रेलवे अफसरों के गले की फांस बन गए केसी जोशी
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही इस मामले में रेलवे में कुछ अन्य लोगों से पूछताछ करने के साथ ही बड़ी कार्रवाई कर सकती है। गिरफ्तारी के बाद केसी जोशी ने सीबीआई के सामने कुछ बड़े अफसरों का नाम का खुलासा किया है। कार्रवाई के बाद चौथे दिन शुक्रवार को भी सीबीआई की इस कार्रवाई (CBI Action) से पूरे दिन हड़कंप मचा रहा। हर तरफ इसी घूसकांड की चर्चा हो रही है।