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नई दिल्ली, 25 दिसंबर। Christmas Festival : देशभर में क्रिसमस का त्योहार की धूम मची है। बड़ों से लेकर बच्चों के बीच इस त्यौहार को लेकर खासा उत्साह भी देखा जाता है। क्योंकि इस दिन सैंटा का किरदार निभाने वाले लोग बच्चों को तोहफे देकर उनकी खुशियों को दोगुना कर देते हैं। लेकिन इंग्लैंड के वेल्स में एक ऐसा शख्स है, जिसने न केवल बच्चों की खुशियों के लिए सैंटा क्लॉज का किरदार निभाया, बल्कि इसे अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बना लिया।

30 साल पहले शुरू हुआ सफर

डेली स्टार न्यूज के मुताबिक, वेल्स के स्वानसिया शहर के पास पेनलरगेर गांव में रहने वाले टेरी रीज को बच्चे आज भी सैंटा क्लॉज मानते हैं। 72 साल के टेरी ने 30 साल पहले सैंटा का किरदार निभाना शुरू किया था, लेकिन तब से लेकर आज तक वह इसी किरदार में जी रहे हैं।

टेरी की सैंटा बनने की कहानी 30 साल पहले शुरू हुई, जब उनके एक दोस्त ने उनसे अनाथ बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में सैंटा क्लॉज बनने का अनुरोध किया। टेरी ने खुशी-खुशी यह जिम्मेदारी निभाई, लेकिन यह उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गई।

सैंटा के किरदार में जिया

टेरी ने अपने लुक को सैंटा क्लॉज के जैसा ही रखा। उनकी दाढ़ी और बाल आज भी सैंटा की तरह लंबे और सफेद हैं। यहां तक कि जब वह अपने सैंटा सूट में नहीं होते, तब भी बच्चे उन्हें सैंटा ही मानते हैं। उनकी इस छवि ने उन्हें गांव और आसपास के इलाकों में खास पहचान दिलाई है। टेरी हर साल क्रिसमस के मौके पर कई स्कूलों और कार्यक्रमों में सैंटा क्लॉज बनकर जाते हैं। वह बच्चों को गिफ्ट देते हैं और उनकी खुशियों का हिस्सा बनते हैं। गांव में शायद ही कोई टेरी को उनके नाम से बुलाता है, सबके लिए अब वो सैंटा ही हैं।

सैंटा बनने के पीछे इमोशनल कहानी

टेरी की जिंदगी में सैंटा क्लॉज बनने की खास वजह उनकी पत्नी भी थीं। उनकी पत्नी क्रिसमस को लेकर बेहद उत्साहित रहती थीं और हर साल उनसे सैंटा बनने की गुजारिश करती थीं। वह टेरी को उनकी ड्रेस हमेशा साथ रखने को कहतीं, ताकि छुट्टियों में भी वह सैंटा बनकर दूसरों को खुश कर सकें।

दिसंबर 2020 में, क्रिसमस ईव पर टेरी ने अपनी पत्नी को खो दिया। उस दिन उन्होंने अपनी पत्नी को अंतिम विदाई दी। हालांकि, इस गम के बावजूद टेरी ने सैंटा बनने का अपना सफर नहीं छोड़ा। उनका मानना है कि उनकी पत्नी यही चाहतीं कि वह बच्चों को खुशियां देते रहें।

बच्चों के लिए सैंटा बन गए टेरी

पेनलरगेर गांव के बच्चों के लिए टेरी अब किसी असली सैंटा से कम नहीं हैं। बड़े लोग जानते हैं कि टेरी एक आम इंसान हैं, लेकिन बच्चों की नजरों में वह हमेशा के लिए सैंटा क्लॉज बन चुके हैं। वह हर साल सैंटा की ड्रेस पहनकर बच्चों में गिफ्ट बांटते हैं और उनके चेहरों पर मुस्कान लाते हैं।

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