डेस्क रिपोर्ट, 19 जनवरी। Cruel Mother : एक स्कूल टीचर मां पर अपने पांच दिन के नवजात बच्चे को बारिसल शहर के दपादपिया पुल से कीर्तनखोला नदी में फेंकने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस मामले को पिछले दो दिनों से गुप्त रखा गया था, लेकिन शुक्रवार 17 जनवरी की सुबह मामला लोगों के सामने आने के बाद पूरे शहर में सनसनी मच गई।
वहीं, शारीरिक बीमारी और डिप्रेशन की आरोपी मां ओइशी अख्तर को उनके रिश्तेदारों ने शेबाचिम अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि, प्रवेश रजिस्ट्रार ने रहस्यमय कारणों से उसका नाम राबेया दर्ज किया है। सूचना मिलने के बाद कोतवाली मॉडल थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और महिला व उसके परिजनों से पूछताछ की। मालूम हो कि नवजात की मां ओइशी अख्तर का घर झालकाठी के नलछिटी उपजिला के मगर यूनियन के अमीराबाद गांव में है। वह उसी उपजिला में तौकाठी सरकारी प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक हैं। ओइशी अख्तर के पति सोहेल अहमद पिरोजपुर के मठबारिया फायर स्टेशन में स्टेशन ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
पिता परिवार के खिलाफ करेंगे कानूनी कार्रवाई
शुक्रवार की दोपहर नवजात के पिता सोहेल अहमद ने बताया कि 10 जनवरी की सुबह अस्पताल में पत्नी को बेटी का जन्म दिया। उसके दो दिन बाद उन्होंने पत्नी और बच्चे को शहर के बंगलाबाजार इलाके में पत्नी की बड़ी बहन के घर छोड़ा। बुधवार की दोपहर मेरी पत्नी बच्चे को लेकर वहां से निकली। फिर वह एक इजी बाइक से दापदपिया पुल पर गया और बच्चे को कीर्तनखोला नदी में फेंक दिया। इस घटना के बाद से मेरे बच्चे का कोई पता नहीं है। उन्होंने कहा कि, मैं अपनी पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।
ओइशी अख्तर के भाई मसूद ने कहा कि, उसकी बहन शारीरिक बीमारी और अवसाद से पीड़ित है। उन्हें बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, नवजात बच्चा कहां है, इस सवाल के जवाब में उसकी बहन कुछ भी नहीं बता पा रही है। जब मसूद से अस्पताल में भर्ती होने के लिए अलग नाम का इस्तेमाल करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मेरी बहन का नाम राबेया अख्तर ओशी है, इसलिए राबेया लिखा जाता है।
कोत्याली मॉडल पुलिस स्टेशन के OC मिज़ानुर रहमान ने कहा, खबर मिलने के बाद पुलिस स्टेशन पहले ही अस्पताल का दौरा कर चुका है। इस संबंध में जांच जारी है। हालांकि नवजात (Cruel Mother:) की मां के बीमार होने के कारण स्पष्ट तौर पर कुछ पता नहीं चल पा रहा है।