रतलाम, 21 फरवरी। Death by Drinking Tea : रावटी थाना क्षेत्र के ग्राम पीपलीपाड़ा में चाय पीने के बाद एक ही परिवार की पांच वर्षीय बालिका सहित छह व्यक्ति बीमार हो गए थे। इनमें से बालिका की हालत गंभीर बनी हुई थी। उसने गुरुवार सुबह करीब सवा नौ बजे दम तोड़ दिया। बीमार लोगों का कहना है कि उन्होंने काली चाय पी थी। उसी के बाद तबीयत बिगड़ी। दो दिन बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि तबीयत बिगड़ने का कारण चाय है या अन्य। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परिवार ने पी थी काली चाय
उल्लेखनीय है कि 18 फरवरी को सुबह 60 वर्षीय बेरमबाई पत्नी जीवला सिंगाड़ ने चाय बनाई थी। इसके बाद उन्होंने परिवार के साथ चाय पी थी। कुछ देर बाद उनके पति 62 वर्षीय जीवला सिंघाड़, पौती 3 वर्षीय प्रियंका पुत्री भंवरलाल सिंगाड़ व 17 वर्षीय पीना पुत्री नाहरसिंह सिंघाड़, पौतवधू 30 वर्षीय मेमुड़ीबाई पत्नी भंवरलाल सिंघाड़, देवर 55 वर्षीय हुरजी सिंघाड़ पुत्र जालू सिंघाड़ा की तबीयत बिगड़ी गई थी।
उन्हें चक्कर आ रहे थे और उल्टियां हो रही थी। कुछ लोग अचैत हो गए थे। परिजन जीप से सभी को रावटी के सरकारी अस्पताल ले गए थे। सभी पीड़ितों को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया था। प्रियंका की हालत गंभीर बनी थी। उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पीना को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव उसके परिजन को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार लोगों की तबीयत बिगड़ने व प्रियंका की मौत का कारण पता नहीं चला है। मामले की जांच की जा रही है।
रात में खाई तुंवर दाल व मक्की की रोटी
बेरमबाई ने बताया कि रात में तुंवर की दाल व सफेद मक्का की रोटी खाई थी। सुबह चाय पत्ती, शक्कर व पानी से बगैर दूध की बनाई थी। कुछ समय बाद वे रोटी बनाने बैठी थी। इस दौरान बाहर प्रियंका के रोने की आवाज आई। उसके पास गई तो उन्हें भी चक्कर आने लगे।
पति व अन्य लोगों को भी चक्कर आने पर वे भी लेट गए थे। चाय में और कुछ नहीं मिलाया था। सुबह चाय के अलावा किसी अन्य वस्तु का सेवन भी नहीं किया था। तबीयत क्यों बिगड़ी पता नहीं।
दूध नहीं होने से काली चाय पीते है
बैरमबाई के घर से कुछ दूरी पर दूसरे घर में रहने वाले उनके भतीजे दिनेश सिंघाड़ ने बताया कि उन्हें पता चला कि बैरमबाई व अन्य लोगों की तबीयत बिगड़ गई है। वे उनके घर गए थे। सभी को चक्कर आ रहे थे। हुलजी, बैरमबाई ने उन्हें बताया कि चाय पीने के बाद चक्कर आ रहे है। उल्टी व दस्त हो रहे थे। सभी पीड़ियों को जीप में बैठाकर अस्पताल ले गए थे।
हुरजी सिंघाड़ ने बताया कि खेती है, लेकिन पशु नहीं है। इस कारण उनके पास दूध नहीं रहता है। वे हमेशा काली चाय बनाकर ही पीते थे। चाय पीने के बाद उल्टी-दस्त, पेट में दर्द होने लगा था और चक्कर आ रहे थे। अब तबीयत ठीक है।
जांच के बाद कारण पता चलेगा
मेडिकल कालेज के अधीक्षक प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि दो दिन पहले छह लोग भर्ती हुए थे। उन्होंने पीने के बाद उल्टी, दस्त, पेट दर्द होने व चक्कर आने की बात बताई थी। बालिका प्रियांका की हालत गंभीर थी। उसे आईसूयी में रखा गया तथा सभी ट्रिटमेंट दिया गया।
भर्ती होने के बाद उसने एक उल्टी भी की थी। दुर्भाग्यवश आज उसकी मौत हो गई है। उल्टी, ब्लड, यूरिन आदि के सैंपल लिए गए है। पोस्टमार्टम कराया गया है। सैम्पल जांच के लिए पुलिस को दिए गए है। मामला जांच का विषय है। लक्षण ऐसे लग रहे थे कि कुछ पाइजिंग हो, पाइजिंग है या नहीं, यह जांच के बाद ही पता चलेगा।