नूंह। हरियाणा के नूंह में डीएपी सुरेंद्र बिश्नोई की हत्या से हड़कंप मचा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने इसके लिए आरोपियों को पकड़ने के लिए अपना काम शुरू कर दिया है। पुलिस की इस मामले में बदमाशों के साथ मुठभेड़ भी हुई। जिसमें एनकाउंटर में पुलिस ने एक बदमाश को घुटने में गोली मारी है। जिसके बाद उसे नलहर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई नूंह जिले में अवैध खनन रोकने गये थे। उस दौरान उनको डंपर से कुचलकर मार डाला गया था।
नूंह पुलिस ने बताया था कि तावडू (मेवात) के DSP सुरेंद्र सिंह बिश्नोई नूंह में अवैध खनन की घटना की जांच के लिए गए थे, जिनकी डम्पर चालक ने कुचलकर हत्या कर दी गई। चंडीगढ़ ADGP (कानून-व्यवस्था) संदीप खिरवार का भी इसपर बयान आया था। उन्होंने कहा था कि घटना के वक्त चार पुलिसकर्मी DSP के साथ थे।
बताया गया है कि डीएसपी सुरेंद्र के साथ एक गनमैन व एक ड्राइवर भी था। घटना सोमवार रात 11:30 बजे की है। डीएसपी को जानकारी मिली थी कि अवैध खनन हो रहा है। वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने खनन कर रहे लोगों को रोकने की कोशिश की। तब ही डीएसपी पर गाड़ी चढ़ा दी गई।
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसपर कहा था कि हम शहीद सुरेंद्र सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि देंगे। उनके परिवार से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी मिलेगी। DSP के छोटे भाई अशोक मंजू का भी बयान आया था। वह बोले कि मैंने उनसे आज ही बात की थी। वह इसी साल सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनके दो बच्चे हैं।
इस मामले पर हरियाणा के खनन मंत्री मूल चंद शर्मा का भी बयान आया था। वह बोले कि वह इलाका माइनिंग का नहीं, वन क्षेत्र का है। उस जगह अवैध खनन रोकने के लिए सभी अधिकारी समय समय पर कार्रवाई करते रहते हैं। पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए वह बोले कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री ने काम किया होता तो ये दिन नहीं देखना पड़ता।