Agniveer of CG: Vishnudev government's big announcement regarding Agniveer...! Adjustment will be done in these jobs of state governmentAgniveer of CG
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नोएडा, 19 जून। Heat Stroke : दिल्ली से सटे नोएडा में अलग-अलग जगहों पर मंगलवार को 14 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आशंका है कि ये सभी मौतें लू और हीट स्ट्रोक के कारण हुई हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण बताने की बात कह रहा है। लेकिन इन मौतों ने प्रचंड गर्मी को लेकर लोगों में दहशत पैदा कर दी है।

लू और हीट स्ट्रोक के मामलो में भी बढ़ोतरी

दरअसल, पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के कारण लू और हीट स्ट्रोक के मामलो में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। बात नोएडा की करें तो मंगलवार को अलग-अलग स्थानों पर 14 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई। कुछ मृतकों को पुलिस और कुछ को उनके परिजन मौत के बाद अस्पताल लेकर पहुंचे थे। 

इन मृतकों के शव पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन सभी लोगों की मौत लू और हीट स्ट्रोक से हुई होगी। फिलहाल, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ हो पाएगी। स्वास्थ्य विभाग मामले में नजर बनाए हुए हैं। इसको लेकर जिला अस्पताल की सीएमएस का बयान सामने आया है। मामले में नोएडा जिला अस्पताल की सीएमएस रेणु अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कल हमारे यहां 14 ब्रॉड डेड के मामले सामने आए थे। कुछ लोगों को पुलिस लेकर आई थी और कुछ लोगों को उनके परिजन लेकर आए थे। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पायेगा। सभी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं।

हीट स्‍ट्रोक और प्रारंभिक इलाज

हीट स्‍ट्रोक को आम भाषा में ‘लू लगना’ बोलते हैं। ये तब होता है, जब आपका शरीर अपने तापमान को कंट्रोल नहीं कर पाता। हीट स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और कम नहीं हो पाता। जब किसी को लू लगती है तो शरीर का स्वेटिंग मैकेनिज्म यानी पसीना तंत्र भी फेल हो जाता है और इंसान को बिल्कुल पसीना नहीं आता।

डॉक्टरों के मुताबिक, हीट-स्ट्रोक की चपेट में आने पर 10 से 15 मिनट के अंदर शरीर का तापमान 106°F या इससे अधिक हो सकता है। समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो इंसान की मौत या ऑर्गन फेल भी हो सकता है। हीट स्ट्रोक के लक्षणों की बात करें तो सिर दर्द, तेज बुखार, होश खो देना, मानसिक स्थिति बिगड़ना, मतली और उल्टी, त्वचा का लाल होना, हार्ट रेट बढ़ना, त्वचा का नर्म होना, त्वचा का सूखना और डिमेंशिया आदि शामिल हैं। जिस व्यक्ति को लू लगी है उसे धूप में न रखें. उसके बदन से कपड़ों की मोटी लेयर हटा दें और बॉडी को हवा लगने दें।

शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए कूलर या पंखे में बैठाएं। ठंडे पानी से नहला सकते हैं। शरीर को ठंडे पानी के कपड़े से पोछें, सिर पर आइस पैक या कपड़े को ठंडे पानी से गीला करके रखें और ठंडे पानी में भीगे तौलिये को सिर, गर्दन, बगल और कमर पर रखें। अगर इन सबसे राहत ना मिले तो फौरन डॉक्टर के पास जाएं और इलाज शुरू करवाएं।