नई दिल्ली, 24 जून। Heavy Rain Alert : देश के लगभग आधे से ज्यादा राज्यों में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है। वहीं कुछ राज्यों में प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 24 जून को कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं बिहार और झारखंड में 25 जून को अति भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान कुछ हिस्सों में अभी भी हीटवेव का प्रकोप जारी है।
दिल्ली का मौसम
दिल्ली में मौसम बदल गया है और प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 24 जून से लेकर 29 जून तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। इस दौरान बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।
हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में मॉनसून के आगमन के बाद ही चिलचिलाती गर्मी से पूरी तरह राहत मिलेगी।IMD के अनुसार, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 39 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
देश के मौसम का हाल
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ बहुत ही कम बारिश हो सकती है। वहीं कोंकण और गोवा दक्षिण गुजरात बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश सिक्किम, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पूर्वी गुजरात, ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है।
इन राज्यों में दर्ज किया गया सर्वाधिक तापमान
देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है, जो लगभग 28 डिग्री अक्षांश के उत्तर तथा 68 डिग्री पूर्वी देशांतर के साथ चल रही है। वहीं उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान और उससे सटे गुजरात पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। वहीं पूर्वी राजस्थान से मणिपुर तक उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, मेघालय और दक्षिण असम से होते हुए एक पूर्व-पश्चिम गर्त समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर है। असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण (Heavy Rain Alert) बना हुआ है।