बस्तर। छत्तीसगढ़ में लगातार 3 दिनों से बारिश हो रही है। जिसके कारण बस्तर संभाग में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जांजगीर-चांपा पुल-पुलियों पर 4 से 5 फीट ऊपर तक पानी बह रहा है।
जिले में ऐसे कई पुल-पुलिए हैं, जिस पर कोई रेलिंग भी नहीं है, ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कालोनियों में पानी भर गया है। लोगों को बेघर होना पड़ रहा है।
लीलागर नदी जांजगीर-चांपा और बिलासपुर के बीच बहती है। अब इसके उफान पर होने से दोनों जिला मुख्यालयों का संपर्क ग्रामीण इलाकों से कट गया है। ग्रामीण इलाकों में जलभराव के कारण लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं। वे जान जोखिम में डालकर नदी नालों को पार कर रहे
सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ में बर्बाद हो चुकी है। लोगों के घरों में पानी घुस चुका है, बिजली भी नहीं है। ऊपर से सांप-बिच्छुओं और जहरीले कीड़ों का डर अलग सता रहा है। गांव के गौठान, चारागाह सभी डूब चुके हैं। किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इधर बाढ़ का पानी उतरने के बजाए लगातार बढ़ रहा है।