रायपुर, नवप्रदेश। भारत में डायबिटीज सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि भारत की डायबिटीज से पीड़ित 8.7 फीसदी आबादी 20 से 70 साल के आयुवर्ग के बीच की है.
डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है. अगर इसका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो इससे आंखों, दिल, किडनी और शरीर के अन्य हिस्सों पर असर पड़ सकता है.
डायबिटीज से जूझ रहे या जिन लोगों को डायबिटीज होने का खतरा है, उन्हें आमतौर पर कुछ चुनिंदा चीजों से परहेज करने की सलाह दी जाती है. साथ में ऐसा भोजन खाने की सलाह दी जाती है, जिनसे इससे उबरने में मदद मिले.
कटहल एक ऐसा ही फूड है, जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों को बहुत फायदा पहुंचाता है.
कटहल में विटामिन ए और सी के साथ राइबोफ्लेविन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, तांबा, मैग्नीज और एंटी ऑक्सिडेंट होते हैं.
मुंबई के अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल की डायटीशियन डॉ. जिनल पटेल बताती हैं, कटहल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. कटहल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा एक से 100 के पैमाने पर लगभग 50-60 है.
उन्होंने बताया, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अमूमन कच्चा कटहल खाना चाहिए, जिसमें ग्लाइसेमिक की मात्रा कम होती है. इससे शरीर में ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रखने में मदद मिलती है. इसके अलावा, कटहल में कैलोरी भी कम होती है.
हालांकि, एक्सपर्ट्स ने ज्यादा मात्रा में कहटल खाने को लेकर चेतावनी भी दी है.
उन्होंने कहा, डायबिटीज से जूझ रहे लोगों को ज्यादा कच्चा कटहल खाने से बचना चाहिए. कटहल में अच्छी खासी मात्रा में फाइबर होता है जो शरीर की दैनिक जरूरतों को पूरा करता है.
उन्होंने कहा, कच्चा कटहल पके हुए कटहल की तुलना में डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें शुगर और कैलोरी कम होती है.
उन्होंने कहा, हालांकि, कच्चा कटहल खाने के बाद शरीर के शुगर लेवल पर नजर रखना जरूरी है.
जाने-माने शेफ संजीव कपूर ने भी सोशल मीडिया पर कटहल की तस्वीरें शेयर कर इसके फायदे बताए हैं
उन्होंने कहा, किसी ने हमें इस फ्रूट के बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ के बारे में क्यों नहीं बताया?
संजीव कपूर अक्सर सोशल मीडिया पर हेल्दी फूड रेसिपी शेयर करते हैं.
हालांकि, एक तरफ जहां कटहल के कई फायदे हैं. वहीं, यह कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. विशेष रूप से, ऐसे लोगों में जिन्हें बर्च पोलन एलर्जी (Birch Polle Allergy) है. यह बसंत के मौसम में हवा से होने वाली एलर्जी है.
डॉ. जिनल ने कहा, अगर आपको भी इसी तरह की एलर्जी है तो कहटल खाने से बचें. इसके अलावा जिन लोगों के शरीर में खून के थक्के बनते हैं, उन्हें भी कटहल खाने से परहेज करना चाहिए.
डॉ. जिनल कहती हैं कि इसके अलावा किसी तरह की सर्जरी से पहले या बाद में भी कटहल नहीं खाना चाहिए. किसी तरह की किडनी की समस्या में भी कटहल खाने से बचना चाहिए.
वह कहती हैं, कटहल में पोटेशियम होता है, जो खून में जमा हो जाता है. इस स्थिति को हाइपरकेलेमिया कहते हैं. ऐसे में यह आपकी नसों, कोशिकाओं और मांसपेशियों को ठीक से काम नहीं करने देता.