गोवा, 13 जनवरी। Killer Mother : अपने मासूम बेटे को बेरहमी के साथ कत्ल करने वाली कातिल मां सूचना सेठ इस वारदात पर चुप्पी साधे हुए है। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद से ही उसने वारदात के दिन के बारे में एक शब्द नहीं बोला है। वो जांच में भी सहयोग नहीं कर रही है। यही वजह है कि अब पुलिस ने उसकी काउंसलिंग की है।
गोवा पुलिस के हवाले से पता चला है कि सूचना सेठ मौका-ए-वारदात यानी गोवा के उस होटल में भी जाने से इनकार कर रही थी, जहां उसने अपने बेटे को मौत की नींद सुला दिया था। असल में पुलिस वहां क्राइम सीन रिक्रिएशन करना चाहती है, लेकिन सूचना इसके लिए तैयार नहीं थी। वो अब होटल के उस कमरे में जाना ही नहीं चाहती थी।
सूचना की काउंसलिंग
जानकारी के मुताबिक, सूचना पुलिस को किसी भी तरह से जांच में सहयोग नहीं कर रही है. यही वजह है कि अब एक महिला पुलिस अधिकारी कलंगुट पुलिस थाने के पीआई के साथ मिलकर सूचना की काउंसलिंग की। हालांकि जिस दिन उस मासूम का कत्ल किया गया था, उस दिन के बारे में सूचना ने एक भी शब्द पुलिस को नहीं बताया है, लेकिन काउंसलिंग के बाद वो क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए तैयार हो गई। अब पुलिस उसे मौका-ए-वारदात पर लेकर पहुंची है।
मंगलवार को चित्रदुर्ग के सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में सूचना सेठ के चार साल के बेटे का पोस्टमॉर्टम हुआ। पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों की एक टीम ने किया।शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मौत स्ट्रैंगुलेशन यानी गला घोंटे जाने या फिर स्मोदरिंग यानी सांस रोके जाने की वजह से हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे का कत्ल पोस्टमॉर्टम शुरू होने से लगभग 36 घंटे पहले किया गया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि बच्चे के जिस्म पर कहीं भी किसी तरह के चोट का कोई भी निशान नहीं है। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर कुमार नायक का कहना है कि बच्चे के कत्ल के लिए तकिया या तौलिया का इस्तेमाल किया होगा।
कमरा नंबर 404 में मिले थे खून के निशान
अब इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। सवाल ये कि जब बच्चे के जिस्म पर चोट या ज़ख़्म के कोई निशान ही नहीं, तो फिर होटल सोल बनयान ग्रैंडे होटल के रूम नंबर 404 जिसमें सूचना ठहरी थी, उसमें खून के धब्बे कहां से आए? कमरे के खून के धब्बे यानी ब्लड स्टेन का जिक्र खुद गोवा पुलिस ने भी किया था। तो रूम नंबर 404 में मिले खून के बूंदों की पहेली अब सुलझ चुकी है। इस पहेली को सुलझाने का काम सूचना सेठ के बांये हाथ की इस पट्टी ने किया है। एक तस्वीर उस वक्त की है, जब सूचना सेठ को गोवा पुलिस अदालत में पेश करने ले जा रही थी। तस्वीर में साफ है कि सूचना के बायें हाथ पर पट्टी बंधी है।
गोवा से बेंगलुरु जाते वक्त कैब ड्राइवर के जरिए जब गोवा पुलिस ने सूचना से उसके कमरे में पाये गए खून की बूंदों के बारे में पूछा था, तब सूचना ने कुछ और ही कहानी सुनाई थी। गोवा पुलिस के मुताबिक तब उसने कहा था कि कमरे में मौजूद खून उसके पीरिएडस के चलते हैं। वो उसे साफ करने के लिए होटल स्टाफ को पैसे देने को भी तैयार है, लेकिन खून की सच्चाई तब सामने आई, जब सूचना को चित्रदुर्ग से गोवा लाया गया। बांये हाथ पर बंधी पट्टी के बारे में जब उससे पूछा गया, तब उसने पहली बार ये खुलासा किया कि बेटे की मौत के बाद कलाई की नसें काट कर वो भी मरना चाहती थी, लेकिन फिर हिम्मत नहीं हुई।
खून की डीएनए जांच
हालांकि एहतियात के तौर पर गोवा पुलिस ने कमरे से बरामद खून को डीएनए जांच के लिए भेज दिया है, ताकि ये पता चल सके कि खून सचमुच सूचना का ही है। हालांकि, दूसरी तरफ गोवा पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सूचना इस बात से साफ इनकार कर रही है कि उसने अपने बच्चे का कत्ल किया है। उसका कहना है कि कब और कैसे उसके बच्चे का मुंह दब गया और उसकी सांस रुक (Killer Mother) गई, उसे नहीं मालूम।