MAHADEV APP : सट्टा किंग भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर…जूस की दुकान चलाने वाला…पिता नगर निगम का पंप ऑपरेटर…ED ने जब्त किए 417 करोड़…देखें शाही शादी का VIDEO

Spread the love

रायपुर, 16 सितंबर। MAHADEV APP : ईडी ने ऑनलाइन जुआ ऐप महादेव बुक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम बताया कि शुक्रवार को कोलकाता, भोपाल, मुंबई में तलाशी के बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।

एजेंसी ने कहा कि मामले की जांच से पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से संचालन कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जाता है और अपने सहयोगियों को 70 से 30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर “पैनल या शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होता है। आइए जानते हैं कौन है सौरभ चंद्राकर।

सौरभ चंद्राकर के बारे में बताया जाता है कि वह छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है। उसके पिता नगर निगम में पंप ऑपरेटर थे। सौरभ की एक जूस की दुकान भी थी। 2019 में वो दुबई गया और अपने एक दोस्त रवि उत्पल को भी बुलाया। इसके बाद उसने महादेव एप लांच किया और फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टा बाजार का बड़ा नाम बन गया।

दुबई में बना लिया है साम्राज्य

ईडी ने बताया कि सट्टेबाजी के पैसे को खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं। नए यूजर और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन के लिए भारत में कैस में बड़े पैमाने पर खर्च भी किया जा रहा है। ईडी ने कहा कि सौरभ चंद्राकर और उप्पल ने संयुक्त अरब अमीरात में अपने लिए एक साम्राज्य बनाया।

 शादी में खर्च किए थे 200 करोड़ रुपए

शादी में खर्च किए थे 200 करोड़ रुपए

आरोप लगाया गया कि “फरवरी 2023 में, चंद्राकर ने आरएके, यूएई में शादी की और इस विवाह समारोह के लिए, महादेव एपीपी के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए। परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे।

इस शादी में कई मशहूर हस्तियों शामिल हुई थीं। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था। नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था। ईडी ने कहा कि डिजिटल सबूतों के अनुसार, “योगेश पोपट की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी – आर -1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये दिए गए थे और 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग एईडी में नकद में भुगतान करके की गई थी।”

छत्तीसगढ़ में कई लोगों की गिरफ्तारी

ईडी ने हाल ही में इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस (MAHADEV APP) के सहायक उप-निरीक्षक चंद्रभूषण वर्मा, एसोसिएट कमिश्नर अभिषेक चंद्राकर, पर्यवेक्षक अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था। महादेव बुक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विनोद वर्मा से भी पूछताछ की थी।