जयपुर, 02 जुलाई। Massacre Breaking : लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे रोहित गोदारा गैंग के कुख्यात बदमाशों के मंसूबों पर जयपुर पुलिस ने पानी फेर दिया। रंगदारी नहीं देने पर राजस्थान के व्यापारियों पर फायरिंग करने की बड़ी वारदात से पहले ही बदमाशों को पुलिस ने दबोच लिया। जयपुर की चित्रकूट थाना पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें 3 आरोपियों को पुलिस ने अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। यह आरोपी गैंगस्टर राजू ठेहठ हत्याकांड में हाई सिक्योरिटी जेल में सजा काट रहे थे और इसी दौरान उन्होंने पूरा षड्यंत्र रचा लेकिन पुलिस ने अंजाम देने से पहले ही भंडाफोड़ कर दिया।
हाई सिक्योरिटी जेल में बड़ा षड्यंत्र
जयपुर पश्चिम पुलिस उपायुक्त अमित कुमार ने बताया, शहर में संगठित आपराधिक गैंग के नाम पर जान से मारने की धमकी देकर फिरौती मांगने की बढ़ रही घटनाओं को लेकर एक स्पेशल टीम का गठन किया गया था। जिसके तहत चित्रकूट थाना पुलिस एक प्रकरण में प्रोडक्शन वारंट पर अजमेर हाई सिक्यूरिटी जेल में बंद विक्रम गुर्जर, मुकेश जाट और कुलदीप चौधरी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सीकर संभाग और आसापास के इलाकों के ठेके और खनन कार्य से जुड़े हुए व्यापारियों को धमकी देकर रंगदारी की प्लानिंग की जा रही थी।
इसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपी सोनू सिंह, लोकेश साहू उर्फ मोदी, गिरधारी मान, हंसराज गुर्जर, जयसिंह राव, कुलदीप और जयसिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों द्वारा चिन्हित ठिकानों पर फायरिंग करने की योजना थी लेकिन पुलिस ने बदमाशों की प्लानिंग को विफल कर दिया। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि मुलजिम विक्रम गुर्जर और मुकेश जाट ने अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल से ही मुलजिम सोनू सिंह, लोकेश साहू उर्फ मोदी, गिरधारी मान, हंसराज गुर्जर, जयसिंह राव, कुलदीप वैष्णव और जयसिंह के साथ मिलकर चिन्हित किए गए ठेकों और व्यापारियों पर फायरिंग की घटना की जानी थी। इसके लिए आरोपी सोनू सिंह की ओर से हथियारों को जमा कर आरोपी लोकेश साहू उर्फ मोदी और गिरधारी मान की ओर से नाबालिग लड़कों को तैयार किया गया।
राजू ठेहठ मर्डर केस
वहीं, आरोपी जयसिंह की ओर से बदमाशों को वाहन के साथ-साथ मोबाइल फोन और फर्जी सिम उपलब्ध करवाने का काम था। यह सभी बदमाश रोहित गोदारा गिरोह से जुड़े हैं, जो आंतकी लॉरेंस बिश्नोई का खास गुर्गा हैं। बता दें कि मुकेश जाट साल 2020 में हुए अमरसर जयपुर ग्रामीण के सरपंच ओमप्रकाश सैनी के मर्डर केस और कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहठ मर्डर केस का आरोपी है। वहीं, आरोपी कुलदीप चौधरी गैंगस्टर आनन्दपाल का सहयोगी था, जिसने आनन्दपाल को न्यायालय पेशी के दौरान भगाने में अहम भूमिका निभाई थी।
वहीं, आरोपी कुलदीप चौधरी ने राजू ठेहठ के मर्डर की जेल में रहते हुए प्लानिंग की थी और इसी के कारण राजू ठेहठ मर्डर केस में दो जेलकर्मी योगेश और वीरेन्द्र भी गिरफ्तार हुए थे। इसके अलावा, आरोपी विक्रम गुर्जर भी राजू ठेहठ मर्डर केस में आरोपी है, जिससे पुलिस पूछताछ में जुटी है।