रायपुर, 04 फरवरी। Panchayat-body Election : बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही दलों में कई बड़े नेताओं के रिश्तेदार चुनावी मैदान में हैं। इनमें मुख्यमंत्री के समधी और एक मंत्री की बहू भी हैं।
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ हो रहे हैं। इन चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही दलों में कई बड़े नेताओं के रिश्तेदार चुनावी मैदान में हैं। इनमें मुख्यमंत्री के समधी और एक मंत्री की बहू भी हैं।
साथ ही एक और मंत्री के भाई तो निर्विरोध पार्षद पद का चुनाव जीत भी गए हैं। इनके अलावा बीजेपी के ही 2 पूर्व मंत्रियों के 3 रिलेटिव मैदान में हैं। कांग्रेस की बात करें तो, एक पूर्व मंत्री के परिवार का सदस्य चुनाव लड़ रहा है तो वहीं, कांग्रेस मेयर के पति और एक पूर्व महापौर की पत्नी को भी टिकट मिली है।
धमतरी जिला पंचायत सदस्य के लिए सिहावा से अनुसूचित जनजाति मुक्त सीट से मुख्यमंत्री साय के समधी टीकाराम कंवर चुनाव लड़ रहे हैं।
जिला पंचायत सदस्य के लिए रेस में सीएम के समधी
बात करें, मौजूदा मंत्रियों के रिश्तेदारों की तो, कोरबा में श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के भाई नरेंद्र पार्षद पद का चुनाव निर्विरोध जीत गए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी की बहू चंपा जायसवाल नगर पंचायत झगराखांड से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
चंपा जायसवाल श्यामबिहारी जायसवाल के भांजे पार्षद उमेश जायसवाल की पत्नी हैं। धमतरी जिला पंचायत सदस्य के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समधी टीकाराम कंवर चुनाव लड़ रहे हैं। पंचायत और नगरीय निकाय दोनों को मिलाकर 3 बीजेपी विधायकों के परिवार के सदस्य चुनावी मैदान में हैं। वहीं एक कांग्रेस विधायक की पत्नी को टिकट मिला है।
रायपुर में बड़े नेताओं की पत्नी चुनावी मैदान में
पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी दीप्ति दुबे तो मैदान में हैं हीं साथ ही मौजूदा कार्यकाल के मेयर एजाज ढेबर की पत्नी भी पार्षद चुनाव लड़ रही हैं।
भाजपा ने नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष रह चुकीं मीनल चौबे को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया है। मीनल भी भाजपा से ही पार्षद रह चुके छगन चौबे की पत्नी हैं।
यतियतन लाल वार्ड से कांग्रेस नेता जीत सिंह ने खुद पार्षद पद के लिए नामांकन दाखिल किया। साथ ही पत्नी गायत्री सिंह को मेयर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा कर दिया है।
धमतरी में MLA की पत्नी को टिकट
धमतरी जिला पंचायत सदस्य सिहावा से अनुसूचित जनजाति मुक्त सीट से मुख्यमंत्री साय के समधी टीकाराम कंवर चुनाव लड़ रहे हैं। धमतरी से कांग्रेस विधायक ओंकार साहू की पत्नी सुनीता साहू को आमदी नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए टिकट मिला है।
पूर्व मंत्री की पत्नी-बेटा दोनों ही प्रत्याशी
पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा की पत्नी शशि पैकरा सूरजपुर जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 (ओड़गी 2) से चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने उन्हें समर्थित प्रत्याशी घोषित भी किया है। शशि पैकरा अविभाजित सरगुजा और विभाजन के बाद सूरजपुर में जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं।
इसके अलावा रामसेवक पैकरा के बेटे लवकेश पैकरा ने भी जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-10 (प्रतापपुर 1) से नामांकन दाखिल किया है। हालांकि, भाजपा ने परिवारवाद के आरोपों से बचने इस क्षेत्र से किसी को समर्थन नहीं किया है।
मंत्री रामविचार नेताम का परिवार बाहर
इस चुनाव में कृषि मंत्री रामविचार का परिवार पंचायत चुनाव से बाहर है या कहें कि हो गया है। रामविचार नेताम की पत्नी पुष्पा नेताम अविभाजित सरगुजा में जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं हैं। बलरामपुर जिले के अलग होने के बाद पुष्पा नेताम बलरामपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष निर्वाचित हुईं।
पिछले पंचवर्षीय में रामविचार नेताम की बेटी निशा नेताम की भी एंट्री हुई थी और वह भी जिला पंचायत की अध्यक्ष बनीं। हालांकि इस बार परिवारवाद के आरोपों के बीच न तो पुष्पा नेताम न ही निशा नेताम चुनाव मैदान में हैं।
पहले पत्नी महापौर थीं अब खुद लड़ रहे चुनाव
चिरमिरी नगर निगम की बात करें तो महापौर रही कंचन जायसवाल के पति विनय जायसवाल चुनाव मैदान में है। कांग्रेस के विनय जायसवाल पूर्व विधायक भी रहे हैं। वहीं भरतपुर-सोनहत विधानसभा से पूर्व विधायक गुलाब कमरो की बहन जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रही है। वे पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी हैं।
एक विधायक की पत्नी तो एक विधायक की बहन
कांकेर से भाजपा विधायक आशाराम नेताम की पत्नी सुरेखा नेताम ने जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है। वे क्षेत्र क्रमांक-1 से चुनाव लड़ेंगी। वे ग्राम पंचायत बेवरती की सरपंच रह चुकी हैं।
इसके अलावा जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक-6 से किरण नरेटी ने नामांकन पत्र दाखिल किया है, जो कोंडागांव विधायक लता उसेंडी की बहन हैं।