नई दिल्ली, 18 जनवरी। Ram Mandir Pran Pratishtha : अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी 22 जनवरी को पूरे देश में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। केंद्र सरकार ने 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया है।
केंद्र सरकार ने जारी किए गए पत्र में कहा है कि कर्मचारियों की भारी भावना और उनके अनुरोध के कारण केंद्र सरकार ने आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया है। राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर पूरे भारत में सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालयों, केंद्रीय संस्थानों और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों में 22 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे तक आधे दिन की छुट्टी रहेगी।
बता दें कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा लाइव प्रसारण देख सकें। मंदिर के उद्घाटन की तैयारियों को लेकर पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से फीडबैक लिया है। मंत्रियों से दीवाली जैसा उत्सव मनाने के लिए कहा गया है। उनसे कहा गया है कि वे 22 जनवरी को अपने घरों में ही दीपक प्रज्ज्वलन करें और गरीबों को खाना खिलाएं। यह बात भी कही गई है कि 22 जनवरी के बाद अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों को अयोध्या के लिए ट्रेनों में रवाना करें।
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इससे पहले अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। रामलला के मंदिर में गर्भगृह होगा, यहां पांच मंडप होंगे। मंदिर ग्राउंड फ्लोर पर होगा. मंदिर बनकर पूरा हो गया है।
हालांकि, उन्होंने कहा था कि मंदिर के फर्स्ट फ्लोर में अभी थोड़ा काम बचा है। यहां राम दरबार होगा. मंदिर का दूसरा फ्लोर अनुष्ठान के लिए हैं। यहां अलग-अलग तरह के यज्ञ और अनुष्ठान होंगे। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को दोपहर लगभग 12.30 बजे मुहूर्त होगा। इससे पहले पूजा विधि शुरू कर दी गई है और शायद कल रामलला को गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।
22 जनवरी को श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) होनी है। इससे पहले 16 जनवरी के राम लला की पुरानी और नई दोनों मूर्तियां नए राम मंदिर में स्थापित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, भगवान राम की मूर्ति का नेत्र आवरण 22 जनवरी को पीएम मोदी द्वारा खोला जाएगा। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने इस अवसर पर श्रद्धा रखते हुए सभी धार्मिक प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई है। वहीं, पीएम मोदी ही भगवान राम का नेत्रपट खोलेंगे।