मेरठ। मेरठ में 5 दिन पहले एक युवती की सिर कटी लाश मिली थी। जिसका खुलासा पुलिस ने कर दिया है। युवती का हत्यारा और कोई नहीं बल्कि पिता और भाई ही निकला।
जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पिता ने कहा कि उन्हे इसका कोई पछतावा नहीं है। पिता और भाई ने युवती का छूरी से सिर काट दिया था और कब्रिस्तान के पास फेंक दिया था।
12 अगस्त को मेरठ के लिसाड़ी गेट के न्यू इस्लामनगर में लक्खीपुरा नाले के पास एक युवती की सिर कटी लाश मिली थी। पुलिस की टीम लाश की शिनाख्त में लगी थी।
इसी बीच पता चला कि सिरकटी लाश लिसाड़ी गेट के शालीमार गार्डन की गली नंबर-3 में रहने वाली सानिया की है। टीम सानिया के घर जांच के लिए पहुंची। हत्या का राज खुलने के बाद मोहल्ले के लोग भी सन्न रह गए।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक को शाहिद ने अभी तक बताया कि सात महीने पहले उसका परिवार मेरठ की शहजाद कालोनी में रहता था। पड़ोस में इमरान रहता था। इमरान का बेटा वसीम और सानिया प्यार करने लगे।
सानिया और वसीम शादी करने के लिए घर से भाग गए थे। घर लाकर सानिया को समझाया लेकिन वह नहीं मानी। उसके बाद शाहिद परिवार को लेकर शालीमार गार्डन में आकर रहने लगा। सानिया और वसीम वहां भी मिलने लगे।
इस बीच सानिया के कातिल पिता शाहिद कुरैशी ने कहा, ‘मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैंने उसे समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन मैं कामयाब नहीं रहा। वह अपने प्रेमी से मिलने की जिद लेकर बैठी है। मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। उसने हमें बदनाम किया था और मैंने उसे खत्म कर दिया।
अपनी बेगुनाही पर जोर देते हुए, शाहिद की पत्नी शहनाज़ ने कहा, ‘मुझे इसके के बारे में पता नहीं था। मैं हत्या के समय अस्पताल में थी, अपनी दूसरी बेटी की देखभाल कर रही थी जिसका ऑपरेशन होना था।