रतलाम, 29 मार्च| Shame On Humanity : मध्य प्रदेश के रतलाम में मानवता को शर्मसार करने वाली और अस्पताल की हकीकत बयां करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महीला ने ठेले पर ही बच्चे को जन्म दिया, लेकिन डिलिवरी पूरी नहीं हो पाई। इस वजह से बच्चे की मौत हो गई।
अहम बात यह है कि महिला का पति डिलिवरी से पहले दो बार उसे अस्पताल लेकर पहुंचा था। दोनों बार अस्पताल की तरफ से उसे लौटा दिया गया। जब रात में एक बजे महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो पति ठेले पर लेकर उसे (Shame On Humanity)भागा, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले डिलिवरी हो गई और डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
महिला को ठेले पर ले जाते हुए सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इस वीडियो में पति ठेले को तेजी से दौड़ाता नजर आ रहा है, जबकि महिला बेसुध सी पड़ी हुई है।
23 मार्च की है घटना
घटना 23 मार्च की है। सैलाना के कालिका माता मंदिर रोड निवासी कृष्णा ग्वाला अपनी पत्नी नीतू को सुबह 9 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया था। यहां ड्यूटी पर मौजूद नर्स चेतना चारेल ने कहा कि अभी डिलीवरी में दो-तीन दिन का समय है और घर वापस भेज दिया।
रात करीब 1 बजे नीतू को तेज दर्द हुआ तो पति उसे दोबारा अस्पताल लेकर पहुंचा। इस बार ड्यूटी पर नर्स गायत्री पाटीदार थी। उसने जांच के बाद कहा कि अभी 15 घंटे और (Shame On Humanity)लगेंगे। उसने महिला को भर्ती करने से मना कर दिया। वो फिर घर लौट आए।
रास्ते में हुई डिलीवरी
करीब एक घंटे बाद महिला को प्रसव पीड़ा हुई। कृष्णा ने पत्नी को ठेलागाड़ी पर लिटाया और तेजी से अस्पताल की ओर दौड़ा। इस दौरान रास्ते में ही डिलीवरी हो गई। रात 3 बजे जब वह पहुंचा, तब बच्चे के पैर बाहर थे और सिर अंदर। ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने किसी तरह डिलीवरी करवाई, लेकिन बच्चा मरा हुआ निकला।
अस्पताल प्रबंधन पर लगाए आरोप
कृष्णा ग्वाला ने अस्पताल प्रबंधन को बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए एसडीएम मनीष जैन को शिकायत दी। एसडीएम ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन (Shame On Humanity)दिया। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है, जिसमें पति अपनी पत्नी को ठेलागाड़ी में अस्पताल ले जाता दिख रहा है।