रायपुर, 23 फरवरी। Shiv Dahriya’s Wife : पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी की अध्यक्षता में संचालित राजश्री सद्भावना समिति को आखिरकार निगम ने नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही 72 घंटे के भीतर जोन क्रमांक 10 स्थित शताब्दी नगर के सामुदायिक भवन को खाली करने के निर्देश दिए हैं। मामले में निगम की भी लापरवाही सामने आई है। भवन के हस्तांतरण के लिए एमआइसी में संकल्प तो पारित किया गया, लेकिन निगम की ओर से हस्तांतरण के संदर्भ में संस्था को कोई भी पत्र जारी नहीं किया गया।
सामान्य सभा की कार्रवाई के दौरान ही निगम की ओर से उपायुक्त आरके डोंगरे, उपायुक्त कृष्णा खटिक और कार्यपालन अभियंता राजेश राठौर को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। उक्त तीन सदस्यीय कमेटी यहां अवैध रूप से खरीदी गई सामग्रियों के साथ ही इसके आवंटन या कब्जे को लेकर विस्तृत जांच करेगी और 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। बाता दें कि नईदुनिया ने 22 फरवरी के अंक में शताब्दी नगर के सामुदायिक भवन में पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी के कब्जे के साथ ही वहां अवैध रूप से फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं मुहैया करवाने को लेकर खबर का प्रकाशन किया। इसके बाद निगम के अफसरों ने नोटिस जारी करने के साथ ही जांच समिति का गठन कर दिया।
बिना आदेश कब्जा बिना शह के संभव नहीं
सामान्य सभा के दौरान एमआइसी के किसी भी सदस्य ने उक्त भवन के हस्तांतरण सहित यहां उपलब्ध करवाई गई सामग्रियों के सवालों से पल्ला झाड़ लिया था और ऐसा कोई भी प्रस्ताव पारित नहीं होने का दावा किया था, लेकिन निगम द्वारा जारी किए गए नोटिस में स्पष्ट उल्लेख है कि इसे एमआइसी में पास किया गया था और हस्तांतरण संबंधी आदेश नहीं जारी किया गया था।
मु़झे और मेरे परिवार को टारगेट कर रहे: डहरिया
इस मामले पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने चर्चा करते हुए बताया कि जमीन सरकारी नहीं है, सोसाइटी की है। साथ ही निर्माण के लिए अनुदान दिया गया है। वहीं, संचालन व संधारण के लिए सामाजिक संस्था को आवंटन करने का जिम्मा एमआइसी का है, उनके द्वारा ही इसे महापौर व आयुक्त के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।