मुंबई। सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल की गई गाड़ी से मिले एक छोटे से सुराग ने पंजाब पुलिस को मर्डर से जुड़ी घटनाओं का खुलासा करने में मदद की।
जिसके कारण मुख्य साजिशकर्ता लॉरेंस बिश्नोई सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांचकर्ताओं ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पुलिस ने अपराध के पीछे चार शूटरों की पहचान की है।
सिद्धू मूसेवाला 29 मई को शाम करीब पांच बजे दो व्यक्तियों- गुरविंदर सिंह और गुरप्रीत सिंह (चचेरे भाई) के साथ घर से निकले थे जिसके बाद अज्ञात लोगों ने उन्हें गोली मारकर हत्या की थी।
इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कार्रवाई करते हुए हत्यारों को पकड़ने के लिए एडीजीपी (एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स-एजीटीएफ) की देखरेख में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। मामले में एक महत्वपूर्ण सुराग हरियाणा के फतेहाबाद में एक पेट्रोल पंप की 25 मई की रसीद की बरामदगी थी।
इसे एक बोलेरो कार से बरामद किया गया, जिसके बारे में माना जा रहा है कि इसका इस्तेमाल अपराध में किया गया था। एडीजीपी एजीटीएफ ने कहा कि बाद में इसे घटनास्थल से लगभग 13 किलोमीटर दूर ख्याला गांव के पास छोड़ दिया गया था,
सीसीटीवी फुटेज जमा करने के लिए फतेहाबाद के पेट्रोल स्टेशन पर एक पुलिस टीम भेजी गई थी। उन्होंने कहा, “पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली है और एक आरोपी की पहचान करने में कामयाबी हासिल की है। एक शूटर, जिसकी पहचान बाद में सोनीपत के प्रियव्रत के रूप में हुई। इसी तरह वाहन के मालिक का भी पता लगा लिया गया है।”