Suchana Seth Update: Black act of Suchana Seth... 'Reason' for murder of innocent child given in 642 page charge sheet... Read hereSuchana Seth Update
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पणजी, 04 अप्रैल। Suchana Seth Update : सूचना सेठ और सूटकेस में बंद उसके चार साल के बेटे की लाश का सच सामने आने के बाद से ही दो सवाल लगातार गोवा पुलिस से पूछे जा रहे थे। पहला सवाल ये कि सूचना के बेटे की मौत कैसे हुई? और दूसरा सवाल ये कि एक मां ने अपने ही बेटे का कत्ल क्यों किया? तो कत्ल के करीब तीन महीने बाद आखिरकार गोवा पुलिस ने इन दोनों सवालों के जवाब दे दिए हैं। ये जवाब पूरे 642 पन्नों में दिए गए हैं। गोवा पुलिस ने सूचना सेठ को अपने ही बेटे का कातिल करार देते हुए उसके खिलाफ चार्जशीट पणजी के चिल्ड्रेंस कोर्ट में दायर कर दी है।

इस चार्जशीट के मुताबिक सूचना सेठ ने 6 और 7 जनवरी की रात को नॉर्थ गोवा के कैंडोलिम इलाके में मौजूद होटल सोल बनयान ग्रैंडे के अपने कमरे में ही अपने बेटे की अपने ही हाथों से गला घोंट कर हत्या कर दी थी। उसने 6 जनवरी की रात को ही इस होटल में चेक इन किया था। बुकिंग 10 जनवरी तक की थी, लेकिन फिर 7 जनवरी की रात अचानक सूचना सेठ होटल छोड़ देती है। होटल से ही कैब बुला कर वो सड़क के रास्ते गोवा से बेंगलुरु के लिए निकल जाती है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मौत गला घोंटने की वजह से हुई है।

हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट से हुआ साफ

पहले शक था कि शायद उसने अपने बेटे को कोई जहर दिया है, लेकिन गोवा स्टेट फॉरेंसिक साइंस लेबोरैटरी ने विसरा की जांच के बाद जो रिपोर्ट दी है, उसमें कहीं जहर का जिक्र नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट के बाद ये साफ हो गया है कि सूचना सेठ के बेटे की मौत गला घोंटने की वजह से ही हुई है। अब सवाल ये है कि उसने चार साल के अपने मासूम बेटे का गला अपने ही हाथों से क्यों घोंटा? तो गोवा पुलिस की तरफ से दायर चार्जशीट ने इस सवाल का जवाब भी दे दिया है। इस जवाब के साथ गोवा पुलिस ने बाकायदा सूचना सेठ के हाथ की लिखी एक पर्ची भी बतौर सबूत चार्जशीट के साथ पेश की है।

गोवा पुलिस के मुताबिक हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट से ये साफ हो गया है कि ये पर्ची खुद सूचना सेठ ने लिखी है। पहले इस पर्ची का मजमून पढ़िए क्योंकि वजह इसी मजमून में छुपा है। पर्ची पर लिखा है, “मेरा बेटा अपने पापा के पास नहीं जाना चाहता। लेकिन मेरे एक्स हस्बेंड और फैमिली कोर्ट के जज मुझे ये धमकी दे रहे हैं कि यदि मैंने अपने चार साल के बेटे को उसके पापा के पास नहीं भेजा, तो वो मुझे जेल भेज देंगे। मेरे वकील के पास भी कोई ऐसा रास्ता नहीं है जो मेरे बेटे को सेफ रख सके। मैं ये बर्दाश्त नहीं कर सकती।” कत्ल की वजह को साबित करने के लिए ये सबसे अहम ‘नोट’ है।

बेटे को पति के पास न भेजना पड़े, इसलिए सुलाया मौत की नींद

सूचना सेठ के हाथ के लिखे इस नोट से ये साफ हो जाता है कि अपने बेटे को उसके पापा के पास न भेजना पड़े, बस इसीलिए उसने उसका कत्ल कर दिया। सोल बनयान ग्रैंडे होटल के टिश्यू पेपर पर सूचना सेठ ने ये नोट ब्लैक पेन से लिखा था। बाद में ये नोट पुलिस को उसी ट्रॉली बैग के अंदर से मिला, जिस बैग में सूचना के चार साल के बेटे की लाश ठूंस कर रखी गई थी। चार्जशीट में इस बात का भी जिक्र है कि सूचना सेठ शातिर दिमाग़ होने के साथ-साथ जांच को भटकाने की भी काबिलियत रखती है। इंटैरोगेशन के दौरान उसने ऐसा कई बार किया. उसने कई बार पुलिस को गुमराह किया था।

642 पन्नों की इस चार्जशीट के मुताबिक जनवरी 2022 में सूचना ने अपने पति वेंकटरमन को पहली बार ये कहा था कि वो इससे तलाक लेना चाहती है। इसके फौरन बाद उसने बेंगलुरु की एक कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी भी डाल दी। तलाक की अर्जी के साथ-साथ सूचना सेठ ने गार्जियन एंड वार्ड्स एक्ट के तहत भी बेंगलुरु की एक फैमिली कोर्ट में एक दूसरी अर्जी दे दी थी। इस दूसरी अर्जी पर ही अगस्त 2022 में कोर्ट ने बेटे की कस्टडी उसको दे दी थी, और वेंकटरमन को उसके बेटे से दूर रहने की ताकीद की थी। इस पर वेंकटरमन ने भी कोर्ट में अर्जी दी, जिस पर 9 दिसंबर 2022 को अदालत ने ये हुक्म दिया कि वेंकटरमन अपने बेटे से हर मंगलवार और गुरुवार को शाम सात से साढ़े सात के दरम्यान वीडियो कॉल पर बात कर सकता है।

यहीं बात बनी मासूम की हत्या की वजह

इस ऑर्डर के पांच महीने बाद 10 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने एक और ऑर्डर पास करते हुए वेंकटरमन को हर दूसरे शनिवार सुबह 11 से 1 बजे के दरम्यान फैमिली कोर्ट में मिलने की इजाजत दे दी, लेकिन चार्जशीट के मुताबिक कोर्ट की इजाजत के बावजूद सूचना सेठ (Suchana Seth Update) ने हमेशा कोई ना कोई बहाना बना के अपने बेटे को उसके पापा से नहीं मिलने दिया। कोर्ट के हुक्म के बावजूद जब वेंकटरमन अपने बेटे से नहीं मिल पाया, तब अपने वकील के जरिए उसने कोर्ट को ये जानकारी दी। अपने वकील के जरिए सूचना को भी ये बात पता चल गई। सूचना के वकील ने उसे समझाया भी कि यदि अपने बेटे को उसके बाप से नहीं मिलने दोगी, तो कोर्ट के अवमानना के मामले में तुम्हे जेल भी जाना पड़ सकता है। बस यहीं बात मासूम की हत्या की वजह बनी।