उदयपुर। राजस्थान में हुए कन्हैयालाल के मर्डर के बाद देशभर का महौल किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि किस तरह से देश में गंभीर स्थिति बनी हुई थी। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद देश में माहौल कुछ शांत हुआ। लेकिन उदयपुर में कन्हैयालाल की दुकान के आस-पास की दुकानों के लोग अभी भी खौफ की जिंदगी जी रहे हैं।
जिस गली में कन्हैयालाल की दुकान थी, वहां अघोषित तालाबंदी हो रखी है। जहां पहले इस गली में पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां की हवा में उस कांड की चीख अभी भी गूंज रही है। इलाके में लगभग 300 दुकानें हैं, जिनमें से ज्यादातर दुकानें बंद हैं।
व्यापार बर्बाद हो चुका है। दुकानदारी 90% से ज्यादा गिर चुकी है। कन्हैयालाल की हत्या को 20 से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी भी लोग उस मंजर को भुला नहीं सके हैं। मालदास गली में कोई अनजान व्यक्ति आता है तो दुकानदार घबरा उठते हैं। इन्हीं सबके बीच पिछले 2-3 दिनों में इसी गली के कई दुकानदारों को धमकियां दी गई हैं। जिससे इलाके दहशत और भी बढ़ गई है।
हत्याकांड से पहले दुकानदारों ने ईद के त्यौहार के लिए माल जमा किया हुआ था। इसके अलावा रक्षाबंधन के लिए भी दुकानदारों ने माल मंगवाया हुआ था। लेकिन घटना की वजह से दुकानें बंद चल रही हैं और माल दुकानों में पड़ा-पड़ा बर्बाद हो रहा है।
घटना के बाद जब स्थिति सामान्य सी हो रही थी तब व्यापारियों को उम्मीद थी कि दुकाने खुलेंगी और बाजार में पहेल जैसी रौनक वापस लौटेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोग अभी भी उस घटना के खौफ से बाहर नहीं निकल सके हैं। जिससे व्यापारी और भी परेशान हैं। उन्हें चिंता और डर है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो उनकी लागत भी नहीं निकल पायेगी।