नई दिल्ली, 19 मई। UPSC Toppers : जहां कुछ लोग एक या दो परीक्षाओं में असफल होने के बाद निराश हो जाते हैं। वहीं हरियाणा के IAS अधिकारी विजय वर्धन ने 35 अलग-अलग परीक्षाओं में असफल होने के बाद भी उम्मीद नहीं छोड़ी। आखिरकार, उन्होंने 35 सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में फेल होने के बाद UPSC में 104वीं रैंक हासिल करने कामयाब रहे। UPSC की तैयारी करने वाले सभी युवाओं को विजय के सफलता की कहानी जरूर पढ़नी चाहिए।
असफलता ही सफलता का हिस्सा
दुनिया में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जिसे जीवन में असफलता का सामना (UPSC Toppers) न करना पड़ा हो, लेकिन क्या आप जानते हैं सफलता के मंत्र में गलतियां करना भी शामिल है। यह जरूरी है कि आप अपनी असफलताओं के लिए बहाना न बनाएं। बल्कि यह पता लगाने की कोशिश करें कि चीजें उस तरह क्यों नहीं हुईं, जिस तरह होनी चाहिए। गलतियों को स्वीकार करें और उनसे सीखने पर ध्यान केंद्रित करें। अगर आप सच्चे मन से मेहनत कर रहे हैं तो आपको एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। क्योंकि किसी ने कहा है कि असफलता सफलता के विपरीत नहीं है, यह सफलता का ही हिस्सा है।
ये कहावत IAS अधिकारी विजय वर्धन यात्रा पर पूरी तरह फिट बैठती है। जहां कुछ लोग एक या दो परीक्षाओं में असफल होने के बाद निराश हो जाते हैं, वहीं हरियाणा के इस लड़के ने 35 अलग-अलग परीक्षाओं में असफल होने के बाद भी उम्मीद नहीं छोड़ी। वे सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में कई बार असफल हुए, फिर भी निराश हुए। आखिरकार, उन्होंने 35 अलग-अलग परीक्षाओं में असफल होने के बाद UPSC में 104वीं रैंक हासिल करने कामयाब रहे।
गलतियों से सिखने में मिली मदद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगातार रिजेक्शन ने उन्हें डिमोटिवेट नहीं किया बल्कि उन्हें अपनी गलतियों से सीखने में मदद की। हर असफल प्रयास के बाद वह और अधिक मेहनत करते गए। उन्हें शुरुआत में UPSC CSE में एक IPS अधिकारी के रूप में चुना गया था लेकिन अब वह IAS अधिकारी बनने के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं। हरियाणा के सिरसा के रहने वाले वर्धन ने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गृहनगर में की। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने B.Tech हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में की।
UPSC की पढ़ाई के लिए इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद विजय वर्धन दिल्ली आ गए। उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान Haryana PCS, UPPSC, SSC और CGL सहित 30 प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रयास किया, लेकिन एक में भी सफल नहीं हुए। इसके बाद वह निराश हो गए, हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी। 2014 में वर्धन ने पहली बार UPSC की परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हो पाए। उन्होंने एक के बाद एक लगातार 4 प्रयास किए, लेकिन हर बार असफल रहे।
2021 में पूरा हुआ सपना
आखिरकार 2018 में उनकी मेहनत रंग लाई। वह ऑल इंडिया रैंक (AIR) में 104वीं स्थान लाकर UPSC को पास करने में सफल रहे और IPS बन गए। हालांकि, विजय वर्धन अपने IPS पद से असंतुष्ट थे, और उन्होंने फिर से UPSC की परीक्षा दी और 2021 में IAS बन गए।
हाल ही में मीडिया से बातचीत में IAS विजय वर्धन ने (UPSC Toppers) सिविल सेवा के उम्मीदवारों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव शेयर किए। उन्होंने कहा कि आप अपने खुद के सबसे अच्छे टीचर हैं। इसलिए निर्णय लेते समय हमेशा अपनी क्षमता पर विश्वास रखना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से वरिष्ठ आवेदकों को सलाह दी कि आप उसी प्रक्रिया को दोहरा नहीं सकते, जिसका आप अनुसरण कर रहे हैं। आपको कुछ बदलाव करने की जरूरत है।