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Newborn Body in Drain: Humanity shamed...! Newborn's body found stuck in the garbage of the drain... sensation spread in the area VIDEO
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Newborn Body in Drain : इंसानियत हुई शर्मसार…! नाले के कचरे में फंसा मिला नवजात का शव…इलाके में फैली सनसनी VIDEO

उधम सिंह नगर, 21 अगस्त। Newborn Body in Drain : उत्तराखंड जिले के आज़ाद नगर, वार्ड नंबर 7 से मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। ट्रांजिट कैंप क्षेत्र स्थित श्मशान घाट रोड पर एक नाले में नवजात शिशु का शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस हृदयविदारक दृश्य को देख स्थानीय लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। नाले में तैर रहा था नवजात का शव गुरुवार सुबह स्थानीय लोगों की नजर नाले में तैरते हुए एक छोटे से शव पर पड़ी। पास जाकर देखने पर साफ हुआ कि वह एक नवजात शिशु है। लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को नाले से बाहर निकाला गया। शुरुआती जांच में सामने आए तथ्य पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नवजात कुछ ही घंटे पहले जन्मा था। शव पर गर्भनाल के निशान और शरीर पर किसी प्रकार के कपड़े नहीं थे। आशंका है कि जन्म के तुरंत बाद ही उसे मरने के लिए नाले में फेंक दिया गया। पुलिस का मानना है कि यह अपराध सामाजिक बदनामी, अविवाहित मां या अनचाहे गर्भ के चलते किया गया हो सकता है। ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी पहचान छिपाने के लिए नवजात को छोड़ देते हैं या मार डालते हैं। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है, इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, आसपास के अस्पतालों और क्लीनिकों से भी डिलीवरी की जानकारी जुटाई जा रही है। स्थानीय लोगों में आक्रोश घटना के बाद से इलाके में गंभीर आक्रोश और शोक का माहौल (Newborn Body in Drain) है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना मानवता को कलंकित करने वाली है और ऐसे जघन्य अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पुलिस पर अब दबाव है कि जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर इंसाफ दिलाया जाए और ऐसे मामलों पर कड़ा संदेश दिया जाए।

Painful letter from senior SBI clerk Surendra Pal Singh…! Wrote- 'I am tired of daily insults…? Now he is missing, see the letter here
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SBI के वरिष्ठ क्लर्क सुरेंद्र पाल सिंह का दर्द भरा पत्र…! लिखा- ‘रोज की बेइज्जती से थक गया हूं…? अब हुआ लापता यहां देखें Letter

आगरा, 21 अगस्त। SBI : भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की छीपीटोला स्थित हाउसिंग लोन शाखा के वरिष्ठ क्लर्क सुरेंद्र पाल सिंह (40 वर्ष) के अचानक लापता होने से हड़कंप मच गया है। 18 अगस्त को घर से निकले सुरेंद्र पाल अपने भांजे को एक पत्र सौंप कर यह कहकर निकले कि वे ‘दवा लेने जा रहे हैं’, लेकिन फिर लौटकर नहीं आए। इससे पहले उन्होंने एक भावुक और दर्द भरा पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने अपने ऊपर बैंक के भीतर हो रहे मानसिक उत्पीड़न और अपमानजनक व्यवहार का विस्तार से जिक्र किया है। क्या लिखा था पत्र में? सुरेंद्र पाल सिंह द्वारा लिखे गए इस पत्र में उन्होंने कहा- “अब मैं और अपशब्द, गाली-गलौज नहीं सुन सकता। रोज की बेइज्जती से बहुत परेशान हो चुका हूं…मेरी मानसिकता जवाब दे चुकी है…अगर कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार एजीएम विक्रम कुमार धेजा होंगे।” उन्होंने आरोप लगाया कि एजीएम विक्रम कुमार धेजा उनके साथ स्टाफ और ग्राहकों के सामने अपमानजनक भाषा और व्यवहार करते थे। पत्र में यह भी उल्लेख है कि, उन पर झूठे आरोप लगाए जाते हैं, वेतन रोकने और अनचाही ट्रांसफर की धमकियां दी जाती हैं। सुरेंद्र पाल ने यह भी लिखा कि वह पहले से ही हाईपरटेंशन, एंग्जाइटी, सर्वाइकल और स्लिप डिस्क जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में इस तरह का मानसिक दबाव असहनीय हो गया है। परिजनों की पीड़ा और पुलिस की कार्रवाई सुरेंद्र पाल के परिजनों का कहना है कि दो दिन बीतने के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं लगा है। उन्होंने आगरा पुलिस से एफआईआर दर्ज कराई है और पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार से व्यक्तिगत रूप से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। उनके भाई मनोज पाल सिंह, जो गुजरात में एक बैंक में कार्यरत हैं, ने भी इसे कार्यस्थल पर मानसिक उत्पीड़न का गंभीर मामला बताते हुए सोशल मीडिया पर अपील की है। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि, “थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है और पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है कि सुरेंद्र पाल को जल्द से जल्द सुरक्षित ढूंढा जा सके।” मानसिक उत्पीड़न का गंभीर पहलू यह मामला न सिर्फ एक बैंक कर्मचारी (SBI) के लापता होने की चिंता बढ़ाता है, बल्कि कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य, सम्मान और कार्य का माहौल कैसा होना चाहिए, उस पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।

Independence Day: A unique case...! Laddu was not received on 15th August... The person lodged a complaint in the CM helpline... The secretary gave a heart winning reply
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Independence Day : अनोखा मामला…15 अगस्त को नहीं मिला लड्डू…! व्यक्ति ने CM हेल्पलाइन में दर्ज कराई शिकायत…पंचायत सचिव ने दिल जीतने वाला दिया जवाब

भिंड, 21 अगस्त। Independence Day : आमतौर पर सीएम हेल्पलाइन 181 पर नागरिकों की गंभीर समस्याओं को दर्ज किया जाता है, लेकिन भिंड जिले के मछंड क्षेत्र से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जिसने पूरे प्रशासनिक अमले को असहज कर दिया। घटना 15 अगस्त 2025 की है। नौधा गांव में ग्राम पंचायत द्वारा ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ध्वजारोहण के बाद लड्डुओं का वितरण शुरू हुआ, तभी गांव के निवासी कमलेश कुशवाहा ने सिर्फ एक लड्डू मिलने पर नाराज होकर सीधा सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज करवा दी। क्या हुआ था मौके पर? पंचायत भवन के बाहर खड़े कमलेश कुशवाहा को चपरासी धर्मेंद्र द्वारा एक लड्डू दिया गया। लेकिन कमलेश दो लड्डू की जिद पर अड़े थे। जब धर्मेंद्र ने अतिरिक्त लड्डू देने से मना कर दिया, तो कमलेश ने मौके पर से ही सीएम हेल्पलाइन में कॉल करके शिकायत दर्ज कर दी। शिकायत में उन्होंने कहा कि “ग्राम पंचायत भवन में ध्वजारोहण के बाद लड्डू वितरण नहीं किया गया, और बाहर खड़े लोगों को नजरअंदाज किया गया।” पंचायत सचिव की प्रतिक्रिया जब यह मामला ग्राम पंचायत सचिव रविंद्र श्रीवास्तव तक पहुंचा, तो वह हैरान रह गए। उन्होंने कहा, कमलेश कुशवाहा को एक लड्डू दिया गया था, लेकिन वह दो लड्डू मांग रहे थे। मना करने पर उन्होंने शिकायत कर दी। वह सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने के लिए कुख्यात हैं और पहले भी कई विभागों में कई दर्जन शिकायतें कर चुके हैं। सचिव श्रीवास्तव ने मुस्कराते हुए कहा कि शिकायत का समाधान निकालने के लिए वे स्वयं 1 किलो लड्डू लेकर कमलेश के पास जाएंगे और माफी मांगेंगे। हमारे लिए गांव में सौहार्द्र और शांति बनाए रखना प्राथमिकता है। कमलेश कुशवाहा का पक्ष कमलेश का कहना है कि, मैंने तो सिर्फ यह पूछना चाहा था कि क्या स्वतंत्रता दिवस पर प्रसाद वितरण की कोई सरकारी नीति है या नहीं, क्योंकि हमें बाहर खड़े होने के कारण लड्डू नहीं दिए गए। पर मेरी बात को शिकायत मान लिया गया। सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय इस “लड्डू विवाद” ने अब सोशल मीडिया पर भी अपनी जगह बना ली है। कुछ लोग इसे “जनता की जागरूकता” बता रहे हैं, तो कुछ इसे “शिकायत का मजाक” बता रहे हैं। जहां देश स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रभक्ति (Independence Day) और बलिदानों को याद कर रहा था, वहीं भिंड के एक गांव में लड्डू का वितरण और उसकी मात्रा प्रशासनिक चर्चा का विषय बन गई। हालांकि यह घटना हल्की-फुल्की है, लेकिन यह भी दर्शाती है कि जनता कितनी जागरूक और अधिकारों को लेकर सतर्क हो चुकी है, चाहे वो एक लड्डू ही क्यों न हो।

Simplicity of IAS: IAS is an example of simplicity...! He reaches office by riding a bicycle...won the hearts of the people...this video surfaced
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Simplicity of IAS : सादगी की मिसाल है IAS…! साइकिल चलाकर पहुंचते हैं ऑफिस…जीता जनता का दिल…सामने आया यह Video

सतना, 21 अगस्त। Simplicity of IAS : सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति साइकिल से सड़क पर जाता नजर आता है। पहली नजर में यह कोई आम दृश्य लगता है, लेकिन जब पता चलता है कि यह शख्स कोई और नहीं बल्कि सतना के कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस हैं, तो लोगों के लिए यह प्रेरणा का विषय बन जाता है। डॉ. सतीश कुमार एस की सादगी और जमीन से जुड़ाव की यह मिसाल लोगों के दिलों को छू गई है। वीडियो में वह बिना किसी सरकारी तामझाम या सुरक्षा व्यवस्था के, आम नागरिक की तरह साइकिल चलाकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचते दिखते हैं। यह पहला मौका नहीं है जब वह चर्चा में आए हों। उनके प्रशासनिक फैसले, सख्त अनुशासन और जनता के प्रति जवाबदेही की भावना के लिए पहले भी उन्हें काफी सराहना मिली है। डॉ. सतीश कुमार एस का एक परिचय जन्मस्थान : वेल्लोर, तमिलनाडु शिक्षा : एमबीबीएस, मद्रास मेडिकल कॉलेज आईएएस चयन वर्ष : 2013 वर्तमान पद : कलेक्टर, सतना (नियुक्ति: 28 जनवरी 2025 पूर्व पद : कलेक्टर, भिंड कलेक्टर रहते हुए भिंड में उन्होंने अपनी अनुशासनप्रिय प्रशासनिक शैली के लिए खासी पहचान बनाई थी। सतना में नियुक्ति के बाद उन्होंने निजी स्कूलों की मनमानी पर कड़ा रुख अपनाया और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए कदम उठाए। जनसेवा का अनोखा मेल डॉ. सतीश कुमार को साइकिल चलाना बेहद पसंद है। मौका मिलते ही वे खुद साइकिल से दफ्तर पहुंचते हैं। उनके मुताबिक, इससे न सिर्फ स्वास्थ्य ठीक रहता है बल्कि ईंधन की बचत और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलती है। हाल ही में वायरल हुए वीडियो में जब वे बिना किसी तामझाम के साइकिल से ऑफिस पहुंचे, तो सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर उनकी तारीफ की। कई यूजर्स ने लिखा, “ऐसे अधिकारी ही असल में बदलाव लाते हैं।” कर्तव्य के प्रति सख्ती सतना में उनकी कार्यशैली का एक उदाहरण तब देखने को मिला जब जनसुनवाई के दौरान लापरवाही बरतने पर उन्होंने एक हेडमास्टर को तत्काल निलंबित कर दिया। यह दर्शाता है कि वे जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और जिम्मेदारी तय करने में किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरतते। डॉ. सतीश कुमार एस जैसे अधिकारी यह साबित करते हैं कि प्रशासनिक पद केवल अधिकारों का नहीं, जिम्मेदारियों का प्रतीक होता है। उनकी सादगी, अनुशासन और जनहित में लिए गए फैसले उन्हें एक प्रेरणास्रोत बनाते हैं। सतना के लोग खुद को सौभाग्यशाली मान सकते हैं कि उन्हें ऐसा अधिकारी मिला है, जो पद की गरिमा के साथ-साथ मानवीय मूल्यों को भी जीता है।

Brutal Murder: An incident that shook humanity...! A young man brutally murdered a woman and her 3 children
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Brutal Murder : मानवता को झकझोर देने वाली घटना…! युवक ने महिला और उनकी 3 बच्चों को कर दी निर्मम हत्या

बहराइच/उत्तर प्रदेश, 21 अगस्त। Brutal Murder : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जमीन के लालच में 7 साल पहले अपने सगे भाई की हत्या करा चुके एक युवक ने अब खुद पर चल रहे मुकदमे में बचने के लिए अपने भाई की विधवा पत्नी, जिसे उसने डरा-धमकाकर पत्नी बना लिया था, और तीन मासूम बच्चियों को जिंदा नदी में फेंककर हत्या कर दी। क्या है मामला? मामला मोतीपुर थाना क्षेत्र के रामईपुरवा दाखिला पकड़िया दीवान गांव का है, जहां का निवासी अनिरुद्ध कुमार अब हत्या के एक और जघन्य मामले में गिरफ्तार हुआ है। पुलिस के मुताबिक, अनिरुद्ध ने अपनी पत्नी सुमन, अपनी दो बेटियों अंशिका और लाडो, और भाई की 12 साल की बेटी नंदिनी को 14 अगस्त को लखीमपुर के खमरिया इलाके में स्थित शारदा नदी में फेंक दिया। अनिरुद्ध को शक था कि सुमन उसके भाई की हत्या के केस में कोर्ट में गवाही दे सकती है, जिससे उसे सजा हो सकती थी। इसलिए उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर साजिश रची और सभी को मंदिर दर्शन के बहाने नदी के किनारे ले जाकर उफनती शारदा नदी में धक्का दे दिया। कैसे हुआ खुलासा? पीड़िता सुमन की मां रमपता, निवासी चौधरीगांव, ने मोतीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी और तीन नातिनें लापता हैं। पुलिस ने जब अनिरुद्ध को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या की वजह क्या थी? पुलिस जांच में सामने आया कि अनिरुद्ध ने 2018 में अपने सगे भाई की हत्या करवा दी थी ताकि वह उसकी जमीन पर कब्जा कर सके। मृतक भाई की पत्नी सुमन उस हत्या की मुख्य गवाह थी। बाद में अनिरुद्ध ने उसे डरा-धमका कर पत्नी बना लिया और उससे दो बेटियां भी हुईं। अब जब केस कोर्ट में चल रहा था और सुमन से गवाही का डर था, तो उसने पूरे परिवार को खत्म करने की योजना बना ली। पुलिस का बयान एसपी ग्रामीण दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि, “अनिरुद्ध बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। उसने पहले भाई की हत्या कराई, फिर उसकी पत्नी और भतीजी को अपने साथ रखा और अब जब कोर्ट में सजा का डर सताने लगा, तो उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया।” अनिरुद्ध की निशानदेही पर सुमन और बच्चियों के कपड़े व जूते बरामद (Brutal Murder) कर लिए गए हैं। गोलीमार, खमरिया और आसपास के कई थानों की पुलिस और गोताखोर टीम शवों की तलाश में जुटी हुई है। वहीं, अनिरुद्ध के साथी की तलाश भी जारी है।

Girlfriend Found in Pieces: Two sacks found in a foul-smelling well... Woman's body found in 7 pieces... Former Pradhan murdered his girlfriend
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Girlfriend Found in Pieces : दुर्गंध कुएं से मिली दो बोरी…7 टुकड़ों में मिली महिला की लाश…पूर्व प्रधान ने कर दी गर्लफ्रेंड की हत्या

झांसी, 21 अगस्त। Girlfriend Found in Pieces : झांसी के टोड़ी फतेहपुर क्षेत्र में बोरे में मिले महिला के क्षत-विक्षत शव के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, यह कोई हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या थी, जिसे महिला के प्रेमी और उसके साथियों ने अंजाम दिया। मृतका की पहचान टीकमगढ़ निवासी रचना यादव के रूप में हुई है, जिसकी हत्या उसके प्रेमी, पूर्व प्रधान संजय पटेल ने शादी के दबाव से परेशान होकर की। क्या है पूरा मामला? 13 अगस्त को किशोरपुर गांव के एक किसान ने खेत के पास स्थित कुएं से दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची और कुएं से दो बोरियां बाहर निकालीं, तो अंदर महिला के शरीर के टुकड़े पाए गए। सिर, हाथ और पैर गायब थे। बाद में 17 अगस्त को कुएं से एक और बोरी बरामद हुई जिसमें महिला के दोनों हाथ मिले, जबकि सिर और पैर अब भी गायब थे। पुलिस की जांच में लगे 8 टीमें झांसी एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने मामले की जांच के लिए 8 टीमें बनाई थीं। 100 गांवों में पूछताछ, 200 से ज्यादा CCTV फुटेज खंगालने के बावजूद पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा। बोरियों के धागे, ईंटों और मिट्टी की भी फॉरेंसिक जांच कराई गई। महिला की पहचान तब हो पाई जब एक पोस्टर देखकर एक व्यक्ति ने अपनी बहन के लापता होने की सूचना दी। मृतका की पहचान रचना यादव के रूप में हुई, जिसके पति की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। रचना और संजय के बीच थे संबंध रचना यादव का अपने जेठ से विवाद था और वह संजय पटेल (Girlfriend Found in Pieces) से मदद ले रही थी। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। रचना संजय पर शादी का दबाव बना रही थी और उससे पैसों की मांग भी करती थी। इसी से परेशान होकर संजय ने अपने भतीजे संदीप पटेल और एक अन्य साथी प्रदीप अहिरवार के साथ मिलकर रचना की हत्या की साजिश रची।

Free Ration: Important news for ration card holders...! Changes in free ration scheme...1 crore ineligible people identified...Instructions to remove names...See list here
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Free Ration : राशन कार्ड धारकों के लिए जरूरी खबर…! मुफ्त राशन योजना में बदलाव…1 करोड़ अपात्रों की पहचान…नाम हटाने के निर्देश…यहां देखें List

नई दिल्ली, 20 अगस्त। Free Ration : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने मुफ्त राशन योजना (NFSA) को लेकर एक महत्वपूर्ण और कड़ा फैसला लिया है। अब वे राशन कार्डधारक जो इस योजना के पात्र नहीं हैं, जल्द ही सूची से बाहर किए जा सकते हैं। सरकार ने स्पष्ट कहा है कि ऐसे लाभार्थी जो करदाता हैं, चार पहिया वाहन के मालिक हैं या किसी कंपनी के निदेशक हैं, वे गरीबों के लिए चलाई जा रही इस योजना के हकदार नहीं हैं। किन्हें योजना से हटाया जा सकता है? केंद्र सरकार ने विभिन्न सरकारी डाटाबेस का मिलान करके करीब 1 करोड़ से अधिक राशन कार्डधारकों की पहचान की है, जिन्हें जल्द ही योजना से बाहर किया जा सकता है। इनमें शामिल हैं: इन आंकड़ों की पुष्टि खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा की गई है। क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए उपयोग किए गए स्रोत राशन कार्डधारकों की जानकारी को निम्नलिखित मंत्रालयों और विभागों के डाटाबेस से मिलाया गया- इस क्रॉस-वेरिफिकेशन का उद्देश्य अपात्र लोगों को हटाकर वास्तविक जरूरतमंदों को लाभ देना है, जो फिलहाल प्रतीक्षा सूची में हैं। राज्यों की भूमिका क्या होगी? केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि डुप्लिकेट कार्डों की पहचान करना और अपात्र लोगों को हटाना राज्यों की जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। किन्हें नहीं मिलेगा अब मुफ्त राशन? सरकार के नियमों के अनुसार, निम्नलिखित श्रेणियों के लोग मुफ्त राशन योजना के योग्य नहीं माने जाएंगे, सभी सरकारी कर्मचारी, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये या उससे अधिक है, चार पहिया वाहन मालिक और आयकर देने वाले नागरिकों को यह लाभ नहीं मिलेगा। राशन योजना की मौजूदा स्थिति अधिकारी बोले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण (Free Ration) विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा- “यह कदम वास्तविक जरूरतमंदों को योजना का लाभ देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है। हमने राज्यों को सभी जरूरी आंकड़े और निर्देश दे दिए हैं। आगे की कार्रवाई अब राज्यों को करनी है।

Indian Railways Luggage Rules: Big news...! Now there will be 'airport style' luggage checking at railway stations... Fine will be imposed on luggage exceeding the prescribed limit... See the list of luggage here
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Indian Railways Luggage Rules : बड़ी खबर…! अब रेलवे स्टेशनों पर होगा ‘एयरपोर्ट स्टाइल’ लगेज चेकिंग…तय सीमा से ज्यादा सामान पर लगेगा जुर्माना…यहां देखें लगेज की List

लखनऊ, 19 अगस्त। Indian Railways Luggage Rules : अगर आप अक्सर ट्रेन से सफर करते हैं और भारी सामान साथ लेकर चलते हैं, तो अब आपको सतर्क रहने की जरूरत है। भारतीय रेलवे ने एक नई लगेज चेकिंग व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है, जिसमें अब प्रमुख स्टेशनों पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के बैग की जांच की जाएगी। यह व्यवस्था उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे द्वारा लखनऊ और प्रयागराज मंडल के कुछ प्रमुख स्टेशनों से शुरू की जा रही है। क्या है नई व्यवस्था? रेलवे अब स्टेशनों पर यात्रियों के सामान का वजन और आकार जांचेगा। इसके लिए स्टेशन परिसर में इलेक्ट्रॉनिक लगेज वेट मशीनें लगाई जा रही हैं। लखनऊ नॉर्दर्न रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य यात्रा को सुरक्षित, सुविधाजनक और अनुशासित बनाना है। नए लगेज नियम-मुफ्त सीमा और शुल्क श्रेणी मुफ्त लगेज सीमा अतिरिक्त छूट (बिना शुल्क) फर्स्ट एसी 70 किलो +10 किलो तक फ्री सेकेंड एसी 50 किलो +10 किलो तक फ्री थर्ड एसी/स्लीपर 40 किलो +10 किलो तक फ्री जनरल/2nd सिटिंग 35 किलो +10 किलो तक फ्री अगर वजन तय सीमा से अधिक हुआ, तो सामान की बुकिंग करानी होगी और अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा। केवल वजन ही नहीं, बल्कि बैग का आकार भी महत्वपूर्ण है। यदि बैग का आकार तय सीमा से अधिक हुआ, तो वजन सीमा में होने पर भी पेनल्टी लग सकती है। किन स्टेशनों पर लागू होगी व्यवस्था? नए नियमों को इन प्रमुख स्टेशनों पर लागू किया जा रहा है: इन स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक लगेज वेट स्कैनर लगाए जा रहे हैं, जो यात्रियों के प्रवेश से पहले ही सामान का मूल्यांकन करेंगे। नियम तोड़ने पर क्या होगा? तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने पर पेनल्टी देनी होगी। यदि बिना बुकिंग के भारी सामान पकड़ा गया, तो यात्रियों को फाइन देना होगा और सामान ट्रेन में ले जाने से रोका जा सकता है। बदलाव का उद्देश्य रेलवे अधिकारियों के अनुसार, “कई बार यात्री तय सीमा से अधिक सामान लेकर कोच में अव्यवस्था और सुरक्षा संकट पैदा करते हैं। इस व्यवस्था का उद्देश्य यात्रा को सुगम, सुरक्षित और नियंत्रित बनाना है।” यह व्यवस्था फिलहाल कुछ स्टेशनों पर लागू की जा रही है, लेकिन धीरे-धीरे इसे देशभर में फैलाया जा सकता है।

Lunar Eclipse: Second lunar eclipse of the year 2025...! It will be visible in India...'Blood Moon' will also appear on full moon...See the time and precautions here
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Lunar Eclipse : साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण…! भारत में दिखाई देगा…पूर्णिमा पर भी लगेगा ‘ब्लड मून’…यहां देखें समय और सावधानियां

डेस्क रिपोर्ट, 19 अगस्त। Lunar Eclipse : इस साल भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि पर साल का दूसरा और आखिरी पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यही पूर्णिमा से पितृपक्ष की शुरुआत भी होती है। इस दिन चंद्रमा का रंग लाल दिखाई देगा, जिसे ब्लड मून कहा जाता है। सूतक काल में न करें ये गलतियां यह एक ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और भारत में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। इसी कारण इस बार इसका सूतक काल भी मान्य रहेगा। आइए जानते हैं कि भारतीय समयानुसार इस चंद्र ग्रहण का समय क्या रहेगा और इसके सूतक काल में कौन सी गलतियां करने से आपको बचना है। चंद्र ग्रहण का समय (भारतीय समयानुसार) ग्रहण आरंभ: रात 9:58 बजे ग्रहण समाप्ति: रात 1:26 बजे (8 सितंबर) सूतक काल का समय सूतक प्रारंभ: दोपहर 12:57 बजे (7 सितंबर) चूंकि यह ग्रहण भारत में दृश्यमान होगा, इसलिए सूतक काल मान्य रहेगा। सूतक काल में क्या न करें? पितृपक्ष का आरंभ और सावधानी इस दिन पितृपक्ष की शुरुआत भी हो रही है। इसलिए परंपरागत रिवाज जैसे श्राद्ध कर्म, तर्पण आदि को सूतक काल लगने से पहले ही पूरा कर लें। वैज्ञानिक कारण जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में पूरी तरह आ जाता है और सूर्य की सीधी रोशनी उस पर नहीं पड़ती, तब वह लाल रंग का दिखाई देता है। इसी खगोलीय घटना को ब्लड मून कहते हैं। चंद्र ग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई करें, स्नान करें और मंदिरों में पुनः पूजा-अर्चना करें। याद रखें, ग्रहण केवल खगोलीय घटना नहीं, भारतीय संस्कृति में इसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व भी है। तारीख: 7 सितंबर 2025ग्रहण समय: रात 9:58 बजे से लेकर 1:26 बजे (8 सितंबर की रात तक)ग्रहण प्रकार: पूर्ण चंद्र ग्रहण (ब्लड मून)दृश्यता: भारत सहित एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।

ED Raids: Big ED raid on Congress MLA Satish Sail's premises...! 6.75 kg gold and cash worth crores seized
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ED Raids : कांग्रेस MLA सतीश सैल के ठिकानों पर ED की बड़ी छापेमारी…! 6.75 किलो सोना और करोड़ों की नकदी जब्त

नई दिल्ली/बेंगलुरु, 17 अगस्त। ED Raids : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक के करवार से कांग्रेस विधायक सतीश कृष्णा सैल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) और अवैध लौह अयस्क निर्यात घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। देश के चार प्रमुख शहरों, कर्नाटक, गोवा, मुंबई और नई दिल्ली, में एक साथ की गई छापेमारी के दौरान 6.75 किलो सोना, ₹1.68 करोड़ नकद, और ₹14.13 करोड़ की बैंक जमा राशि को जब्त/फ्रीज किया गया। ED का दावा यह मामला 2010 के बेलकेरी पोर्ट लौह अयस्क घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि वन विभाग द्वारा जब्त किए गए करीब ₹86.78 करोड़ मूल्य के लौह अयस्क को गैरकानूनी तरीके से निर्यात किया गया। इस अवैध निर्यात में कई कंपनियों और कारोबारी समूहों की मिलीभगत सामने आई है। ED का दावा है कि सतीश सैल की कंपनियां भी इस घोटाले में अहम भूमिका में थीं। कार्रवाई में क्या मिला? कैसे हुई मनी लॉन्ड्रिंग ED का आरोप है कि अवैध लौह अयस्क निर्यात से हुई कमाई को वैध दिखाने के लिए शेल कंपनियों और विभिन्न बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। यह पैसा रियल एस्टेट और व्यापारिक निवेश के जरिए घुमाया गया ताकि असली स्रोत को छिपाया जा सके। राजनीतिक पृष्ठभूमि और विवाद सतीश कृष्णा सैल पहले जनता दल (सेक्युलर) में थे और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। वर्तमान में वे करवार विधानसभा सीट से विधायक हैं। अब तक विधायक की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस खेमे में हलचल तेज हो गई है। जैसा कि अक्सर होता है, इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज हो गई है। कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, जबकि भाजपा इसे कानून का सामान्य पालन बता रही है। ED ने PMLA (धनशोधन रोकथाम अधिनियम) के तहत मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है। छापेमारी में मिले दस्तावेज़ों और डिजिटल साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी, ताकि लेन-देन की पूरी श्रृंखला सामने लाई जा सके। यह मामला कर्नाटक के बहुचर्चित लौह अयस्क घोटाले को एक बार फिर सुर्खियों (ED Raids) में ले आया है, और यह देखना अहम होगा कि जांच में आगे किन-किन नामों का खुलासा होता है। ईडी ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।