Uttarakhand Tragedy : सैलाब से खुद को बचाने की जद्दोजहद…! कीचड़ और पत्थरों के बीच से रेंगते इंसान…यह दृश्य आंखें नम कर गया…यहां देखें VIDEO

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देहरादून, 06 अगस्त। Uttarakhand Tragedy : उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में आज दोपहर कुदरत ने एक बार फिर अपना कहर बरपाया। हर्षिल घाटी के समीप बसे धराली गांव में बादल फटने की घटना ने पूरे इलाके को तबाही की गिरफ्त में ले लिया। तेज़ बारिश के बाद अचानक आए मलबे और बेकाबू जलधारा ने गांव के घरों को नष्ट कर दिया। 50 से अधिक लोग अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका से हर तरफ मातम पसरा हुआ है।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, पूरा गांव कुछ ही पलों में मिट्टी, पत्थरों और पानी के सैलाब में तब्दील हो गया। जहां कभी बच्चों की हंसी गूंजा करती थी, अब वहां चीख-पुकार और बेजान खामोशी छाई है।

नदी किनारे बसा पूरा धराली गांव दब गया

इसी विनाश के बीच एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति मलबे के ढेर से किसी तरह खुद को बाहर निकालता दिखाई देता है। कीचड़ और पत्थरों के बीच से रेंगते हुए, दर्द में डूबा यह शख्स झाड़ियों की ओर बढ़ता है, जबकि ऊपर खड़े लोग उसे देखकर दुआ करते हैं, चीखते हैं, “ज़िंदा है… ज़िंदा है!” यह दृश्य, एक ओर जहां आंखें नम कर गया, वहीं दूसरी ओर राहतकर्मियों को और लोगों के ज़िंदा होने की उम्मीद भी दे गया।

SDRF, NDRF और सेना की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और लगातार राहत-बचाव अभियान चला रही हैं। लेकिन भारी मलबा, टूटी सड़कें और तेज बारिश उनकी राह में सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। रेस्क्यू ऑपरेशन में समय के साथ संघर्ष तेज़ हो रहा है, और हर मिनट कीमती साबित हो रही है।

प्रदेश सरकार ने इस घटना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है और मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के लिए तत्काल राहत और मुआवजे की घोषणा की है। स्थानीय प्रशासन लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। यह त्रासदी एक बार फिर बताती है कि हिमालयी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित विकास किस तरह जानलेवा रूप ले सकते हैं।

विनाश का वीडियो

कीचड़ से रेंगते हुए निकलता शख्स