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रायपुर, 27 जनवरी। 38th National Games UK : भारत के लिए ओलंपिक कहे जाने वाले राष्ट्रीय खेल का 38वें संस्करण का आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों में सम्पन्न होगा जिसमें 36 खेलों में 10 हजार से अधिक खिलाड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।

इसी तारतम्य में रायपुर के तीन खिलाड़ियों सहित छत्तीसगढ़ से कलरिपयतु (मार्शल आर्ट) की 19 सदस्यों की टीम छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से रवाना हुई जो 28 से 30 जनवरी 2025 तक पुलिस लाइन स्टेडियम, हरिद्वार में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।

रायपुर से छत्तीसगढ़ दल में तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है। दिव्या अग्रवाल, हँसा साहू और आर्यन पटेल। उपरोक्त तीनो खिलाड़ी अमन यादव द्वारा संचालित देवेन्द्र नगर स्थित विवेकानंद मार्शल आर्ट्स एकेडमी के नियमित खिलाड़ी हैं। इन तीनों खिलाड़ियों एवँ कोरबा के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देने रेल्वे स्टेशन रायपुर में अनीस मेमन, अमन यादव, जागेश्वर डडसेना, सामाजिक कार्यकर्ता अजय अग्रवाल, खिलाड़ियों के परिजन आदि उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ की टीम

01) मीशा (फाइट 40 से 60 किलोग्राम) – कोरबा

02) रिशा नैन (फाइट 60 से 80 किलोग्राम) – कोरबा

03) डिम्पल वैष्णव (उरुमी विशल – फ्लेक्सिबल तलवार) – कोरबा

04) अनिता (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर) – कोरबा

05) नोवेल कुमार साहू (उरुमी विशल – फ्लेक्सिबल तलवार) – कोरबा

06) प्रणव राज सिंह (फाइट 50 से 65 किलोग्राम) – कोरबा

07) पीयूष विश्वकर्मा (डंडा फाइट ) – कोरबा

08) हर्ष वैष्णव (डंडा फाइट ) – कोरबा

09) विवेक सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से नीचे) – कोरबा

10) रितिक कुमार सिंह (हाई किक – 5.6 फ़ीट से ऊपर) – कोरबा

11) हंसा साहू (तलवार और तलवार) – रायपुर

12) दिव्या अग्रवाल (तलवार और तलवार) – रायपुर

13) आर्यन पटेल (मैपयट्टू – शरीर लचीलापन फुट स्टेप) – रायपुर

14) मिलन सिंह मरई (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद

15) गगन सोनी (लचीला तलवार एवं ढाल) – बालोद

16) त्रिवेणी (तलवार एवं ढाल) – बालोद

17) डेमेश्वरी साहू (तलवार एवं ढाल) – बालोद

छत्तीसगढ़ दल में कोरबा के कमलेश देवांगन कोच एवं दल्लीराजहरा जिला बालोद की सुश्री हरबंश कौर महिला कोच के रूप में प्रतियोगिता में भाग लेंगे।

जिला कलारिपयात्तु संघ, रायपुर के अध्यक्ष अनीस मेमन एवँ सचिव अमन यादव ने छत्तीसगढ़ कलरिपयतु एसोसिएशन के सचिव कमलेश देवांगन के हवाले से आगे बताया कि कलरिपयतु खेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार से मान्यता है तथा खेल को राष्ट्रीय खेल, खेलो इंडिया, यूथ गेम्स एवं SGFI स्कूल खेल में शामिल किया गया है।

ऐसा माना जाता है कि कलरिपयतु 9 वीं से 11 वीं शताब्दी के मध्य प्रचलित हुआ जिसे दुनिया का प्राचीनतम सर्वाधिक वैज्ञानिक युद्ध कला (मार्शल आर्ट) होने का गौरव है तथा कलरिपयतु को सभी मार्शल आर्ट्स की जननी भी कहा जाता है।

छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा 2023 में छत्तीसगढ़ राज्य मैडल टैली का 50 प्रतिशत हिस्सा अकेले कलरिपायतु खेल ने हासिल किया था जिसमे 1 स्वर्ण 1 रजत एवं 8 काँस्य पदक प्राप्त कर छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया था और इस बार भी हमारे खिलाड़ी अधिक से अधिक मैडल जितने का प्रयास करेंगे।