मुजफ्फरपुर, 08 अगस्त। Aamaar Sonar Bangla : आरक्षण विवाद को लेकर बांग्लादेश में शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब बेकाबू हो चुका है। देश में हालात पूरी तरह बिगड़ चुके हैं। शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देकर भारत आ चुकी हैं।
इस बीच लगातार विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें सामने आ रही हैं। बीते दिनों हिंसक प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति का सिर वाला हिस्सा हथौड़े से तोड़ दिया। उनकी मूर्तियों को बुलडोजर और जेसीबी से गिरा दिया गया। वहीं उसके दूसरे दिन एक शख्स ने उनकी मूर्ति पर चढ़कर पेशाब कर दिया।
शेख मुजीब को बांग्लादेश का संस्थापक नेता और अगुआ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने ही पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई की थी और बांग्लादेश को आजादी दिलाने में अहम भूमिका भी निभाई थी। वह बांग्लादेश में शेख मुजीब के नाम से प्रसिद्ध हुए थे और उन्हें बाद में बंगबंधु की पदवी दी गई थी।
बांग्लादेश के निर्माण के तीन साल बाद ही 15 अगस्त 1975 को सैन्य तख्तापलट के दौरान शेख मुजीब की हत्या कर दी गई थी। शेख मुजीब की हत्या के बाद उनकी बेटी शेख हसीना अपनी बहन के साथ दिल्ली आई थीं और उन्होंने उस वक्त भी भारत में शरण ली थी। इसके बाद वह कई सालों तक भारत की शरण में रही थीं। 1981 में सब ठीक हो जाने पर शेख हसीना वापस बांग्लादेश चली गई थीं और उन्होंने अपने पिता की राजनीतिक विरासत (Aamaar Sonar Bangla) को आगे बढ़ाया था।