वृंदावन, 09 मई। Accident Averted in Vrindavan : कान्हा की नगरी वृंदावन में बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया, जब प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज एक पदयात्रा के दौरान हादसे का शिकार होते-होते बचे। जानकारी के अनुसार, संत प्रेमानंद महाराज जैसे ही एक लोहे के ट्रस के नीचे से गुजर रहे थे, उसी समय वह ट्रस अचानक हिलने लगा और गिरने की स्थिति में आ गया। गनीमत रही कि वहां मौजूद सेवकों और श्रद्धालुओं ने समय रहते महाराज को वहां से सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
बताया जा रहा है कि यह ट्रस टेंट वालों द्वारा लाइटिंग और सजावट के लिए लगाया गया था। संत के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित थे, जिससे मौके पर भारी भीड़ हो गई और संभवतः ट्रस इसी भीड़ के दबाव में असंतुलित हो गया।
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दृश्य स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि कैसे एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, अब प्रेमानंद महाराज पूरी तरह सुरक्षित हैं और पदयात्रा आगे जारी है।
स्थानीय प्रशासन से इस मामले में फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन यह हादसा सुरक्षा व्यवस्था पर जरूर सवाल खड़े करता है, खासकर जब इतने बड़े धार्मिक आयोजन में भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी अहम होती है।
पदयात्रा का बदला समय
गौरतलब है कि संत प्रेमानंद जी पिछले कई वर्षों से रोजाना तड़के लगभग 2 बजे पदयात्रा पर निकला करते थे, लेकिन हाल के दिनों में स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने पदयात्रा का समय बदलकर सुबह कर दिया है। कई बार वे कार से रवाना होते हैं और रास्ते में उतरकर पैदल ही आश्रम पहुंचते हैं। बुधवार को भी वे इसी क्रम में पदयात्रा कर रहे थे, जब यह हादसा होते-होते टल गया।
सौभाग्य से संत प्रेमानंद जी (Accident Averted in Vrindavan) महाराज को कोई चोट नहीं आई है। घटना के बाद उन्होंने स्वयं भक्तों को आश्वस्त किया कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है।