ग्वालियर, 15 जून। Ahmedabad Plane Crash : जी हां, यह सच है कि अहमदाबाद विमान हादसे में जहां सब कुछ जलकर राख हो गया, वहीं भगवद गीता और भगवान बाल लड्डू गोपाल की मूर्ति को कुछ नहीं हुआ। इस घटना को चमत्कार के तौर पर देखा जा रहा है।
एकमात्र जीवित बचे विश्वाश कुमार रमेश
बता दें कि, 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह विमान अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रहा था और इसमें कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। दुर्घटना में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक यात्री, विश्वाश कुमार रमेश, ब्रिटिश नागरिक, एकमात्र जीवित बचे हैं।
विमान ने दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी और महज 33 सेकंड बाद, 625 फीट की ऊंचाई पर, नियंत्रण खो बैठा। पायलट ने ‘मेडे’ कॉल की, लेकिन विमान तेजी से नीचे गिरा और बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया। इस हादसे में विमान के अलावा, छात्रावास में भी आग लग गई, जिससे पांच मेडिकल छात्राओं की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए।
गीता और लड्डू गोपाल की मूर्ति सुरक्षित बरामद
दरअसल, बहुत ही आश्चर्यजनक रूप में मलबे से भगवत गीता और लड्डू गोपाल की मूर्ति सुरक्षित बरामद हुई, जो इस भीषण हादसे में आस्था और चमत्कार का प्रतीक बन गई। यह दृश्य सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया और लोगों ने इसे दिव्य आशीर्वाद के रूप में देखा।
मौके पर पहुंचे राहत और बचाव दल ने तुरंत ऑपरेशन शुरू किया। मलबे से शवों को बाहर निकाला जाने लगा और हादसे के कारणों की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। इसी बीच मलबे से एक ऐसा दृश्य सामने आया जिसने सभी को हैरान कर दिया और राहतकर्मियों की आंखें भी नम हो गईं। पूरी तरह जल चुके प्लेन के मलबे के बीच से भगवद गीता की किताब और भगवान लड्डू गोपाल की एक छोटी मूर्ति बिल्कुल सुरक्षित हालत में बरामद हुईं। न तो गीता के पन्नों को कोई खरोंच आई और न ही मूर्ति पर कोई निशान नजर आया।
विमान में सवार जयश्री पटेल नाम की महिला के हैंडबैग में थीं
जांच में पता चला कि यह दोनों वस्तुएं विमान में सवार जयश्री पटेल नाम की महिला के हैंडबैग में थीं। जयश्री पटेल इन दोनों को अपने साथ लंदन ले जा रही थीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोग इसे आस्था का चमत्कार और ईश्वर की लीला बता रहे हैं। विमान हादसे की जांच DGCA और एयरलाइंस की स्पेशल टीम कर रही है। शुरुआती रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी और इंजन फेल्योर को संभावित कारण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की है और जांच के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
दुर्घटना के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने घटनास्थल (Ahmedabad Plane Crash) का दौरा किया और प्रभावितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। केंद्रीय सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹1 करोड़ की सहायता राशि देने की घोषणा की है। यह हादसा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर मॉडल का पहला दुर्घटना है और भारत में 2020 के बाद से पहली घातक विमान दुर्घटना है। अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के जांच एजेंसियां हादसे के कारणों की जांच कर रही हैं।