अहमदाबाद, 18 जून। Ahmedabad Plane Crash : जरा सोचिए, जब कुछ ही देर में हमारी मौत हो जाएगी, तो हमें कैसा लगेगा? जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही पल बाद भयंकर टर्बुलेंस का सामना कर रही थी, तो उस विमान में बैठे सभी यात्रियों के साथ जोशी परिवार के 3 मासूम बच्चों का क्या हुआ होगा? अब इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें तीनों बच्चों के डरे और सहमे हुए चेहरे नजर आ रहे हैं। बता दें कि, इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग ज़मीन पर भी मारे गए। केवल एक यात्री, विश्वास कुमार रमेश, इस भीषण दुर्घटना में जीवित बचने में सफल रहे।
झकझोरने वाले मासूमों के चेहरे
इस हादसे में राजस्थान के जोशी परिवार के सभी सदस्य भी मारे गए। प्रतिक जोशी, जो पहले से लंदन में काम कर रहे थे, अपने परिवार को स्थायी रूप से लाने के लिए भारत लौटे थे। उनकी पत्नी डॉ. कौमी व्यास और तीन बच्चों के साथ एक सेल्फी ली थी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। यह सेल्फी उनके लंदन में नए जीवन की शुरुआत के सपने को दर्शाती है, जो अब कभी पूरा नहीं हो सकेगा।
डॉक्टर प्रतीक जोशी 2016 से लंदन में रह रहे थे और अब पूरा परिवार स्थायी रूप से वहां बसने जा रहा था। वहीं जब विमान गिरने लगा तो अंदर मौजूद 3 मासूम बच्चों की खौफनाक तस्वीर सामने आई है। उनके चेहरे पर डर साफ दिखाई दे रही है। भगवान का ये क्रूर मजाक देखकर आज हर कोई दुखी है।
हादसे की भयावहता
विमान ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और लगभग 30 सेकंड बाद ही नियंत्रण खो बैठा। विमान का लैंडिंग गियर अभी भी बाहर था, जिससे विशेषज्ञों ने इस बात की ओर इशारा किया कि विमान ने पर्याप्त ऊंचाई नहीं प्राप्त की थी। विश्वास कुमार रमेश, जो सीट 11A पर बैठे थे, आपातकालीन निकासी द्वार से बाहर निकलने में सफल रहे और दुर्घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक एंबुलेंस के पास पाए गए।
विश्वास कुमार की आपबीती
विश्वास कुमार ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद बताया कि उन्होंने विमान के अंदर लोगों को मरते हुए देखा और खुद को मलबे से बाहर निकालने में सफल रहे। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं कैसे बच गया। मैंने एयर होस्टेस और दो अन्य लोगों को मरते हुए देखा। मैं मलबे से बाहर निकला।”
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट हादसे में बांसवाड़ा, राजस्थान के डॉक्टर प्रतीक जोशी, उनकी पत्नी कोनी व्यास और उनके तीन बच्चों की दुखद मृत्यु हो गई। यह परिवार लंदन स्थायी रूप से बसने के लिए यात्रा पर निकला था। फ्लाइट में ली गई एक सेल्फी अब उनकी आखिरी तस्वीर बन गई है, जिसे देखकर परिजन भावुक हो उठे।
जांच और सहायता
विमानन मंत्रालय ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है, जिसमें यांत्रिक खराबी, मानव त्रुटि और अन्य संभावित कारणों की जांच की जा रही है। एयर इंडिया ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित टीमों का गठन किया है।
यह हादसा न केवल विमानन सुरक्षा की गंभीरता (Ahmedabad Plane Crash) को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जीवन कितनी अनिश्चित है। विश्वास कुमार रमेश की जीवित बचने की कहानी एक चमत्कारी घटना है, जबकि जोशी परिवार की अंतिम सेल्फी उनके टूटे हुए सपनों का प्रतीक बन गई है।