विजयवाड़ा/आंध्र प्रदेश, 10 सितंबर। Andhra Pradesh : तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार किए जाने के बाद विजयवाड़ा में स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बता दें कि आंध्र प्रदेश पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को एक दिन पहले कथित कौशल विकास घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया था। आंध्र प्रदेश पुलिस ने कथित कौशल विकास निगम घोटाले में चंद्रबाबू नायडू को मुख्य साजिशकर्ता बताया था। आरोप है कि इस कथित घोटाले से राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अदालत में हुई थी पेशी
तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू को भ्रष्टाचार के कथित मामले में गिरफ्तार में शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद रविवार सुबह उन्हें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की एक अदालत में पेश किया गया। सुप्रीम कोर्ट के वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कोर्ट के समक्ष उनका पक्ष रखा। हालांकि, चंद्रबाबू नायडू को कोई राहत नहीं मिली और कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
चंद्रबाबू नायडू की न्यायिक हिरासत की मांग करते हुए रिमांड रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकारियों ने उन्हें नंदयाल से विजयवाड़ा ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की, लेकिन उन्होंने इससे जाने से इनकार कर दिया। TDP कार्यकर्ताओं द्वारा काफिले को कई बार रोका गया, जो अधिकारियों को डराने का संकेत है। सीआईडी ने कहा कि नायडू से नोट फाइलों के आधार पर प्रश्न पूछे गए, जो इस केस डायरी में साक्ष्य का हिस्सा हैं। लेकिन सभी सवालों पर उन्होंने सहयोग नहीं किया और अस्पष्ट उत्तर दिया कि उन्हें तथ्य याद नहीं हैं।
आंध्र प्रदेश की सीमा पर रोकी गई बसें
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू (Andhra Pradesh) की गिरफ्तारी के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का हंगामा देखने को मिला था। इस दौरान आंध्र प्रदेश की सीमा पर तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम की बसों को रोक दिया गया था। इस कारण तिरुपति जाने वाले यात्री और तीर्थ यात्रियों को करीब तीन घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, बाद में अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने सेवाओं को फिर से बहाल कराया।