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बिलासपुर, 31 दिसम्बर| Anganwadi Worker Dismissed : कोटा ब्लाक के जरगाडीह आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता की सेवा कलेक्टर ने समाप्त कर दी है। ग्रामीणों ने उसके खिलाफ शिकायत कर फर्जी तरीके से नौकरी पाने की जानकारी दी थी। जांच में पता चला कि कार्यकर्ता अपने पति व बच्चे के साथ ही रहती है, जबकि विभाग में झूठी जानकारी देकर फर्जी तरीके से परित्यक्ता प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी हासिल कर ली थी।

एकीकृत बाल विकास परियोजना के अधिकारी सुरेश सिंह ने बताया कि जगराडीह के आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता सरस्वती यादव की सेवा समाप्त की गई (Anganwadi Worker Dismissed)है। सेवा समाप्त करने का कारण परियोजना अधिकारी ने बताया कि सरस्वती यादव ने फर्जी तरीके से सरपंच और सचिव के हस्ताक्षर के साथ परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनवाया था। इसी आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के लिए आवेदन दिया था।

सचिव ने कहा- मेरा हस्ताक्षर फर्जी : जगराडीह के सचिव ने अपने बयान में बताया कि जिस प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर की बात कही है जा रही है वह हस्ताक्षर उनका नहीं है। सभी साक्ष्यों के आधार पर परियोजना स्तरीय समिति ने 13 दिसंबर को सरस्वती यादव की सेवा समाप्त करने का अनुमोदन किया था।  

होगी कानूनी कार्रवाई : फर्जी तरीके से परित्यक्ता प्रमाणपत्र बनवाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नौकरी पाने वाली महिला सरस्वती यादव के खिलाफ कोटा थाने में शिकायत की गई (Anganwadi Worker Dismissed)है। आंगनबाड़ी परियोजना अधिकारी कोटा ने मामले में शिकायत करने के निर्देश दिए हैं। कोटा पुलिस सरस्वती से पूछताछ की कि फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने में किसने उकीकी मदद की। 

वर्जन..

जगराडीह आंगनबाड़ी केंद्र में पदस्थ कार्यकर्ता सरस्वती यादव के खिलाफ लिखित में शिकायत मिली थी कि वह अपने पति व बच्चे के साथ रहती है, लेकिन उसने परित्यक्ता का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर नौकरी प्राप्त की है। जांच में सच्चाई सामने आने के बाद कार्रवाई की गई (Anganwadi Worker Dismissed)है।

-सुरेश सिंह, परियोजना अधिकारी बिलासपुर

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