नर्मदापुरम, 29 जुलाई। Arrested for Bribe : मध्य प्रदेश के संभागीय मुख्यालय नर्मदापुरम में करीब डेढ़ वर्ष से पदस्थ लोक निर्माण विभाग (PWD) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (EE) आरसी तिरोले लोकायुक्त के बिछाए जाल में आखिर फंस गए। लोकायुक्त टीम ने ईई को उनके सरकारी आवास से रविवार देर शाम को 10 लाख रुपए की रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथों पकड़ा।
सड़कों के निर्माण कार्य एक्सटेंशन के एवज में मांगे
ईई आरसी तिरोले ने बैतूल के ठेकेदार से 8 सड़कों के निर्माण कार्य एक्सटेंशन के एवज में रुपए की मांग की थी। परेशान ठेकेदार ने लोकायुक्त में इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद प्लानिंग से अधीक्षण यंत्री आरसी तिरोले को धर दबोचा गया। लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद पीडब्लूडी विभाग में पर हड़कंप मच गया है।
डीएसपी लोकायुक्त अनिल बाजपेई ने बताया, शनिवार 27 जुलाई को आवेदक ठेकेदार निवासी बैतूल ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त को शिकायत दी कि उनकी फर्म मुलताई औश्र भैंसदेही में 8 सड़कों का निर्माण कर रही है। जिसमें शेष कार्य के एक्सटेंशन के लिए प्रकरण एसई नर्मदापुरम डिविजन पीडब्ल्यूडी आरसी तिरोले के पास लंबित है। उसी के निराकरण के लिए हम लगातार उनसे मिल रहे थे, मगर वे परेशान कर रहे थे।
20 लाख रुपए की रिश्वत की थी मांग
बाद में ईई तिरोले ने एक्सटेंशन के लिए 20 लाख रुपए की रिश्वत की मांगी। 12 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। इस शिकायत पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय भोपाल द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया। जब शिकायत सही मिली तो लोकायुक्त टीम ने रविवार 28 जुलाई को अधीक्षण यंत्री लोक निर्माण विभाग नर्मदापुरम डिविजन को आवेदक से 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए उनके सरकारी आवास पर रंगे हाथों पकड़ लिया। भैंसदेही में 8 सड़कों का निर्माण कर रही है। जिसमें शेष कार्य के एक्सटेंशन के लिए प्रकरण एसई नर्मदापुरम डिविजन पीडब्ल्यूडी आरसी तिरोले के पास लंबित है। उसी के निराकरण के लिए हम लगातार उनसे मिल रहे थे, मगर वे परेशान कर रहे थे।