Aurobindo Realty Infrastructure : पूर्व सैनिकों ने खोला मोर्चा…! कोयला खदान प्रशासन के खिलाफ निर्णायक युद्ध…सुरक्षाकर्मियों की स्थायित्व की मांग लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल…यहां देखें Video

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चंद्रपुर, 14 जून। Aurobindo Realty Infrastructure : पूर्व सैनिक और सामाजिक कार्यकर्तामनोज ठेंगने ने चंद्रपुर जिले की कोयला खदानों में स्थानीय लोगों और पूर्व सैनिकों के साथ हो रहे कथित अन्याय के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू किया है। वे अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 9 जून से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। यह हड़ताल अरविंद रियलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित कोयला खदानों के प्रशासन के खिलाफ है।

उनकी मुख्य मांगें

  1. स्थानीय अस्थायी कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति : स्थानीय और परियोजना प्रभावित 73 सुरक्षाकर्मियों को स्थायी किया जाए।
  2. बेलोरा गांव के देवता भंगाराम मंदिर का पुनर्वास : गांव के पुनर्वास के बाद मंदिर को स्थानांतरित किया जाए।
  3. पूर्व सैनिकों की सुरक्षा कंपनी की बहाली : मेपल 365 सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को सुरक्षा का ठेका दिया जाए।
  4. सुरक्षाकर्मियों को उचित वेतन : केंद्र सरकार के कोयला अधिनियम के अनुसार सुरक्षाकर्मियों को भुगतान किया जाए।
  5. बिजली और पानी की आपूर्ति : भूख हड़ताल के दौरान कोयला कंपनी द्वारा बिजली और पानी की आपूर्ति की जाए।

ठेंगने का आरोप है कि कोयला खदान प्रशासन ने (Aurobindo Realty Infrastructure) बिना किसी पूर्व सूचना के सुरक्षाकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी और बाहरी सुरक्षा कंपनी को ठेका दे दिया, जिससे स्थानीय लोग बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय प्रतिनिधियों ने अभी तक भूख हड़ताल स्थल का दौरा नहीं किया है। ठेंगने ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी।