Author name: Ek Janta Ki Awaaz

Labour Welfare: On the occasion of the Silver Jubilee of the formation of Chhattisgarh State, from 12 to 19 September 2025, Honorable Chief Minister Vishnu Dev Sai ji
Chhattisgarh

Labour Welfare : छत्तीसगढ़ राज्य गठन के रजत जयंती अवसर पर 12 से 19 सितम्बर 2025 तक माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की

रायपुर, 20 सितम्बर। Labour Welfare : छत्तीसगढ़ राज्य गठन के रजत जयंती अवसर पर 12 से 19 सितम्बर 2025 तक माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की मंशा के अनुरूप औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, श्रम विभाग द्वारा राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना, उनकी कार्यक्षमता में सुधार लाना तथा औद्योगिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना था। इस अवधि में आयोजित शिविरों में श्रमिकों को स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा प्रदान की गई, साथ ही कार्यस्थल की सुरक्षा, उपकरणों के सुरक्षित उपयोग, दुर्घटनाओं से बचाव और प्राथमिक चिकित्सा संबंधी जानकारी दी गई। राज्य के विभिन्न औद्योगिक जिलों में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किए गए। रायपुर जिले के उरला एसोसिएशन भवन एवं सिलतरा स्थित सामुदायिक भवन में 1 हजार 50 श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। दुर्ग जिले में भिलाई के मंगल बाजार में 300 तथा रसमड़ा के दशहरा मैदान में 200 श्रमिकों ने लाभ लिया। कोरबा जिले में अडानी पावर, बालको और डीएसपीएम में आयोजित शिविरों से कुल 835 श्रमिक लाभान्वित हुए। रायगढ़ जिले में 32 कारखानों में आयोजित शिविरों से 3 हजार 800 श्रमिक लाभान्वित हुए, साथ ही पंजरी प्लांट, नगर निगम ऑडिटोरियम में 1 हजार 200 श्रमिकों का परीक्षण किया गया। बिलासपुर जिले के सिरगिट्टी स्थित नर्मदा ड्रिंग्स प्रा.लि. में 1 हजार 72 श्रमिकों ने परीक्षण कराया। महासमुंद जिले के बिरकोनी में 254 श्रमिक, बलौदाबाजार जिले के बाबाडीह में 350 एवं कुकुरडीह में 207 श्रमिकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसी तरह कवर्धा जिले के राम्हेपुर व पंडरिया स्थित शक्कर कारखानों में 200-200 श्रमिक, जांजगीर-चांपा जिले के बम्नीडीह स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज में 374 तथा अकलतरा स्थित केएसके महानदी पॉवरजेन में 400 श्रमिक, सक्ती जिले में आरकेएम पावरजेन डभरा में 296 तथा डी.बी. पावर बडादरहा में 352 श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मुंगेली जिले के खम्हारडीह स्थित कुसुम स्मेल्टर्स में 250, सूरजपुर जिले के नयनपुर स्थित यूव्ही वेन्चर्स में 47, बस्तर जिले के जगदलपुर में 85, राजनांदगांव जिले के टेडेसरा व इंदमरा में क्रमशः 60 एवं 133 श्रमिक तथा बेमेतरा जिले के ग्राम सरदा स्थित राईजन इंडस्ट्रीज में कई श्रमिक लाभान्वित हुए। रजत जयंती अवसर पर 17 सितम्बर 2025 को रायपुर के इंडोर स्टेडियम में श्रमिक महासम्मेलन का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे श्रमिक राज्य की शक्ति और विकास के प्रतीक हैं तथा उनका स्वास्थ्य और कल्याण हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इस महासम्मेलन के दौरान भी स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 300 श्रमिकों का परीक्षण किया गया। राज्य शासन का मानना है कि श्रमिकों का स्वास्थ्य और सुरक्षा न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं, बल्कि राज्य की औद्योगिक उत्पादकता और समग्र विकास को भी सुनिश्चित करते हैं। इस दृष्टि से यह पहल प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं श्रमिक कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।

Ideal Facility Centres: Ideal Facility Centres will be opened in urban bodies. The Central Government has approved 50 crore rupees on Chhattisgarh's proposal. In the first phase, the facility will be launched in all municipal corporations and municipalities.
Chhattisgarh

CM Vishnu : प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त कर गढ़ेंगे विकास की राह, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के संकल्प को पूरा करने राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कर रही है काम, बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम के आयोजन से लोगों में बढ़ा सरकार के प्रति विश्वास

रायपुर, 19 सितंबर। CM Vishnu : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को सुदर्शन चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में साक्षात्कार के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को समाप्त करना, लोगों का विश्वास जीतना और विकास की दिशा में आगे बढ़ना हमारी सरकार के प्रमुख उद्देश्यों में से एक है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार इस उद्देश्य को धरातल पर उतारने के लिए नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से लोगों के जीवन स्तर को उन्नत बनाने का कार्य कर रही है। अब तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के अनेक गांव पुनः आबाद हो चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। नक्सलियों की गतिविधियों से निर्दोष लोगों की मौत हो रही थी, आम लोगों की रक्षा करना सरकार का दायित्व है। हमारी सरकार ने नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। सरकार बनने के बाद ज्वाइंट टास्क फोर्स का गठन कर नक्सलवाद को समाप्त करने का प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बस्तर के लोगों को मिल रहा है। वनांचल में तेंदूपत्ता खरीदी का कार्य सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। नक्सलवादी विचारधारा से लोगों को बाहर निकालकर विकास की धारा में जोड़ने के उद्देश्य से बस्तर ओलंपिक और बस्तर पंडुम का आयोजन किया गया। बस्तर ओलंपिक में 1 लाख 65 हजार लोग शामिल हुए, जिससे यह साबित हुआ कि बस्तरवासी विकास की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में बताया कि यह यात्रा अत्यंत सफल रही। जापान में छत्तीसगढ़ पवेलियन के माध्यम से 24 से 31 अगस्त तक हमें राज्य की कला, संस्कृति और संभावनाओं को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया गया है और उन्हें नई उद्योग नीति से भी अवगत कराया गया है। नई उद्योग नीति में रोजगार सृजन को विशेष प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में उद्योग की अपार संभावनाएँ हैं। यहाँ प्रचुर प्राकृतिक संपदा उपलब्ध है। आयुर्वेद और हर्बल उत्पादों के क्षेत्र में भी यहाँ विशाल संभावनाएँ हैं क्योंकि राज्य का लगभग 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से आच्छादित है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ वनांचलों में भी स्वास्थ्य सेवाओं का व्यापक विकास हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी सहित कई उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना हो चुकी है। मुख्यमंत्री साय ने लोगों से आग्रह किया कि गायों को लावारिस न छोड़ा जाए। लावारिस पशुओं के कारण सड़क दुर्घटनाएँ हो रही हैं। गौवंश की रक्षा करना हम सबका दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गोचर भूमि पर अवैध कब्जों को हटाने के लिए सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। विकसित भारत के संकल्प के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प होगा पूरा मुख्यमंत्री साय ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है। यह संकल्प सबकी सहभागिता से ही पूरा होगा और इसे साकार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ ही अंजोर विजन-2047 (छत्तीसगढ़ विजन) डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से राज्य के सर्वांगीण विकास के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आह्वान किया कि सभी को मिलकर विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में सहयोग करना चाहिए।

National Education Policy-2020: National Education Policy 2020 is the foundation stone for building a new India, National Education Policy will act as a bridge between education and employment, one-day workshop organized on National Education Policy
Education

National Education Policy-2020 : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 नवभारत के निर्माण की आधारशिला, राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा और रोजगार में सेतु का कार्य करेगी, राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

रायपुर, 19 सितम्बर। National Education Policy-2020 : पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर एवं एनईपी इम्प्लीमेंटेशन सेल द्वारा किया गया।  उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भारत के भविष्य की दिशा और दशा तय करने वाला एक क्रांतिकारी कदम बताया। यह नीति 21वीं सदी के नवभारत की आधारशिला मानी जा रही है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2047 तक भारत को विकसित, सक्षम और श्रेष्ठ राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। मंत्री वर्मा ने कहा कि शिक्षा नीति के प्रथम चरण में हम प्रवेश कर चुके हैं और इसे सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। यह नीति केवल ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को नैतिक, मानसिक, भावनात्मक और तकनीकी दृष्टि से भी सशक्त बनाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता, समानता, समावेशिता और सुलभता सुनिश्चित करना है। नीति के तहत पाठ्यक्रमों का पुनर्गठन, विषयों के बीच समन्वय, और शिक्षक प्रशिक्षण एवं शोध को बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया जा रहा है। साथ ही उद्योग और शिक्षा की भागीदारी को प्रोत्साहित कर युवाओं को कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाया जाएगा।     मंत्री वर्मा ने कहा कि सरकार ने प्राध्यापकों की कमी दूर करने के लिए 700 पदों की स्वीकृति दी है। डिजिटल संसाधन, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और ई-लर्निंग सुविधाओं के विस्तार पर भी कार्य हो रहा है। मातृभाषा और स्थानीय सांस्कृतिक संदर्भों को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। विषयों की कठोर सीमाओं को समाप्त कर लचीलापन प्रदान करने के साथ ही विद्यार्थियों को सीखने की स्वतंत्रता प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा और सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित करना। आधुनिक तकनीक और रोजगारपरक शिक्षा को प्रोत्साहन देगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो समयबद्ध योजना बनाकर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में नीति के प्रावधानों को लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि जीवन परिवर्तन का साधन है। इसका सफल क्रियान्वयन विद्यार्थियों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हें सृजनशील, सामाजिक रूप से जागरूक और राष्ट्रभक्ति की भावना से परिपूर्ण बनाएगा। मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि शिक्षा केवल परीक्षा पास करने का माध्यम नहीं है, बल्कि जीवन को समझने और संवारने का साधन है। इस नई शिक्षा नीति के माध्यम से आने वाले समय में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और शिक्षा व्यवस्था अधिक समग्र तथा विद्यार्थी-केंद्रित होगी।  इस अवसर पर विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की प्रमुख विशेषताओं पर चर्चा की और शिक्षकों को नई शिक्षा व्यवस्था में उनकी भूमिका के बारे में मार्गदर्शन दिया। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों एवं शिक्षाविदों को एनईपी के क्रियान्वयन की गहन जानकारी प्रदान करना और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई दृष्टि विकसित करना रहा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इस नीति का उद्देश्य विद्यार्थियों को विषयों की दीवारों से मुक्त कर विज्ञान, वाणिज्य और कला जैसे क्षेत्रों को एक साथ पढ़ने की स्वतंत्रता देना है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा में भागीदारी दर को वर्तमान 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, शोधार्थियों, तथा विभिन्न कॉलेजों से आए शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

Green Corridor: Chhattisgarh's national highways are becoming green corridors; NHAI planted 2.71 lakh saplings this year, planting trees along roadsides and dividers under the 'Ek Ped Maa Ke Naam 2.0' campaign.
Chhattisgarh

Green Corridor : छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहे ग्रीन कॉरिडोर, एनएचएआई ने इस साल लगाए 2.71 लाख पौधे, ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के तहत सड़कों के किनारे और डिवाइडर्स पर पौधरोपण

रायपुर, 19 सितम्बर। Green Corridor : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) जहां एक ओर देश में सड़कों का जाल बिछा रहा है, वहीं दूसरी ओर राजमार्गों के किनारों और डिवाइडर्स पर पौधे लगाकर ग्रीन कॉरिडोर भी तैयार कर रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के तहत इस साल छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे और डिवाइडर्स पर दो लाख 71 हजार से ज्यादा पौधे लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार के साथ-साथ प्राधिकरण उन्हें ‘ग्रीन कॉरिडोर’ में भी बदल रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान छत्तीसगढ़ में हरियाली, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की नई दिशा दे रहा है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर दो लाख 71 हजार से अधिक पौधे रोपित होना इस बात का प्रमाण है कि सड़क निर्माण केवल विकास की आधारशिला नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वायु और हरित जीवन का भी संकल्प है। राष्ट्रीय राजमार्ग से छत्तीसगढ़ में नागरिकों को तरक्की की राह के साथ ही हरियाली की छांव भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर का यह प्रयास छत्तीसगढ़ को न केवल यातायात सुविधा में बल्कि पर्यावरणीय संतुलन में भी देश के अग्रणी राज्यों में स्थापित करेगा। उल्लखेनीय है कि छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्गों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत इस साल निर्धारित लक्ष्य से अधिक वृक्षारोपण किया है। रायपुर-विशाखापट्टनम (NH-130CD) परियोजना में सर्वाधिक 97 हजार 145 पौधे लगाए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र सीमा-दुर्ग-रायपुर-ओडिशा सीमा (NH-53) पर 46 हजार 141 पौधे, चांपा-कोरबा-कटघोरा (NH-149B) मार्ग पर 23 हजार 020 पौधे, बिलासपुर-कटघोरा (NH-130) मार्ग पर 16 हजार 847 पौधे, बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव (NH-130A) मार्ग पर 14 हजार 400 पौधे तथा सिमगा-रायपुर-धमतरी (NH-30) परियोजना में 5406 पौधे रोपे गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के डिवाइडर्स पर मीडियन प्लांटेशन के रूप में पौधे लगाए गए हैं, जबकि किनारों पर एवेन्यू प्लांटेशन के रूप में पौधरोपण किया गया है। इनमें काफी संख्या में बड़े फलदार और छायादार वृक्ष भी शामिल हैं। नए इलाकों में पौधरोपण के साथ ही पिछले वर्षों में क्षतिग्रस्त हुए पौधों को बदलने के लिए 68 हजार 297 जगहों पर रिप्लांटेशन भी किया गया है। इस तरह चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक (15 सितम्बर 2025 तक) कुल दो लाख 71 हजार 253 पौधे राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगाए गए हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी (Regional Officer) प्रदीप कुमार लाल ने कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ सिर्फ एक वृक्षारोपण अभियान नहीं है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ी के लिए एक निवेश है। हमारा उद्देश्य सिर्फ सड़कों का निर्माण करना नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और सुन्दर पर्यावरण का भी निर्माण करना है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों में इस साल दो लाख दो हजार 959 नए पौधे लगाए गए हैं, जबकि 68 हजार 297 जगहों पर रिप्लांटेशन किया गया है। इस तरह छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्गों पर इस साल (2025-26 में) अब तक कुल दो लाख 71 हजार 253 पौधे लगाए जा चुके हैं।

Revenue Minister Tank Ram Verma: Providing employment to youth is the first priority of the government, AI hub and technical education will open new doors of employment in Chhattisgarh - Guru Khushwant Saheb, 60 youth got employment under 'Hum Honge Kamyaab Abhiyan' and 15 youth got employment from the district employment office.
Education

Revenue Minister Tank Ram Verma : युवाओं को रोजगार दिलाना सरकार की पहली प्राथमिकता, छत्तीसगढ़ में एआई हब और तकनीकी शिक्षा से खुलेगा रोजगार का नया द्वार-गुरु खुशवंत साहेब, ‘हम होंगे कामयाब अभियान‘ के तहत 60 और जिला रोजगार कार्यालय से 15 युवाओं को मिला रोजगार

रायपुर, 18 सितंबर। Revenue Minister Tank Ram Verma : स्वामी आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बलौदाबाज़ार में जिला प्रशासन की ओर से आज भव्य रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा और कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरु खुशवंत साहेब शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्व मंत्री वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का विजन है कि प्रदेश के प्रत्येक युवा को रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का प्रयास है कि कॉलेज की पढ़ाई पूरी करते ही युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सरकार संकल्पित है। कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता का एकमात्र रास्ता कड़ी मेहनत है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के सुरक्षित भविष्य की जिम्मेदारी लेकर सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए प्रदेश में साढ़े 13 एकड़ में एआई हब का निर्माण किया जाएगा, जिससे युवाओं को नई तकनीकी सुविधाओं का लाभ मिलेगा। साथ ही उन्होंने शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित आई-हब लैब की भी जानकारी युवाओं के साथ साझा की। रोजगार मेले में हम होंगे कामयाब अभियान के तहत 60 तथा जिला रोजगार कार्यालय के माध्यम से 15, इस प्रकार कुल 75 युवाओं को ऑफर लेटर प्रदान किए गए। मेले में कुल 1458 पदों के विरुद्ध 1300 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, जिनके आधार पर युवाओं को उनकी योग्यता व रुचि के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर कलेक्टर दीपक सोनी, जिला पंचायत अध्यक्ष आकांक्षा जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, जनपद अध्यक्ष सुलोचना यादव, भारत स्काउट गाइड के अध्यक्ष विजय केशरवानी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और युवा उपस्थित रहे।

Sri Ram Lalla Darshan: 850 devotees left for Ayodhya Dham
Chhattisgarh

Sri Ram Lalla Darshan : 850 श्रद्धालु अयोध्या धाम के लिए हुए रवाना

रायपुर, 18 सितम्बर। Sri Ram Lalla Darshan : श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत भारत गौरव ट्रेन बिलासपुर संभाग के 850 श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई। बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर इस विशेष ट्रेन को जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुंगेली जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीकांत पांडे, बिलासपुर जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, पूर्व महापौर वाणी राव और नगर निगम के सभापति विनोद सोनी सहित अनेक जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी तथा रेलवे के कर्मचारी उपस्थित थे।   बिलासपुर रेलवे स्टेशन से अयोध्या धाम यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का स्टेशन में भव्य स्वागत किया गया। गाजे-बाजे और पारंपरिक नृत्य के साथ तिलक लगाकर भक्तों का स्वागत किया गया। ये श्रद्धालु काशी विश्वनाथ का भी दर्शन करेंगे। दर्शन के लिए जा रहे इन श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त किया।  अयोध्या धाम के लिए रवाना हुई इस विशेष ट्रेन में बिलासपुर जिले के 225 यात्री भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत श्रद्धालुओं को पूरा पैकेज मिलेगा जिसमें छत्तीसगढ़ से अयोध्या जाने, वहां ठहरने की व्यवस्था, मंदिर दर्शन, नाश्ते और खाने की भी व्यवस्था रहेगी। इस ट्रेन में टूर एस्कॉर्ट, सुरक्षा कर्मी और चिकित्सकों का दल भी मौजूद रहेगा।

State Level Kudo Competition: Players won gold medals in the state level Kudo competition, players selected for the national championship.
Chhattisgarh, Sports

State Level Kudo Competition : राज्य स्तरीय कूड़ो प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को मिला स्वर्ण पदक, राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए चयनित हुए खिलाड़ी

रायपुर, 18 सितंबर। State Level Kudo Competition : छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय कूड़ो प्रतियोगिता दुर्ग जिले में आयोजित हुआ। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के 40 खिलाड़ियों ने अलग-अलग वेट कैटिगरी में भाग लिया। प्रतियोगिता में 18 पुरुष एवं 22 महिला खिलाडियों ने जिले का प्रतिनिधित्व किया। खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 स्वर्ण पदक, 7 रजत पदक और 13 कांस्य पदक जीत कर जिले का नाम रोशन किया। राज्य स्तरीय कूड़ो चैंपियनशिप में विजेता खिलाड़ी आगामी अक्टूबर माह में गुजरात मे होने वाले राष्ट्रीय कूड़ो चैंपियनशिप प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।  खेल छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार से मान्यता प्राप्त खेल है। विजेता खिलाड़ियों शासन द्वारा नगद राशि प्रदान कर सम्मानित किया जाता है। जिसमें बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के खिलाड़ियों ने विभिन्न कटेगरी में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खिलाड़ियों विजेता प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राज्य स्तरीय कूडो चैंपियनशिप में विजेता खिलाडियों को कूड़ो एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भी बधाई दी।

CM Vishnu: Rapid investment in railway infrastructure will create a new future for generations to come; Chhattisgarh's Prayag Rajim is connected to the rail network.
Chhattisgarh

CM Vishnu : रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से हो रहा निवेश आने वाली पीढ़ियों के लिए नया भविष्य गढ़ेगा, छत्तीसगढ़ का प्रयाग राजिम जुड़ा रेल नेटवर्क से

रायपुर, 18 सितम्बर। CM Vishnu : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजिम में नई रेल सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों की आवागमन सुविधा में वृद्धि करते हुए राजिम से रायपुर के लिए नई मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने राजिम-रायपुर-राजिम मेमू नई ट्रेन सेवा तथा रायपुर-अभनपुर 2 मेमू रेल सेवा का राजिम तक विस्तार भी प्रारंभ किया। भारी संख्या में यात्री इस अवसर पर ट्रेन में सवार हुए और उत्साहपूर्वक रायपुर की ओर रवाना हुए। सस्ती एवं सुलभ नई रेल सुविधा मिलने से पूरे क्षेत्र में हर्ष और उल्लास का वातावरण रहा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस नई रेल सेवा से राजिम सहित गरियाबंद एवं देवभोग क्षेत्र के लोगों को भी राजधानी रायपुर तक सस्ती और किफायती यात्रा का विकल्प प्राप्त होगा। विद्यार्थी, नौकरीपेशा वर्ग और व्यापारी वर्ग सहित सभी के लिए यह ट्रेन अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का प्रयाग, राजिम अब रेल नेटवर्क से जुड़ गया है। ग्रामीण अंचलों से राजधानी रायपुर का आवागमन अब और अधिक सुगम, सुविधाजनक और किफायती बन गया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आशीर्वाद से लगातार 19 महीनों से विकास की गति निरंतर अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से हो रहा निवेश आने वाली पीढ़ियों के लिए नया भविष्य गढ़ेगा। उन्होंने बताया कि लगभग आठ वर्ष पूर्व धमतरी से रायपुर तक नैरोगेज ट्रेन चलती थी और अब आठ वर्षों के अंतराल के बाद यहां ब्रॉडगेज ट्रेन सुविधा उपलब्ध हुई है। इसके लिए उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में रेलवे की लगभग 45,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं संचालित हो रही हैं। वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में लगभग 7,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिससे प्रदेश में रेल सेवाओं का तीव्र विस्तार और विकास सुनिश्चित हो रहा है। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, लोकसभा सांसद रायपुर बृजमोहन अग्रवाल, महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी, अभनपुर विधायक इन्द्रकुमार साहू, राजिम विधायक रोहित साहू, छत्तीसगढ़ राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष चंदूलाल साहू, नगर पालिका गोबरा नवापारा अध्यक्ष ओमकुमारी संजय साहू, नगर पंचायत राजिम अध्यक्ष महेश यादव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश, रेलवे अधिकारी-कर्मचारी एवं भारी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे। वन मंत्री एवं रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि इस नई सेवा से छत्तीसगढ़ के प्रयाग राजिम तक सीधी रेल पहुँच सुनिश्चित हो गई है, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि 22 मई को ‘निर्मल भारत रेलवे स्टेशन’ के नाम से देश के 103 रेलवे स्टेशनों को मॉडिफाई करने के लिए चयनित किया गया, जिनमें से छत्तीसगढ़ के पाँच रेलवे स्टेशन शामिल हैं और 32 स्टेशन भी इस योजना में जोड़े गए हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया और मुख्यमंत्री साय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 45,000 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाएँ चालू हैं, जिनसे रेल कनेक्टिविटी में तेजी आएगी। बस्तर को भी इससे लाभ हो रहा है और रावघाट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 140 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का कार्य प्रगति पर है। महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी ने नई रेल सेवा के लिए लोगों को बधाई देते हुए कहा कि अब राजिम से रायपुर आना बहुत आसान हो गया है। श्रद्धालु एवं पर्यटक यात्री अब राजिम से सीधे डोंगरगढ़ तक भी यात्रा कर सकेंगे। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर-अभनपुर-रायपुर मेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन अब राजिम तक किया जाएगा। 19 सितम्बर 2025 से नियमित समय-सारणी के अनुसार गाड़ी संख्या 68766/68767 राजिम-अभनपुर-रायपुर मेमू पैसेंजर प्रतिदिन दोनों छोरों—राजिम और रायपुर—से संचालित होगी। इस ट्रेन में 06 सामान्य श्रेणी के डिब्बे तथा 02 पावरकार सहित कुल 08 कोच होंगे।

Train Service: Chief Minister will inaugurate the new Raipur-Rajim-Raipur MEMU passenger service on September 18, providing passenger convenience for commuting between Raipur and Rajim
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Train’s Service : मुख्यमंत्री 18 सितम्बर को करेंगे रायपुर-राजिम-रायपुर मेमू पैसेंजर नई सेवा का शुभारंभ, रायपुर एवं राजिम के मध्य आने-जाने के लिए मिलेगी यात्री सुविधा

रायपुर, 17 सितम्बर। Train’s Service : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 18 सितम्बर को रायपुर-राजिम-रायपुर मेमू पैसेंजर नई सेवा का शुभारंभ राजिम रेलवे स्टेशन से प्रातः 10:30 बजे करेंगे। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल एवं रूपकुमारी चौधरी, विधायक इन्द्रकुमार साहू और रोहित साहू की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। रायपुर-राजिम-रायपुर मेमू पैसेंजर नई सेवा से यात्रियों को सुगम, सुलभ और किफायती यात्रा का विकल्प उपलब्ध होगा। ग्रामीण अंचलों से राजधानी रायपुर का आवागमन अधिक सुविधाजनक बनेगा। राजधानी आने वाले विद्यार्थी, नौकरीपेशा वर्ग और व्यापारी वर्ग के लिए यह ट्रेन विशेष रूप से उपयोगी होगी। इसके साथ ही इस नई सेवा से छत्तीसगढ़ के प्रयाग—राजिम तक सीधी रेल पहुँच सुनिश्चित होगी, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल से प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर और अभनपुर के मध्य संचालित रायपुर-अभनपुर-रायपुर मेमू पैसेंजर ट्रेन का परिचालन अब राजिम तक विस्तार किया जा रहा है। 19 सितम्बर 2025 से नियमित समय-सारणी के अनुसार गाड़ी संख्या 68766/68767 रायपुर-राजिम-रायपुर मेमू पैसेंजर प्रतिदिन दोनों छोर से—राजिम और रायपुर से—संचालित होगी। इस ट्रेन में 06 सामान्य श्रेणी के डिब्बे तथा 02 पावरकार सहित कुल 08 कोच होंगे।

PM Suryaghar: The doubling of the subsidy under the PM Suryaghar scheme has doubled the speed of applications and installations, with 58,500 applications so far, 6,500 installations and 17,000 installations underway.
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PM Suryaghar : पीएम सूर्यघर योजना में डबल सब्सिडी से डबल हुई आवेदन और स्थापना की गति, अब तक 58,500 आवेदन, 6,500 स्थापना व 17,000 स्थापना प्रक्रियाधीन

रायपुर, 17 सितंबर। PM Suryaghar : प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत केन्द्र की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा भी सब्सिडी देने से आवेदनों तथा रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट की औसत मासिक संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। प्रदेश के बिजली उपभोक्ता हॉफ बिजली बिल से शून्य बिजली बिल की ओर कदम बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयार हो रहे हैं, जिसका असर आने वाले महीनों में बड़ी उपलब्धि के रूप में दिखाई पड़ेगा। शासन की मंशानुसार उपभोक्ताओं का रुझान अब सस्ती बिजली हेतु सरकारी योजना के बदले आत्मनिर्भरता की तरफ बढने लगा है। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत केन्द्र सरकार द्वारा एक किलोवाट के लिए 30,000 रूपये, दो किलोवाट के लिए 60,000 रूपये तथा तीन किलोवाट के लिए 78,000 रूपये सब्सिडी प्रदान की जा रही थी। प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 18 जून, 2025 को आयोजित राज्य मंत्री परिषद की बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से भी सब्सिडी देने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत एक किलोवाट के लिए 15,000 रूपये, दो किलोवाट के लिए 30,000 रूपये तथा तीन किलोवाट के लिए भी 30,000 रूपये सब्सिडी देने की घोषणा की गई। जिससे एक से लेकर तीन किलोवाट तक कुल सब्सिडी क्रमशः 45,000 रूपये, 90,000 रूपये तथा 1,08,000 रूपये हो गई है। मार्जिन मनी के लिए बैंकों से 10 वर्षों के लिए 6 प्रतिशत की ब्याज दर पर आसान ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री श्री साय की विशेष पहल पर राज्य सब्सिडी का प्रदाय जल्दी से जल्दी करने के निर्देश दिये गये। जिसके कारण 8 सितम्बर को आयोजित एक कार्यक्रम में 618 हितग्राहियों के बैंक खाते में 1.85 करोड़ रूपये की सब्सिडी उनके बैंक खातों में अंतरित कर दी गई। साथ ही यह व्यवस्था की गई है कि अब स्थापना के एक माह के भीतर स्टेट सब्सिडी दे दी जाएगी। इस तरह उपभोक्ताओं का विश्वास तथा उत्साह तेजी से बढ़ा है। राज्य सब्सिडी घोषित होने के पूर्व औसत मासिक आवेदनों की संख्या 1,607 थी तथा स्थापनाओं की सख्या 337 थी। वहीं 18 जून को स्टेट सब्सिडी घोषित होने के बाद आवेदनों की औसत मासिक सख्या 3,906 हो गई है तथा स्थापनाओ की औसत प्रतिमाह सख्या 744 हो गई है। इस तरह अब प्रदेश में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लिए काफी उत्साह देखा जा रहा है। कुल आवेदनों की संख्या 58,500 हो गई है, जिनमें से 6,500 घरों में रूफटॉप सोलर पेनल लगाये जा चुके हैं तथा 17,000 का कार्य प्रगति पर है।